तो यह है ट्रेनों की लेट लतीफी के कारण, रेलवे बोर्ड की निगरानी में मिली खामियां
गोरखपुर से चलने वाली ट्रेनों की लेट ततीफी से यात्रियों की परेशानी को देखते हुए विभागीय अधिकारियो ने निगरानी शुरू कर दी है। गोरखपुर से ट्रेनें अक्सर लेट में चलती हैं। शिकायत के बाद रेलवे बोर्ड सक्रिय हुआ तो यहंा के अधिकारी वैकफुट पर आ गए। उन्होंने गुरुवार से ही इस पर काबू पाल लिया।
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गोरखपुर : रेलवे बोर्ड ने लेट चल रही ट्रेनों की निगरानी शुरू कर दी है। कांफ्रेंस के जरिये अधिकारियों को कटघरे में खड़ा किया जा रहा है। इससे ट्रेनों की रफ्तार सुधरने लगी है। ट्रेनों के विलंबन पर अब सीधे संबंधित अधिकारी जवाबदेह होंगे। सवाल-जवाब के साथ उनकी जिम्मेदारी भी तय की जाएगी।
रेलवे बोर्ड की नजर लेट चल रही भारतीय रेलवे की सभी ट्रेनों पर है। लेकिन गोरखपुर से बनकर चलने वाली व पूर्वोत्तर रेलवे रूट पर चलने वाली गाड़ियों पर विशेष नजर रखी जा रही है। लगातार विलंबन के चलते बैकफुट पर आया रेलवे बोर्ड अब लेटलतीफी के नाम पर कोई जोखिम नहीं लेना चाहता। रेलमंत्री के दिशा-निर्देश पर रेल लाइनों की मरम्मत आदि के लिए अब सिर्फ रविवार को ही ब्लाक लिए जा रहे हैं। एक-एक ट्रेनों की मानीट¨रग कर विलंबन के कारणों का पता लगाया जा रहा है।
गोरखपुर से चलने वाली देहरादून और कोचीन एक्सप्रेस आदि ट्रेनों को ही लें। गाड़ियां समय से रेक नहीं उपलब्ध होने के चलते आए दिन निरस्त हो रही थीं। अब पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन अतिरिक्त रेक की व्यवस्था करने लगा है। यही नहीं ट्रेनों के समय-पालन रिपोर्ट में मिल रही खामी को दुरुस्त करने के लिए प्रमुख स्टेशनों और चेंजिंग प्वाइंटों पर डाटा लागर (कंप्यूटर सिस्टम) लगाए जा रहे हैं।
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78 फीसद रहा समय पालन
निगरानी और जवाबदेही के बाद समय पालन में और सुधार आएगा। 22 अगस्त को कुल 164 ट्रेनें चलीं, जिसमें सिर्फ 36 ही लेट हुई। यानी 78 फीसद समय पालन रहा। लखनऊ मंडल में चलने वाली ट्रेनों का समय पालन भी दुरुस्त हो रहा है। मार्च में जहां समय पालन 37 फीसद हो गया था वह अब 70 पर पहुंच गया है। 22 अगस्त को 101 ट्रेनें चलीं जिसमें सिर्फ 30 लेट हुई, यानी 70 फीसद समय पालन।
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दूसरे रेलवे से ही विलंब
से मिल रहीं गाड़ियां
मुख्य जनसंपर्क अधिकारी संजय यादव के अनुसार समय पालन में तेजी से सुधार हो रहा है। गोरखपुर से बनकर चलने वाली 12555 गोरखधाम, 12541 गोरखपुर-एलटीटी, हमसफर और कोचीन आदि गाड़ियां समय से रवाना हो रही हैं। लेकिन कुछ ट्रेनें दूसरी रेलवे से ही विलंब से मिल रही हैं। जिसके चलते समय पालन पूरी तरह से दुरुस्त नहीं हो पा रही। 22 को ही बाराबंकी में 12556 गोरखधाम 182 मिनट तथा 12596 हमसफर 164 मिनट लेट मिली। जबकि यह दोनों गाड़ियां गोरखपुर से समय से चलाई गई।