गाजियाबाद में 2.14 लाख लोगों के नहीं बने आयुष्मान गोल्डन कार्ड, रिपोर्ट में हुआ खुलासा

गाजियाबाद में कुल 1.66 लाख लाभार्थी परिवारों के 7.74 लाख लोगों के गोल्डन कार्ड बनाए जाने हैं। लेकिन अभी तक 2.14 लाख लोगों के आयुष्मान गोल्डन कार्ड नहीं बन पाए हैं। एक रिपोर्ट में यह जानकारी सामने आई है। ऐसी स्थिति तब देखने को मिल रही है जब प्रत्येक विकासखंड और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर मुफ्त में कार्ड बनाने का इंतजाम किया गया है।

By Madan Panchal Edited By: Abhishek Tiwari Publish:Wed, 03 Jul 2024 09:26 AM (IST) Updated:Wed, 03 Jul 2024 09:26 AM (IST)
गाजियाबाद में 2.14 लाख लोगों के नहीं बने आयुष्मान गोल्डन कार्ड, रिपोर्ट में हुआ खुलासा
2.14 लाख लोगों के कार्ड बनाने को लेकर स्वास्थ्य विभाग गंभीर नहीं।

HighLights

  • 15904 परिवारों तक नहीं पहुंची योजना
  • इलाज कराने में भी लोगों को हो रही परेशानी
  • सितंबर 2018 में शुरू की गई थी योजना

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत बनने वाले गोल्डन कार्ड का काम धीमी गति से चल रहा है। रिपोर्ट में पता चला है कि छह साल बाद भी स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों एवं स्वास्थ्यकर्मियों की लंबी चौड़ी फौज सवा दो लाख लोगों के आयुष्मान कार्ड नहीं बन पाई है।

यह स्थिति तब है जबकि शासन स्तर से प्रत्येक विकासखंड और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर निश्शुल्क गोल्डन कार्ड बनाने की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा ग्राम पंचायत और प्राथमिक स्कूलों में भी गोल्डन कार्ड बनाने को लेकर एक- एक केंद्र खोला गया है।

रिपोर्ट के अनुसार जिले में कुल 1.66 लाख लाभार्थी परिवारों के 7.74 लाख लोगों के गोल्डन कार्ड बनाए जाने हैं लेकिन अब तक 5.80 लाख लोगों के ही आयुष्मान कार्ड बनाए गए हैं। 2.14 लाख लोगों के कार्ड बनाने को लेकर स्वास्थ्य विभाग गंभीर नहीं है।

योजना के तहत ₹5 लाख तक का इलाज होता है निश्शुल्क 

यह योजना सितंबर 2018 में शुरू की गई थी। इसके तहत ₹5 लाख तक का इलाज निश्शुल्क होता है। इससे पहले 79000 लोग भी पांच बार सर्वे के बाद नहीं मिले थे। शासन को पत्र भेज कर स्वास्थ्य विभाग ने उक्त परिवारों को आयुष्मान योजना से बाहर करने का अनुरोध किया है।

43145 लोगों ने कराया इलाज

पिछले छह साल में गाजियाबाद के 43145 लोगों ने आयुष्मान कार्ड के माध्यम से विभिन्न अस्पतालों में अलग-अलग बीमारियों का निशुल्क उपचार कराया है। इनमें 39468 ने प्राइवेट और 3677 लोगों ने सरकारी अस्पतालों में इलाज कराया है।

गाजियाबाद में 92 सरकारी एवं प्राइवेट अस्पतालों में इस कार्ड के माध्यम से इलाज की व्यवस्था की गई है। कई प्राइवेट अस्पतालों में कार्ड धारकों को भर्ती करने के नाम पर परेशान किया जाता है। सीएमओ से लेकर शासन स्तर तक लोग शिकायत कर रहे हैं।

योजना का पूरा विवरण

इस योजना में गोल्डन कार्ड धारक को पांच लाख रुपये तक का निश्शुल्क इलाज मिलता है।  जिले में योजना के कुल लाभार्थी परिवारों की संख्या 166124 है। इनमें कुल लोगों की संख्या 774998 है। कुल बनाए गए गोल्डन कार्ड की संख्या 580556 है। 150220 परिवार ऐसे हैं जिनमे कम से कम एक सदस्य का गोल्डन कार्ड बना है।

आयुष्मान कार्ड बनाने का काम तेजी से किया जा रहा है। मई में कुल 2391 लोगाें के कार्ड बनाए गए हैं। जिला अस्पताल, सीएचसी ,पीएचसी और उप स्वास्थ्य केंद्रों पर रोज कार्ड बनाए जा रहे हैं।

- डॉ. अनवर अंसारी, नोडल आयुष्मान योजना

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