एयरफोर्स व रेलवे के इंजीनियरों को एमटेक करने का अवसर देगा एमएमएमयूटी

मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय एयरफोर्स व रेलवे के इंजीनियरों को एमटेक करने का अवसर देने जा रहा है। अगले सत्र से इसे लेकर स्ववित्तपोषित विशेष पाठ्यक्रम शुरू करने की विश्वविद्यालय की योजना है। विश्वविद्यालय ने इनके लिए चार ब्रांच में एमटेक शुरू करने की योजना बनाई है।

By Jagran NewsEdited By: Publish:Tue, 11 Oct 2022 08:03 AM (IST) Updated:Tue, 11 Oct 2022 08:03 AM (IST)
एयरफोर्स व रेलवे के इंजीनियरों को एमटेक करने का अवसर देगा एमएमएमयूटी
मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय। - फाइल फोटो

गोरखपुर, डा. राकेश राय। एयरफोर्स व रेलवे के ऐसे इंजीनियर जो बीटेक हैं पर नौकरी की वजह से चाहकर भी एमटेक नहीं कर पा रहे, मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय उन्हें उनकी इच्छा पूरी करने का अवसर देने जा रहा है। विश्वविद्यालय प्रशासन ने ऐसे इंजीनियरों को अवसर देने की योजना बना ली है और उसके क्रियान्वयन की तैयारी भी शुरू कर दी है। अगले सत्र से इसे लेकर स्ववित्तपोषित विशेष पाठ्यक्रम शुरू करने की विश्वविद्यालय की योजना है।

एमएमयूटी ने बनाई इंजीनियरों को पढ़ने का अवसर देने की योजना

योजना के क्रियान्वयन के क्रम में विश्वविद्यालय एयरफोर्स के गोरखपुर सब स्टेशन और पूर्वाेत्तर रेलवे को पत्र भेजकर पाठ्यक्रम को लेकर उनकी डिमांड मांगने जा रहा है। डिमांड के मुताबिक विश्वविद्यालय एमटेक के अलग-अलग ब्रांच का खाका तैयार करेगा। पाठ्यक्रम तय हो जाने के बाद विश्वविद्यालय उसके संचालन की अनुमति के लिए एआइसीटीई (आल इंडिया इंस्टीट्यूट आफ टेक्निकल एजुकेशन) को पत्र लिखेगा।

एयरफोर्स व रेलवे से पाठ्यक्रम की डिमांड करने जा रहा विश्वविद्यालय

अनुमति मिलने के बाद उस पाठ्यक्रम को विश्वविद्यालय के एकेडमिक काउंसिल और प्रबंध बोर्ड से स्वीकृति लेने की प्रक्रिया पूरी की जाएगी। विश्वविद्यालय ने प्राथमिक तौर पर इनके लिए चार ब्रांच में 19-18 सीट पर एमटेक शुरू करने की योजना बनाई है। ये ब्रांच हैं- इलेक्ट्रिडकल्स, मैकेनिकल, कंप्यूटर साइंस और इलेक्ट्रानिक्स एंड कम्युनिकेशन। हालांकि डिमांड आने के बाद ही इनकी प्राथमिकता तय की जाएगी। पाठ्यक्रम की लोकप्रियता बढ़ने के साथ ही सीटों की संख्या बढ़ाने का विकल्प भी विश्वविद्यालय ने खोल रखा है। बाद में इस पाठ्यक्रम के लिए अन्य सरकारी और गैर सरकारी संस्थाओं के इंजीनियरों को भी अवसर देने की विश्वविद्यालय की योजना है।

संचालित होंगी सांध्यकालीन कक्षाएं

संस्था में अपने दायित्वों का निर्वहन करने साथ ही इंजीनियर कक्षा में अपनी उपस्थिति दर्ज कराके पढ़ाई को सुचारु रूप से जारी रख सकें, इसके लिए विश्वविद्यालय एमटेक के इस विशेष पाठ्यक्रम की सांध्यकालीन कक्षाएं संचालित करेगा। कक्षाओं का समय विद्यार्थियों और शिक्षकों की उपलब्धता के निर्धारित किया जाएगा। आनलाइन क्लास करने का विकल्प भी खुला रहेगा।

इंजीनियरिंग कालेज में चलता था एमटेक का पार्टटाइम कोर्स

मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय ने 2013 में इंजीनियरिंग कालेज से विश्वविद्यालय बना। इंजीनियरिंग कालेज के दौरान एमटेक के पार्टटाइम कोर्स की व्यवस्था थी। विश्वविद्यालय बनने के बाद यह व्यवस्था समाप्त हो गई। विश्वविद्यालय प्रशासन की तैयारी उसी पुरानी व्यवस्था को बहाल करने की है।

कार्यरत इंजीनियरों को डिग्री अपग्रेड करने के लिए एमटेक करने का अवसर देने की योजना विश्वविद्यालय प्रशासन ने बनाई है। प्राथमिक तौर पर इस योजना से एयरफोर्स और रेलवे को जोड़ा जाएगा। पत्र लिखकर इन विभागों से पाठ्यक्रम की डिमांड मांगी जा रही है। डिमांड के आधार पर पाठ्यक्रम का प्रारूप तैयार किया जाएगा। एआइसीटीई से अनुमति मिलते ही एमटेक के इस विशेष पाठ्यक्रम का संचालन भी शुरू कर दिया जाएगा। - प्रो. जेपी पांडेय, कुलपति, एमएमयूटी।

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