गोरखपुर से भटनी जंक्शन तक 124 की रफ्तार से दौड़ी जीएम स्पेशल

महाप्रबंधक की हरी झंडी के बाद अब गोरखपुर-भटनी रेलमार्ग पर यात्री ट्रेनें अधिकतम 110 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ती रहेंगी। दरअसल इस रेलमार्ग पर यात्री ट्रेनों के लिए अधिकतम रफ्तार 110 किमी प्रति घंटा निर्धारित है।

By Satish Chand ShuklaEdited By: Publish:Fri, 12 Mar 2021 04:19 PM (IST) Updated:Fri, 12 Mar 2021 07:48 PM (IST)
गोरखपुर से भटनी जंक्शन तक 124 की रफ्तार से दौड़ी जीएम स्पेशल
पूर्वोत्‍तर रेलवे की ट्रेन का फाइल फोटो, जेएनएन।

 गोरखपुर, जेएनएन। रेलवे महाप्रबंधक की स्पेशल ट्रेन (निरीक्षण ट्रेन) शुक्रवार को गोरखपुर से भटनी के बीच अधिकतम 124 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ी। स्पीड ट्रायल की सफलता के बाद महाप्रबंधक विनय कुमार त्रिपाठी ने संतोष जताया और रेल लाइन का रखरखाव करने वाली टीम को मौके पर ही 20 हजार रुपये का नकद पुरस्कार प्रदान किया।

अब यात्री ट्रेनें रफ्तार से दौड़ती रहेंगी

महाप्रबंधक की हरी झंडी के बाद अब गोरखपुर-भटनी रेलमार्ग पर यात्री ट्रेनें अधिकतम 110 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ती रहेंगी। दरअसल, इस रेलमार्ग पर यात्री ट्रेनों के लिए अधिकतम रफ्तार 110 किमी प्रति घंटा निर्धारित है। ट्रायल के दौरान महाप्रबंधक की ट्रेन 120 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलनी थी। लेकिन महाप्रबंधक ने ट्रेन को 124 किमी प्रति घंटे पर ट्रेन दौड़ाकर रेल लाइन की मजबूती को परखा। रेलमार्ग पर स्पीड ट्रायल करने के बाद महाप्रबंधक ने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ भटनी जंक्शन का गहन निरीक्षण किया। यात्री सुविधाओं और साफ-सफाई पर जोर देते हुए उन्होंने नवनिर्मित पार्क और स्टेशन भवनों का निरीक्षण किया। अंत में स्टेशन परिसर में पौधारोपण किया। इस मौके पर पूर्वोत्तर रेलवे के प्रमुख मुख्य इंजीनियर सतीश कुमार पांडेय, प्रमुख मुख्य परिचालन प्रबंधक अनिल कुमार सिंह, प्रमुख मुख्य वाणिज्य प्रबंधक एससी प्रसाद, प्रमुख मुख्य यांत्रिक इंजीनियर अरविंद कुमार पांडेय, मंडल रेल प्रबंधक वाराणसी और मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह आदि अधिकारी मौजूद थे।

राजधानी एक्‍सप्रेस को चलाने की तैयारी

दरअसल, पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन बाराबंकी-गोंडा-गोरखपुर-भटनी-छपरा रेलमार्ग को राजधानी, शताब्दी और दूरंतों एक्सप्रेस को चलाने के लायक तैयार कर रहा है। इस रेलमार्ग पर भी ट्रेनें अधिकतम 130 किमी प्रति घंटा की गति से दौड़ सकेंगी। इसके लिए रेल लाइन, सिग्नल और प्वाइंट सिस्टम को मजबूत किया जा रहा है।  रेल लाइन, स्लीपर और प्वाइंट मशीन बदले जा रहे हैं। ट्रेनों की रफ्तार बढ़ाने के लिए डबल डिस्टेंट सिग्नल लगाए जाएंगे। प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।

कल यांत्रिक कारखाने का निरीक्षण करेंगे महाप्रबंधक

पूर्वोत्तर रेलवे के महाप्रबंधक विनय कुमार त्रिपाठी शनिवार को यांत्रिक कारखाने का निरीक्षण करेंगे। इस दौरान वह मेमू और एलएचबी कोचों की मरम्मत की जानकारी लेंगे। इसके अलावा संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक कर वार्षिक कार्यों की समीक्षा करेंगे। निरीक्षण को लेकर कारखाना प्रबंधन की तैयारी जारी है।

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