पढ़िए रेलवे की यह खबर, डीएफसी ट्रैक शुरू होने पर प्रयागराज तक किया जा सकता है शताब्दी एक्सप्रेस का विस्तार

कोरोना पर पूर्णरूप से नियंत्रण के बाद ही धीरे-धीरे और पैसेंजर गाडिय़ों का संचालन किया जाएगा। रेलवे स्टेशन पर भीड़ रोकने के लिए प्लेटफार्म टिकट का मूल्य 50 रुपये किया गया है। कानपुर में 30 मेमू खड़ी करने की क्षमता का शेड बनाया गया है। इसका संचालन शुरू कराया जाएगा।

By Ankur TripathiEdited By: Publish:Mon, 15 Mar 2021 09:52 PM (IST) Updated:Mon, 15 Mar 2021 09:52 PM (IST)
पढ़िए रेलवे की यह खबर, डीएफसी ट्रैक शुरू होने पर प्रयागराज तक किया जा सकता है शताब्दी एक्सप्रेस का विस्तार
कोरोना पर पूर्णरूप से नियंत्रण के बाद ही धीरे-धीरे और पैसेंजर गाडिय़ों का संचालन किया जाएगा।

प्रयागराज, जेएनएन। डीएफसीसीआइएल (डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया) ट्रैक पूरी तरह शुरू होने के बाद शताब्दी का प्रयागराज तक विस्तार संभव होगा। हालांकि, अभी मेंटिनेंस का समय नहीं बच रहा है। एनसीआर के जीएम विनय कुमार त्रिपाठी ने सोमवार शाम प्रयागराज जंक्शन रेलवे स्टेशन पर प्रेसवार्ता के दौरान यह बातें कही। 

कानपुर से प्रयागराज के बीच निरीक्षण में सबकुछ मिला ठीक

उन्होंने कहा कि कोरोना पर पूर्णरूप से नियंत्रण के बाद ही धीरे-धीरे और पैसेंजर गाड़ियों का संचालन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि रेलवे स्टेशन पर भीड़ रोकने के लिए प्लेटफार्म टिकट का मूल्य 50 रुपये किया गया है। कानपुर में 30 मेमू खड़ी करने की क्षमता का शेड बनाया गया है। धीरे-धीरे इसका भी संचालन शुरू कराया जाएगा। इसके बाद उन्होंने उत्कृष्ट काम करने वाले कर्मचारियों को सम्मानित भी किया। इस दौरान डीआरएम मोहित चंद्रा, सीसीएम एमएन ओझा, पीसीओएम रवि वल्लूरी, स्टेशन निदेशक वीके द्विवेदी, स्टेशन मैनेजर दिलीप सिंह, सीआइटी डोरीलाल शर्मा, सीपीआरओ अजीत कुमार सिंह आदि उपस्थित थे।

ट्रेनों के सुरक्षित संचालन के लिए जीएम ने परखी व्यवस्था

ट्रेनों के सुरक्षित संचालन के लिए एनसीआर के जीएम विनय कुमार त्रिपाठी ने कानपुर से प्रयागराज के बीच निरीक्षण किया। वह सोमवार को सुबह नौ बजे निरीक्षण यान से कानपुर पहुंचे। इसके पहले शुजातपुर में डीएफसीसीआइएल कनेक्टिविटी पर चर्चा की। भरवारी सब स्टेशन का उद्घाटन किया। प्रयागराज, भरवारी व फतेहपुर में यार्ड प्वाइंटों का निरीक्षण करने के साथ स्पीड ट्रायल भी लिया। उन्होंने बताया कि सुरक्षा की दृष्टि से रेलवे ट्रैक, पुलों और कर्मचारियों के काम करने के ढंग के बारे में जानकारी ली गई।  

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