Chandan Singh Chauhan: जीत के पुराने जाट-गुर्जर फॉर्मूले के साथ मैदान में युवा पीढ़ी, कौन हैं बिजनौर से RLD प्रत्याशी चंदन चौहान
RLD-BJP गठबंधन में रालोद प्रमुख ने बिजनौर सीट से मीरापुर विधायक व गुर्जर समाज के युवा चेहरे चंदन चौहान पर दांव खेला है। इससे पहले वर्ष 2009 में भाजपा और रालोद गठबंधन में स्वर्गीय चौधरी अजित सिंह ने चंदन चौहान के पिता स्वर्गीय संजय सिंह चौहान को मैदान में उतारा था। नई पीढ़ी एक बार फिर से जीत के पुराने और मजबूत फार्मूले के साथ चुनावी मैदान में है।
जागरण संवाददाता, बिजनौर। रालोद-भाजपा गठबंधन में रालोद प्रमुख जयंत चौधरी ने बिजनौर सीट से मीरापुर विधायक व गुर्जर समाज के युवा चेहरे चंदन चौहान पर दांव खेला है। इससे पहले वर्ष 2009 में भाजपा और रालोद गठबंधन में स्वर्गीय चौधरी अजित सिंह ने चंदन चौहान के पिता स्वर्गीय संजय सिंह चौहान को मैदान में उतारा था। नई पीढ़ी एक बार फिर से जीत के पुराने और मजबूत फार्मूले के साथ चुनावी मैदान में है। भाजपा और रालोद का गठबंधन होने के बाद बिजनौर सीट रालोद के खाते में जाना तय माना जा रहा था।
भाजपा द्वारा पहली सूची में बिजनौर सीट से कोई प्रत्याशी घोषित न होने पर इस पर मुहर लग गई। बिजनौर लोकसभा सीट में जाट और गुर्जर समीकरण महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इन दोनों समाज के मतदाता जिस ओर झुकते हैं, उस प्रत्याशी की जीत पक्की मानी जाती है। बिजनौर सीट वर्ष 2004 तक अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित थी। 2009 में यह पहली बार सामान्य हुई और भाजपा व रालोद के गठबंधन में यह सीट रालोद के खाते में गई।
कौन हैं चंदन सिंह चौहान ?
नाम : चंदन सिंह चौहान
आयु : 35 वर्ष
जाति : गुर्जर
व्यवसाय : कृषि एवं वकालत
पिता का नाम : संजय सिंह चौहान, पूर्व सांसद
दादा का नाम : बाबू नारायण सिंह, पूर्व डिप्टी सीएम
शिक्षा : बीए और एलएलबी
निवास : साउथ सिविल लाइंस, मुजफ्फरनगर
राजनीतिक सफर
वर्ष 2022 में मीरापुर विधानसभा सीट से रालोद के सिंबल पर चुनाव जीते। उस समय सपा में थे, लेकिन गठबंधन में इन्हें रालोद के सिंबल पर लड़ाया गया था। वर्ष 2017 में खतौली विधानसभा सीट से सपा के सिंबल पर चुनाव हारे।
राजनीतिक विरासत इनका परिवार मूलत: शामली जिले के कैराना क्षेत्र के गांव बीनड़ा का है। चंदन सिंह चौहान के दादा स्वर्गीय बाबू नारायण सिंह यूपी के उपमुख्यमंत्री रहे। उनके पिता स्व. संजय सिंह चौहान वर्ष 1996 में पहली बार सपा के टिकट पर मोरना विधानसभा सीट से चुनाव जीतकर विधायक निर्वाचित हुए। वर्ष 2002 में इसी विधानसभा सीट से चुनाव हारे। इसके बाद वह रालोद में शामिल हो गए थे और वर्ष 2009 के लोकसभा चुनाव में बिजनौर सीट से भाजपा-रालोद गठबंधन में रालोद के सिंबल पर चुनाव जीकर सांसद बने। स्वर्गीय संजय चौहान सांसद बनने पर अनुमान समिति, फूड कंज्यूमर अफेयर व लोक वितरण समिति के सदस्य रहे।
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