रेलवे के सभी क्रासिंग पर पंद्रह दिन में तैनात हो जाएंगे कर्मचारी

अब कोई भी रेलवे क्रसिंग पर कर्मचारी तैनात हो जाएंगे। दुर्घटनाओं पर काबू पाने के लिए नई व्यवस्था की जा रही है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 15 Sep 2018 08:39 AM (IST) Updated:Sat, 15 Sep 2018 08:39 AM (IST)
रेलवे के सभी क्रासिंग पर पंद्रह दिन में  तैनात हो जाएंगे कर्मचारी
रेलवे के सभी क्रासिंग पर पंद्रह दिन में तैनात हो जाएंगे कर्मचारी

गोरखपुर,(जेएनएन)। पूर्वोत्तर रेलवे (एनईआर) के मानव रहित समपार फाटकों (अनमैंड क्रासिंग) पर होने वाली दुर्घटनाओं पर शीघ्र ही विराम लग जाएगा। ट्रेनों का आवागमन बाधित होने की समस्या खत्म हो जाएगी। महज 15 दिन में लखनऊ, वाराणसी और इज्जतनगर मंडल के सभी अनमैंड क्रासिंग मैंड (मानव सहित) हो जाएंगी। आंकड़ों के अनुसार 70 फीसद दुर्घटनाएं अनमैंड क्रासिंगों पर ही होती है।

पूर्वोत्तर रेलवे के तीनों मंडलों में रोजाना 6 से 7 क्रासिंग मैंड की जा रही हैं। चेन और डिस्क लगाए जा रहे हैं। रेलवे प्रशासन मानदेय पर 954 पूर्व सैनिकों की यहां तैनाती करने जा रहा है। एक अप्रैल के रिकार्ड के मुताबिक 2018 तक 633 अनमैंड और 1341 अनमैंड सहित कुल 1974 क्रासिंग थीं।

कहां क्या है स्थिति

- इज्जतनगर मंडल में 61 में से 50 अनमैंड क्रासिंग बंद हो गई हैं। अगले सप्ताह में शेष 11 भी पूरी तरह से बंद हो जाएंगी। सर्वाधिक दुर्घटना वाले मथुरा-कानुपर अनवरगंज रेलमार्ग की सभी क्रासिंग बंद की जा चुकी हैं।

- लखनऊ मंडल में 83 अनमैंड क्रासिंग बची हैं। सोमवार तक 13 बंद हो जाएंगी। 30 सितंबर तक सभी बंद हो जाएंगी।

- वाराणसी मंडल में 264 अनमैंड क्रासिंग बची हैं।

कुशीनगर दुर्घटना ने खोल

दी पूर्वोत्तर रेलवे की आंखें

26 अप्रैल 2018 को तमकुही रोड और दुदही स्टेशन के बीच अनमैंड क्रासिंग पर हुई भीषण दुर्घटना में 13 नौनिहाल असमय काल के गाल में समा गए। कुशीनगर जनपद में हुई इस हृदयविदारक घटना ने पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन की आंखें खोल दी।

तीनो मंडल लक्ष्य के करीब

पूर्वोत्तर रेलवे के सीपीआरओ संजय यादव का कहना है कि पूर्वोत्तर रेलवे की सभी अनमैंड क्रासिंग को 30 सितंबर तक पूरी तरह से मैंड कर दिया जाएगा। महाप्रबंधक राजीव अग्रवाल के मार्गदर्शन में तीनों मंडल लक्ष्य के करीब हैं।

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