बिजली इंजन से पर्यावरण की शुद्धता व ट्रेनों की बढ़ेगी रफ्तार

जागरण संवाददाता फर्रुखाबाद पूर्वोत्तर रेलवे इज्जतनगर बरेली मंडल के डीआरएम दिनेश कुमार सिंह ने बुधवार दोपहर यहां आकर रेलवे स्टेशन का निरीक्षण किया। उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि रेलवे ने बिजली ट्रेनें चलाने की नीति तय कर रखी है। चरणबद्ध तरीके से डीजल इंजन की विदाई होगी। बिजली इंजन से पर्यावरण की शुद्धता के साथ ट्रेन की गति भी बढ़ जाती है।

By JagranEdited By:
Updated: Thu, 30 May 2019 06:24 AM (IST)
बिजली इंजन से पर्यावरण की शुद्धता व ट्रेनों की बढ़ेगी रफ्तार
बिजली इंजन से पर्यावरण की शुद्धता व ट्रेनों की बढ़ेगी रफ्तार

जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : पूर्वोत्तर रेलवे इज्जतनगर बरेली मंडल के डीआरएम दिनेश कुमार सिंह ने बुधवार दोपहर रेलवे स्टेशन का निरीक्षण किया। उन्होंने पत्रकारों को बताया कि रेलवे ने बिजली ट्रेनें चलाने की नीति तय कर रखी है। चरणबद्ध तरीके से डीजल इंजन की विदाई होगी। बिजली इंजन से पर्यावरण की शुद्धता के साथ ट्रेन की गति भी बढ़ जाती है।

डीआरएम दिनेश कुमार सिंह ने पत्रकारों को बताया कि मथुरा से दरियावगंज तक की रेलवे लाइन पर बिजली का काम पूरा हो चुका है। मुख्य संरक्षा आयुक्त ने बिजली इंजन चलवाकर ट्रायल भी ले लिया है। कासगंज में रेलवे का मुख्य बिजली पावर हाउस भी काम करने लगा है। कंपिल रोड स्टेशन के निकट बना सब स्टेशन भी तैयार है। सीआरएस की हरी झंडी मिलते ही पहले चरण में मथुरा से फर्रुखाबाद तक बिजली इंजन लगाकर ट्रेन चलाई जा सकती है। उन्होंने बताया कि फर्रुखाबाद रेलवे स्टेशन के चार प्लेटफार्म का उच्चीकरण करने को टेंडर प्रक्रिया अंतिम दौर में है। टेंडर होते ही काम शुरू हो जाएगा। बिजली इंजन से जहां पर्यावरण की शुद्धता होती है, वहीं ट्रेन की ताकत और रफ्तार भी बढ़ जाती है। अभी इस लाइन पर चलने वाली ट्रेनों में मथुरा व कानपुर में डीजल इंजन बदले जाते हैं। इससे समय लगता है। बिजली इंजन से शंटिग नहीं करनी होगी और समय की बचत होगी। भोलेपुर व शुकुरुल्लापुर रेलवे क्रासिगों पर ओवरब्रिज बनाने के लिए रेलवे ने क्षेत्र का नक्शा दे दिया है। राज्य सरकार का नक्शा अभी तैयार नहीं हुआ है। नक्शा मिलते ही काम शुरू हो जाएगा। रेलवे इसमें सरकार का पूरा सहयोग करेगी। आज सीआरएस लेंगे बिजली इंजन का ट्रायल

डीआरएम दिनेश कुमार सिंह ने बताया कि मुख्य संरक्षा आयुक्त (सीआरएस) हावड़ा से चलकर 30 जून की दोपहर 11 बजे फर्रुखाबाद स्टेशन पर आएंगे। वह दरियावगंज स्टेशन तक बिजली इंजन का ट्रायल लेंगे। सीआरएस की स्वीकृत मिलने पर बिजली इंजन लगी ट्रेनों के संचालन पर निर्णय लिया जाएगा। कन्नौज से कल्यानपुर तक तार खिंच गए हैं। फर्रुखाबाद से कन्नौज स्टेशन तक बिजली लाइन डालने का काम तेजी से चल रहा है। दो माह में काम पूरा होने की उम्मीद है।