कुंभ मेला जाने पर नहीं होगी परेशानी, ट्रेनों की मिेलेगी एप से जानकारी

हरिद्वार कुंभ में टिकट विंडो के लिए यात्रियों को इधर उधर भटकना नहीं पड़ेगा। ट्रेन से लेकर स्नान घाट आदि की जानकारी के लिए मोबाइल एप रेलवे तैयार कर रहा है। उत्तर रेलवे के मुरादाबाद मंडल ने एप बनाने वाली कंपनी से करार भी कर लिया है।

By Sant ShuklaEdited By: Publish:Sun, 27 Dec 2020 02:51 PM (IST) Updated:Sun, 27 Dec 2020 02:51 PM (IST)
कुंभ मेला जाने पर नहीं होगी परेशानी, ट्रेनों की मिेलेगी एप से जानकारी
एप में रेल व धार्मिक नगरी से जुड़ी तमाम जानकारियां आसानी से मिल सकेगी।

 बरेली, जेएनएन। हरिद्वार कुंभ में टिकट विंडो के लिए यात्रियों को इधर उधर भटकना नहीं पड़ेगा। ट्रेन से लेकर स्नान घाट आदि की जानकारी के लिए मोबाइल एप रेलवे तैयार करवा रहा है। इसके लिए उत्तर रेलवे के मुरादाबाद मंडल ने एप बनाने वाली कंपनी से करार भी कर लिया है। बता दें कि मुरादाबाद मंडल ने उसी एप बनाने वाली कंपनी से संपर्क किया है। जिसने प्रयागराज कुंभ मेला में एप बनाया था। एप में रेल व धार्मिक नगरी से जुड़ी तमाम जानकारियां आसानी से मिल सकेगी।

रेलवे सूत्रों के मुताबिक इस एप पर सभी नियमित कोविड स्पेशल, त्योहार स्पेशल ट्रेनों के साथ ही मेला स्पेशल ट्रेनों की भी जानकारी हो सकेगी। जनवरी माह से हरिद्वार कुंभ मेले की शुरुआत होगी। वैसे तो मेला 14 जनवरी मकर संक्रांति से शुरू हो जाएगा। ऐसे में श्रद्धालुओं की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए मुरादाबाद रेल मंडल ने तैयारी शुरू कर दी है। एप के लिए रेलवे ने कंपनी को लगभग सारा डेटा भी उपलब्ध करा दिया है। एप में स्टेशन की मैपिंग व प्लेटफार्म के प्रवेश व निकासी से लेकर पास के स्नान घाट व हरिद्वार कुंभ का धार्मिक महत्व के साथ ही मेला से जुड़ी लगभग सभी जानकारी उपलब्ध होगी।

जनवरी के पहले सप्ताह में लांच होगा एप

उत्तर रेलवे के मुरादाबाद मंंडल के एसीएम व मेले की तैयारी देख रहे एसीएम पुरुषोत्तम बघेल के मुताबिक तैयार किए जा रहे एप को जनवरी के प्रथम सप्ताह में लांच किया जा सकता है। जिसमें सभी जानकारियां लोगों को आसानी से मिल सकेगी।

प्रयागराज कुंभ की तर्ज पर किया जा रहा तैयार

मुरादाबाद मंडल के मंडल वाणिज्य प्रबंधक गौरव दीक्षित के मुताबिक हरिद्वार कुंभ में यात्रियों की सहुलियत के लिए मोबाइल एप तैयार किया जा रहा है। कोशिश यह भी की जा रही है कि एप में खोया-पाया का भी विकल्प दिया जाए। बता दें कि इसी प्रकार का एप सबसे पहले प्रयागराज कुंभ में उत्तर मध्य रेलवे के इलाहाबाद मंडल ने तैयार किया था।

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