UPSC Result: प्रयागराज के तीन युवाओं ने फहराया सफलता का परचम, पढ़िए इनकी कामयाबी की कहानी

सिविल सेवा परीक्षा-2021 में प्रयागराज के कई युवाओं ने सफलता का परचम लहराया है। कठिन परिश्रम उचित मार्गदर्शन और आईएएस बनने की ललक ने कई प्रयासों के बाद हार न मानने वाली जिजीविषा ने सफलता के सोपान पर पहुंचा दिया। पढ़िए इन युवाओं की कामयाबी की कहानी।

By Ankur TripathiEdited By: Publish:Tue, 31 May 2022 07:30 AM (IST) Updated:Tue, 31 May 2022 11:35 AM (IST)
UPSC Result: प्रयागराज के तीन युवाओं ने फहराया सफलता का परचम, पढ़िए इनकी कामयाबी की कहानी
सिविल सेवा परीक्षा-2021 में प्रयागराज के कई युवाओं ने सफलता का परचम लहराया है

प्रयागराज, जागरण संवाददाता। संघ लोक सेवा आयोग द्वारा सोमवार को जारी सिविल सेवा परीक्षा-2021 में प्रयागराज के कई युवाओं ने सफलता का परचम लहराया है। कठिन परिश्रम, उचित मार्गदर्शन और आईएएस बनने की ललक ने कई प्रयासों के बाद हार न मानने वाली जिजीविषा ने सफलता के सोपान पर पहुंचा दिया। हंडिया, टैगोर टाउन और जार्ज टाउन निवासी युवाओं की इस उपलब्धि से हर कोई गौरवांवित है।

माता-पिता एवं गुरु का आशीष ही सफलता की कुंजी- विवेक तिवारी

प्रयागराज में हंडिया के विवेक तिवारी ने यूपीएससी में 164वीं रैंक हासिल रैंक हासिल कर हंडिया ही नहीं प्रयागराज को गर्व की अनुभूति कराई है। हंडिया विकास खंड के सेवा गांव निवासी विवेक तिवारी ने अपनी सफलता के लिए सदैव माता-पिता के प्रोत्साहन और सही विषय का चयन कर पूरी सकारात्मकता के साथ किए गए अध्ययन को सफलता का आधार बताया। विवेक का चयन 2017-18 ने आईईएस में चयन हुआ किन्तु आईएएस बनने की ख्वाब बुने बैठे विवेक ने इस पद को ज्वाइन नही किया और आगे प्रतियोगिता की तैयारी शुरु कर दी। अपने पिता जी के अनुशासित मार्गदर्शन ही सफलता हेतु मील का पत्थर सिद्ध हुआ। विवेक के पिता शंभूनाथ तिवारी मिर्जापुर में चावल के बड़े व्यवसायी हैं। माता विजय लक्ष्मी तिवारी गृहणी हैं। छोटी बहन नमिता भी प्रतियोगी छात्रा हैं।

राज्य कर अधिकारी अंशुल सिंह को मिली 435वीं रैंक

प्रयागराज: वाणिज्य कर विभाग में राज्य कर अधिकारी अंशुल सिंह ने संघ लोक सेवा आयोग यूपीएससी में 435वीं रैंक हासिल कर जिले का नाम रोशन किया है। अंशुल ने यह सफलता अपने पांचवें प्रयास में हासिल की है। फ्रेंच भाषा की जानकार अंशुल ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा बिशप जानसन स्कूल से पूरी की और इसके बाद इलाहाबाद विश्वविद्यालय से स्नातक करने के बाद सिविल सेवा की तैयारी में जुट गई। इवि से ही भूगोल में परास्नातक करने के बाद नेट में भी सफलता हासिल की। जार्ज टाउन निवासी अंशुल सिंह ने बताया कि तैयारी के लिए दिल्ली में कोचिंग की थी पर एक साल से इलाहाबाद में ही रहकर आनलाइन कोचिंग कर रही थी। इससे काफी मदद मिली। राज्य कर अधिकारी के रूप में 2021 में ज्वाइन किया था और वर्तमान में प्रयागराज में हाईकोर्ट वर्क्स में तैनात हैं। अंशुल बताती है कि तीसरे प्रयास में वे 2019 में साक्षात्कार तक पहुंची थीं और पांचवें प्रयास में यह सफलता हासिल कर ली। अंशुल के पिता कपिल देव सिंह आगरा के आरटीओ हैं। बड़ी बहन डाक्टर हैं और छोटा भाई स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद दिल्ली में रहकर सिविल की तैयारी कर रहा है। अपनी सफलता का श्रेय पिता कपिल देव सिंह और अपने पूरे परिवार को दिया।

