Ghaziabad: शराब कारोबार में निवेश के नाम पर हड़पे 1.79 करोड़, आरोपी ने साझेदार बनाकर 10% मुनाफे का दिया लालच

कविनगर थाना क्षेत्र के राजनगर के रहने वाले एक व्यक्ति को उनके ही परिचित ने शराब के कारोबार में निवेश कराने और साझेदार बनाने के नाम पर 1.79 करोड़ रुपये हड़प लिए। आरोपित ने निवेश के नाम पर उन्हें 10 प्रतिशत के मुनाफे का लालच दिया था।

By Ashutosh GuptaEdited By:
Updated: Wed, 01 Feb 2023 11:07 PM (IST)
Ghaziabad: शराब कारोबार में निवेश के नाम पर हड़पे 1.79 करोड़, आरोपी ने साझेदार बनाकर 10% मुनाफे का दिया लालच
शराब कारोबार में निवेश के नाम पर हड़पे 1.79 करोड़, आरोपी ने साझेदार बनाकर 10% मुनाफे का दिया लालच

गाजियाबाद, जागरण संवाददाता। कविनगर थाना क्षेत्र के राजनगर के रहने वाले एक व्यक्ति को उनके ही परिचित ने शराब के कारोबार में निवेश कराने और साझेदार बनाने के नाम पर 1.79 करोड़ रुपये हड़प लिए। आरोपित ने निवेश के नाम पर उन्हें 10 प्रतिशत के मुनाफे का लालच दिया था।

आरोप है कि परिचित ने शराब के ठेके ले लिए और उन्हें न तो मुनाफा दिया और न ही उनकी लागत वापस की। पीड़ित ने मामले की शिकायत पुलिस से की लेकिन पुलिस ने कार्रवाई नहीं की। बाद में उन्होंने कोर्ट का सहारा लिया और कोर्ट के आदेश पर कविनगर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई।

राजनगर सेक्टर सात के रहने वाले नरेश कुमार त्यागी का कहना है कि उनकी गोविंदपुरम के मनीष शर्मा से दोस्ती थी। मनीष शर्मा का शराब का कारोबार है। उनका कहना है कि वर्ष 2020 में मनीष शर्मा उनके घर आए और साझे में शराब के ठेके लेने की बात कही। मनीष ने कहा कि शराब की बिक्री पर उनके हिस्से में 10 प्रतिशत हिस्सा आएगा।

विश्वास में आकर उन्होंने साझेदारी के लिए हामी भर दी। आरोप है कि मनीष शर्मा ने उनसे दस्तावेज लेकर हापुड़ व गाजियाबाद में अलग-अलग जगह शराब के ठेके लिए। इसके बाद मनीष ने उनसे माल लेने और आबकारी की फीस जमा करने के नाम पर कई बार में 1.79 करोड़ रुपये ले लिए।

एक साल बीतने के बाद उन्होंने हिसाब करने को कहा तो मनीष शर्मा टालमटोल करता रहा। आरोप है कि मनीष ने उनकी बिना अनुमति के शराब के ठेकों का नवीनीकरण करा लिया। आरोप है कि मनीष ने बैंक खाते में केवल 752 रुपये छोड़े।

एसीपी कविनगर अभिषेक श्रीवास्तव का कहना है कि मामले में कोर्ट के आदेश पर मनीष शर्मा के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर जांच की जा रही है। जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।