Hathras Stampede: पिता की छूटी अंगुली, मां की गोद से छ‍िटकी नन्ही जान; भगदड़ में मासूम भाई-बहन हमेशा के लिए हो गए शांत

शाहजहांपुर के आनंद की तीन वर्षीय बेटी काव्या और नौ साल का बेटा आयुष भी अपने माता-पिता के साथ हाथरस में हुए सत्संग में गए थे। आयुष अपने पिता के साथ था जबकि मां की गोद में बेटी थी। भीड़ ने इस तरह धकियाया कि मां की गोद से बेटी छूट गई। उसके ऊपर से तमाम लोग गुजर गए। नन्हीं जान हमेशा के लिए शांत हो गई।

By pravesh dixit Edited By: Vinay Saxena Publish:Wed, 03 Jul 2024 02:05 PM (IST) Updated:Wed, 03 Jul 2024 02:05 PM (IST)
Hathras Stampede: पिता की छूटी अंगुली, मां की गोद से छ‍िटकी नन्ही जान; भगदड़ में मासूम भाई-बहन हमेशा के लिए हो गए शांत
हाथरस में यही है वो खेत, जहां पर गिरकर फ‍िर उठ न सके लोग।

HighLights

  • पोस्टमार्टम गृह पर पहुंचे दो स्वजन बेहोश
  • मृतकों में एटा के दो लोग और शामिल
  • अब तक एटा के तीन लोगों की हो चुकी है शि‍नाख्‍त

जागरण संवाददाता, एटा। हाथरस (Hathras) में हुए हादसे में कई मासूम जिंदग‍ियां भी खत्‍म हो गईं। एटा से एक झकझोर देने वाली कहानी सामने आई है। भोले बाबा सत्संग (Bhole Baba Satsang) हादसे में शाहजहांपुर के दो मासूम भाई-बहन भी भीड़ की भगदड़ की भेंट चढ़ गए। मंगलवार देर रात पोस्टमार्टम हाउस में पहचान होने के बाद पर‍िजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया।मृतकों में एटा जनपद के दो और लोग भी शामिल हैं। अब तक एटा के तीन लोगों की पहचान हो चुकी है।

मां की गोद से छ‍िटकी नन्‍हीं जान 

शाहजहांपुर जिले के थाना काठ के गांव बघौली निवासी आनंद की तीन वर्षीय बेटी काव्या और नौ साल का बेटा आयुष भी अपने माता-पिता के साथ सत्संग में आए थे। आयुष अपने पिता के साथ था, जबकि मां की गोद में बेटी थी। भीड़ ने इस तरह धकियाया कि मां की गोद से बेटी छूट गई। उसके ऊपर से तमाम लोग गुजर गए। नन्हीं जान हमेशा के लिए शांत हो गई।

देर रात को शाहजहांपुर के कुछ और लोग भी पोस्टमार्टम गृह पहुंच गए। जब वहां पर हा-हाकार भरा हृदय विदारक नजारा देखा तो दो लोग बेहोश हो गए। मौके पर मौजूद लोगों ने उनकी मदद की, तब होश में आ पाए।

मासूमों के शव देखकर दहल उठे लोगों के कलेजे  

दोनों मासूमों के शव देखकर लोगों के कलेजे दहल उठे। इसके अलावा दो और लोगों की पहचान हुई है, जो एटा जनपद के रहने वाले हैं। इनमें तीन साल का बच्चा रोबिन भी शामिल है। यह बच्चा अपने परिवार के साथ सत्संग में गया था। यह बालक भी गोद से छूट गया। माता-पिता जब तक उसे संभाल पाते, उससे पहले ही भीड़ ने रौंद दिया। मौके पर ही उसकी मृत्यु हो गई।

गोद में शव लेकर मां बेसुध होकर कई घंटे तक पोस्टमार्टम गृह पर बैठी रही। यह नजारा जिसने भी देखा वही दुखी हो गया। इसके अलावा थाना जैथरा क्षेत्र के गांव परौली निवासी बीना भी हादसे की शिकार हुई हैं। बीना पत्नी राय सिंह अपने स्वजन के साथ सुबह सत्संग के लिए गईं थीं, जहां हादसे की शिकार हो गईं।

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