माता-पिता एवं गुरु का आशीष ही सफलता की कुंजी-अतुलेश झा

प्रयागराज: सिविल सेवा परीक्षा में 131वीं रैंक हासिल कर जिले का मान बढ़ाने वाले अतुलेश झा ने आईएएस बनने का सपना पूरा कर लिया। 2017 में आईटीबीपी में असिस्टेन्ट कमांडेंट पद पर चयन हुआ था पर आईएएस बनने की चाहत की वजह से इस पद को ज्वाइन नहीं किया और तैयारी जारी रखी। आगे प्रतियोगिता की तैयारी शुरु कर दी। अतुलेश झा ने अपनी सफलता के लिए सदैव माता-पिता के प्रोत्साहन एवं निरन्तर सही विषय का चयन कर पूरी सकारात्मकता के साथ परिश्रम एवं समय-समय पर गुरुजन के मार्गदर्शन को सफलता का आधार बताया। अतुलेश ने ब्वायज हाईस्कूल से इंटर करने के बाद दिल्ली के रामजस कालेज से बीएससी आनर्स किया। टैगोर टाऊन निवासी अतुलेश के पिता डा. अवधेश कुमार झा हेमवती नंदन बहुगुणा स्नातकोत्तर महाविद्यालय में समाजशास्त्र विभाग के अध्यक्ष हैं। मां मोहिनी झा इलाहाबाद उच्च न्यायालय में अधिवक्ता और छोटा भाई पुष्पेश झा प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहा है। अतुलेश ने चयन न होने पर निराश न हों और कमियों को दूर कर विषय मार्गदर्शन लेकर पूरे सकारात्मक भाव से तैयारी जारी रखें।

60 अधिक छात्रों के चयन का दावा

प्रयागराज: ध्येय आईएएस ने सिविल सेवा के परिणामों में अच्छा प्रदर्शन किया है। संस्थान का दावा है कि सिविल सेवा परीक्षा 2021 में उनके 60 से अधिक छात्रों को सफलता मिली है। इसमें सुनील कुमार धनवंता (रैंक 22 ), अर्पित गुप्ता (रैंक 54), निखिल महाजन 80 रैंक के साथ टाप 100 अंतिम रूप से अपना स्थान बनाने में सफल रहे। इसके साथ ही विवेक तिवारी (रैंक 164), कर्मवीर केशव (रैंक 170), सूर्यभान पटेल (रैंक 281), प्रेरक्षा अग्रवाल (रैंक 303), आलोक प्रसाद (रैंक 334), अनुराग नयन (रैंक 379), चैतन्य (रैंक 397), नीरज (रैंक 550), रविन्द्र कुमार मीणा (रैंक 576), गगन सिंह मीणा (रैंक 592), राजेश कुमार मीणा (रैंक 622) भी अंतिम रूप से सफलता प्राप्त की। छात्रों ने अपनी सफलता का श्रेय ध्येय आईएएस के निदेशक विनय और क्यूएच खान को दिया।

कई छात्रों के चयन का दावा

प्रयागराज: जीएस वर्ल्ड ने कई छात्रों के चयन का दावा किया है। इसमें रवि कुमार सिहाग ने 18वीं, सुनील धनवंता ने 22वीं, आनंद कुमार सिंह ने 206 और पवन कुमार ने 551 रैंक हासिल की। इस बार के परिणाम में हिंदी माध्यम के परीक्षार्थियों ने अच्छी रैंक के साथ सफलता अर्जित की है, यह हिंदी भाषी छात्रों के लिए एक अच्छा परिणाम माना जा रहा है। निदेशक नीरज ने सफल हुए छात्रों को शुभकामनाएं दी हैं।

टापर अभ्यर्थियों को मंत्री नंदी ने दी बधाई

उत्तर प्रदेश सरकार के औद्योगिक विकास मंत्री नंदगोपाल गुप्ता नंदी ने सिविल सर्विसेज 2021 के अंतिम परिणाम में पूरे देश में टाप करने वाली उत्तर प्रदेश की बेटी श्रुति शर्मा, दूसरे स्थान पर रहने वाली अंकिता अग्रवाल और तीसरा स्थान हासिल करने वाली गामिनी सिंगला समेत सभी चयनित युवाओं को हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं दी है। मंत्री नंदी ने कहा कि वैश्य समाज की बिटिया अंकिता अग्रवाल ने यूपीएससी में द्वितीय स्थान हासिल करके अपने माता-पिता, शिक्षकों के साथ ही पूरे समाज को गौरवान्वित किया है।

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