गोरखपुर को जाम मुक्त बनाने की नई पहल, शहर में एक अक्टूबर से नहीं आएंगी प्राइवेट बसें; यहां बनेगा स्टैंड

गोरखपुर शहर से जाम की समस्या को दूर करने के लिए अधिकारियों ने एक बार फिर पहल की है। अब बसों की एंट्री शहर में बंद करने का फैसला लिया गया है। एडीजी कमिश्नर आइजी व नगर आयुक्त ने स्टैंड के लिए स्थान चिह्नित किए हैं। टीबी अस्पताल व मेडिकल कालेज के पास बस स्टैंड बनेगा। वहीं रोडवेज की बस सड़क पर खड़ी होने पर पुलिस कार्रवाई करेगी।

By Jagran NewsEdited By: Publish:Fri, 22 Sep 2023 09:12 AM (IST) Updated:Fri, 22 Sep 2023 09:12 AM (IST)
गोरखपुर को जाम मुक्त बनाने की नई पहल, शहर में एक अक्टूबर से नहीं आएंगी प्राइवेट बसें; यहां बनेगा स्टैंड
बस स्टैंड बनाए जाने को लेकर स्थलीय निरीक्षण करते अधिकारी। -जागरण

HighLights

  • टीबी अस्पताल व मेडिकल कालेज के पास बनेगा स्टैंड
  • एडीजी, कमिश्नर, आइजी व नगर आयुक्त ने चिह्नित किए स्थान
  • रोडवेज की बस सड़क पर खड़ी होने पर पुलिस करेगी कार्रवाई

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। शहरवासियों व बाहर से आए लोगों को जाम से निजात दिलाने के लिए अधिकारियों ने एक बार फिर पहल की है। एडीजी जोन, मंडलायुक्त, आइजी व नगर आयुक्त ने बस स्टैंड के लिए चिह्नित भूमि को देखा। एक सप्ताह के भीतर इसे स्टैंड का रूप दे दिया जाएगा। एक अक्टूबर से बिहार, देवरिया, कुशीनगर जाने वाली निजी बसें नंदानगर व महराजगंज जाने वाली बसों का संचालन बीआरडी मेडिकल कालेज के पास बन रहे स्टैंड से होगा। रोडवेज बसें परिसर में खड़ी होंगी। बाहर निकलने पर पुलिस कार्रवाई करेगी।

अवैध स्टैंड व रोडवेज चालकों की मनमानी से लगता है जाम

अवैध स्टैंड व रोडवेज चालकों की मनमानी से शहर में रोजाना जाम लगता है। नौसढ़ से लेकर मोहद्दीपुर, छात्रसंघ, विश्वविद्यालय चौक और रेलवे स्टेशन रोड पर दिन भर वाहन रेंगते रहते हैं। समस्या से निजात पाने के लिए एडीजी जोन अखिल कुमार ने दो वर्ष निजी स्टैंड को शहर से बाहर शिफ्ट करने का सुझाव जिलाधिकारी व एसएसपी को दिया, लेकिन अधिकारियों के बीच तालमेल का अभाव होने की वजह से इस पर अमल नहीं हुआ। शासन से पूछताछ होने पर 31 मई, 2023 को नगर आयुक्त गौरव सिंह सोगरवाल की अगुवाई में पुलिस व प्रशासन के अधिकारियों की बैठक हुई, जिसमें तय हुआ कि बस/आटो स्टैंड को एक माह के भीतर शहर से बाहर शिफ्ट कर लिया जाएगा, लेकिन दावा धरा रह गया।

एडीजी जोन अखिल कुमार की पहल पर मंडलायुक्त अनिल ढींगरा ने इसको लेकर पहल की। सुबह आइजी जे. रविन्दर गौड, नगर आयुक्त गौरव सिंह सोगरवाल के साथ विश्वविद्यालय चौराहा, रेलवे बस स्टेशन, नंदानगर व मेडिकल कालेज के पास स्टैंड के लिए चिह्नित भूमि पर पहुंचे। स्टैंड संचालन की दृष्टि से चिह्नित भूमि के उपयुक्त पाए जाए जाने पर अधिकारियों ने फैसला लिया कि एक अक्टूबर से निजी बसों का संचालन यहीं से होगा।

अधिकारियों ने लिया यह फैसला

विश्वविद्यालय चौराहा पर कुलसचिव आवास के पास स्थित स्टैंड की भूमि को समतल किया जाएगा। फुटपाथ से ठेला व दुकानों को हटाया जाएगा। सड़क पर वाहन खड़े नहीं होंगे। रेलवे बस स्टेशन परिसर रोडवेज की सभी बसें खड़ी होंगी। अनुपयोगी भवन को तोड़ने के साथ ही भूमि को समतल किया जाएगा ताकि बस खड़ी करने में असुविधा न हो। परिसर में सुलभ शौचालय का निर्माण होगा। निगरानी के लिए सीसी कैमरे लगेंगे। नंदानगर में टीबी अस्पताल के पास स्टैंड बनेगा। बिहार, कुशीनगर व देवरिया जाने वाली बसों का संचालन यहीं से होगा। नगर निगम बुनियादी सुविधा विकसित करेगा। बस/आटो/ई-रिक्शा से यात्री शहर में आएंगे। महराजगंज से आने वाली बसों को बीआरडी मेडिकल कालेज के पास खड़ा कराया जाएगा। चिह्नित भूमि को नगर निगम के अधिकारी समतल कराएंगे और बुनियादी सुविधा विकसित करेंगे। स्टैंड से यात्री बस/आटो/ई-रिक्शा से यात्री शहर में आएंगे।

यहां मनमाने तरीके से चलते हैं स्टैंड

रेलवे स्टेशन, रोडवेज तिराहा, विश्वविद्यालय चौराहा से कुलपति आवास तक कचहरी/मंडलायुक्त कार्यालय के सामने, पैडलेगंज चौकी के पास, नार्मल टैक्सी स्टैंड, रेलवे स्टेशन के बाहर होटलों के सामने, धर्मशाला और पर्यटन कार्यालय के सामने।

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क्या कहते हैं अधिकारी

एडीजी जोन अखिल कुमार ने बताया कि शहर में जाम न लगे इसलिए पहले चरण में निजी बसों को शहर से बाहर किया जाएगा। एक अक्टूबर तक चिह्नित किए गए स्टैंड से बिहार, देवरिया, कुशीनगर व महराजगंज जाने व आने वाली बसों का संचालन शुरू हो जाएगा। जो स्टैंड छूट गए हैं उन्हें दूसरे चरण में शहर से बाहर किया जाएगा।

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