मायावती को पश्चिमी उत्तर प्रदेश से लगा तगड़ा झटका! उप चुनाव से पहले इस कद्दावर नेता ने पार्टी से दिया इस्तीफा
UP Political News In Hindi विजेंद्र सिंह ने बसपा छोड़ दी है। वे अब मीरापुर उपचुनाव में किस्मत आजमा सकते हैं ये अनुमान है। लोकसभा चुनाव के नामांकन से ठीक पहले उन्होंने 11 मार्च को बसपा के बिजनौर लोकसभा प्रभारी के रूप में ज्वाइन किया था। बसपा के टिकट पर उन्होंने बिजनौर लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा। हालांकि चुनाव में उन्हें हार मिली।
HighLights
- बसपा ज्वाइन करके लड़ा था बिजनौर लोकसभा सीट से चुनाव
- इससे पहले पांच महीने लोकदल में रहकर निकाली थी कई यात्रा
जागरण संवाददाता, बिजनौर। हाल ही में बिजनौर लोकसभा सीट से बसपा के टिकट पर चुनाव लड़ने वाले विजेंद्र चौधरी ने शुक्रवार को बसपा की सभी जिम्मेदारियों से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने चुनाव से ठीक पहले ही बसपा ज्वाइन की थी।
इससे पहले उन्होंने पांच महीने लोकदल पार्टी में राष्ट्रीय महासचिव के पद पर रहते हुए दिल्ली तक यात्रा निकाली तथा कई बड़े कार्यक्रमों का आयोजन किया था। विजेंद्र सिंह ने बताया कि उन्होंने लोकसभा चुनाव में बसपा का वोट प्रतिशत बढ़ाया है। अब समर्थकों के साथ विमर्श करके मीरापुर विधानसभा सीट के उपचुनाव की तैयारी करेंगे।
एक साल में दो पार्टियां बदलीं
विजेंद्र सिंह को सक्रिय राजनीति में शामिल हुए अभी एक साल भी पूरा नहीं हुआ है। उन्होंने सबसे पहले लोकसदल पार्टी का दामन थामा और राष्ट्रीय महासचिव पद प्राप्त किया। पांच महीने वे लोकदल में रहे और इस अवधि में दिल्ली तक कई यात्राएं निकाली और बड़े आयोजन करके लोकदल को एक बार फिर से चर्चा में ला दिया।
लोकसभा चुनाव आया और भाजपा का राष्ट्रीय लोकलद के साथ गठबंधन हो गया तो उन्होंने जीत का समीकरण बनाते हुए बसपा का दामन थाम लिया।
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बसपा के वोट बैंक में किया इजाफा
शुक्रवार को उन्होंने बसपा की सभी जिम्मेदारियों से त्यागपत्र बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती को इंटरनेट मीडिया के माध्यम से भेज दिया। विजेंद्र सिंह ने फोन पर इसकी जानकारी दी। बताया कि इस्तीफा देने की वजय नाराजगी या अन्य कोई कारण नहीं है। दावा किया कि बसपा के टिकट से लोकसभा चुनाव लड़कर उन्होंने वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव की तुलना में बसपा के वोट बैंक में खासा इजाफा किया है। मीरापुर विधानसभा में बसपा को वर्ष 2022 में 23 हजार वोट मिले थे। उन्होंने इस चुनाव में 55 हजार वोट प्राप्त किए हैं। वहीं हस्तिनापुर विधानसभा क्षेत्र में भी बसपा को 10 हजार की चुलना में इस बार 42 हजार वोट मिले हैं।अब मीरापुर उपचुनाव पर नजर
लोकसभा चुनाव में जीत हासिल करने वाले भाजपा और रालोद के प्रत्याशी चंदन चौहान मीरापुर विधानसभा सीट से मौजूदा विधायक हैं। सांसद बनने के बाद अब उन्हें मीरापुर विधानसभा सीट से इस्तीफा देना होगा। यह सीट रिक्त होगी और उपचुनाव कराया जाएगा। इस उपचुनाव पर विजेंद्र सिंह की नजर है। उन्होंने बताया कि उनके अपने खासे समर्थक हैं। उनसे विचार विमर्श करके वे इस सीट से चुनाव लड़ने के बारे में निर्णय लेंगे।