आश्चर्य : विश्व के सबसे लंबे प्लेटफार्म पर भी नहीं है मेडिकल स्टोर

यह विश्व के सबसे लंबा प्लेटफार्म है। रेल यात्रियों की भीड़ होती है। यदि किसी की तबीयत खराब हो जाए तो उसे दवा लेने के लिए बाहर ही जाना पड़ेगा।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 24 Nov 2018 11:55 AM (IST) Updated:Sat, 24 Nov 2018 11:55 AM (IST)
आश्चर्य : विश्व के सबसे लंबे प्लेटफार्म पर भी नहीं है मेडिकल स्टोर
आश्चर्य : विश्व के सबसे लंबे प्लेटफार्म पर भी नहीं है मेडिकल स्टोर

गोरखपुर, जेएनएन। इसे शर्तो की कठोरता कहें या विभागीय उदासीनता। विश्व के सबसे लंबे प्लेटफार्म पर अगर आपका सिर-पैर दर्द करने लगे तो दवा नहीं मिलेगी। दवा के लिए स्टेशन परिसर से बाहर ही जाना पड़ेगा। पिछले चार साल से पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्यालय स्टेशन गोरखपुर में दवा की दुकान नहीं खुल सकी।

रेलवे बोर्ड के दिशा-निर्देश पर पूर्वोत्तर रेलवे में यात्री सुविधाओं का तेजी के साथ विकास हो रहा है। गोरखपुर में ही स्वचालित सीढ़ी और लिफ्ट की सुविधा देने के बाद खानपान आदि की व्यवस्था को भी समृद्ध किया जा रहा है। लेकिन आज तक यात्रियों की छोटी-मोटी बीमारियों पर रेलवे प्रशासन का ध्यान नहीं गया। गंभीर बीमारी होने पर तो स्टेशन पर रेलवे के चिकित्सक उपलब्ध हो जाते हैं लेकिन शरीर के हल्का-फुल्का अस्वस्थ होने पर परेशानी और बढ़ जाती है। अक्सर यात्रियों को लू या ठंड लग जाती है। उल्टी और दस्त की शिकायतें आम हो जाती हैं लेकिन रोकथाम के लिए स्टेशन पर दवा नहीं मिल पाती।

प्लेटफार्म नंबर दो पर

थी दवा की दुकान

रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर दो पर दवा की दुकान थी, लेकिन लाइसेंस समाप्त होने के बाद फिर उसका नवीनीकरण नहीं हुआ। नए केमिस्ट शॉप के लिए विभाग ने कई बार टेंडर निकाला लेकिन कोई व्यक्ति या संस्था आगे नहीं आई। सूत्रों का कहना है कि रेलवे की शर्तो के आधार पर केमिस्ट शॉप संचालित करना टेढ़ी खीर है।

खानपान स्टालों पर ही मिल

जाएंगी जरूरी दवाइयां

रेलवे बोर्ड ने यात्रियों की समस्याओं को गंभीरता से लिया है। अब वह केमिस्ट शॉप की जगह प्लेटफार्मो के खानपान स्टालों पर जरूरी दवाइयां उपलब्ध कराने की योजना तैयार की है। 'मल्टी परपज स्कीम' के तहत 'मिसलेनियस स्टाल' खोले जाएंगे। जहां यात्रियों को चाय-बिस्किट के साथ दर्द आदि की दवाइयां भी मिल जाएगी। लेकिन सवाल यह है कि रेलवे बोर्ड की यह योजना कब परवान चढ़ेगी कोई नहीं जानता।

दुकान न खुल पाने की वजह

- हर समय फार्मासिस्ट की मौजूदगी अनिवार्य शर्त।

- रेलवे से अधिकृत दवाएं रखने की मजबूरी।

- सूचीबद्ध दवाओं के सिवाय कुछ भी बेचने की अनुमति नहीं।

- आय के मुकाबले खर्च अधिक होना प्रमुख वजह।

अतिरिक्त सुविधा देने की चल रही तैयारी

पूर्वोत्तर रेलवे के सीपीआरओ संजय यादव का इस संबंध में कहना है कि रेलवे स्टेशनों पर मल्टी परपज स्कीम के तहत मिसलेनियस स्टाल खोले जाने की योजना है। पूर्वोत्तर रेलवे में भी इसकी तैयारी चल रही है। इस योजना से यात्रियों को अतिरिक्त सुविधा मिलेगी।

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