सेटेलाइट स्टेशन बनेगा गोरखपुर का कैंट रेलवे स्टेशन, वाराणसी व बिहार के लिए यहीं से मिलेंगी ट्रेनें
गोरखपुर में कैंट रेलवे स्टेशन के पास क्रासिंग के पास अंडरपास बनेगा। इससे यहां वर्षों पुरानेे जाम की समस्या से निजात मिलेगी। इसके अलावा कैंट रेलवे स्टेशन को सैटेलाइट स्टेशन के रूप में विकसित किया जा रहा है।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। गोरखपुर कैंट स्टेशन के यात्रियों की ट्रेन नहीं छूटेगी। नंदानगर व एयरफोर्स क्षेत्र के लोगों को क्रासिंग खुलने का इंतजार नहीं करना पड़ेगा। जाम से भी मुक्ति मिलेगी। यह सहूलियत देने के लिए रेलवे प्रशासन ने कौवाबाग की तरह गोरखपुर कैंट स्टेशन यार्ड स्थित 157 ए स्पेशल क्रासिंग (समपार फाटक) को भी व्यवस्थित करने की तैयारी शुरू कर दी है। लखनऊ मंडल के इंजीनियर क्रासिंग पर रोड अंडर ब्रिज (आरयूबी या अंडरपास) के निर्माण की संभावनाओं की तलाश में जुट गए हैं। कौवाबाग की तरह कैंट में भी अंडरपास बनाने के लिए प्रशासनिक स्तर पर मंथन शुरू हो गया है।
आसान होगा हजारों लोगों का आवागमन, क्रासिंग पर लगने वाले जाम से मिलेगी मुक्ति
रेलवे के इंजीनियर क्रासिंग से होकर आवागमन करने वाले लोगों और क्रासिंग से आने वाली कठिनाइयों की समीक्षा शुरू कर दी है। अंडरपास बनने में आने वाली मुश्किलों और मिलने वाली सुविधाओं का भी आंकलन कर रहे हैं। दरअसल, कैंट स्टेशन सेटेलाइट के रूप में विकसित हो रहा है। पांच रेल लाइनें तैयार हो रही हैं। नए प्लेटफार्म, भवन, विश्रामालय और फुट ओवरब्रिज बन रहे हैं।
सेटेलाइट स्टेशन के रूप में विकसित होगा कैंट स्टेशन
सेटेलाइट स्टेशन के रूप में विकसित होने के बाद कैंट से ही नरकटियागंज, छपरा और वाराणसी रूट की इंटरसिटी और पैसेंजर सवारी गाड़ियां संचालित होने लगेंगी। गोरखपुर जंक्शन का लोड कम हो जाएगा। इन सारी व्यवस्थाओं और सुविधाओं के बाद भी कैंट स्टेशन तक आवागमन के लिए सुविधाजनक रास्ता नहीं बन पाया। स्टेशन यार्ड होकर एम्स होकर नंदानगर जाने वाली सड़क है, लेकिन क्रासिंग लोगों की राह में रोड़ा बनी हुई है। ट्रेनों के लगातार आवागमन के चलते क्रासिंग अक्सर बंद रहती है। यात्री स्टेशन पहुंचकर भी ट्रेन नहीं पकड़ पाते हैं। आमजन परेशान रहते हैं।
स्टेशन से दक्षिण की तरफ तैयार है सड़क का प्रस्ताव
यात्रियों की सहूलियत के लिए रेलवे प्रशासन ने कैंट स्टेशन के दक्षिण तरफ सड़क का प्रस्ताव तैयार किया है। लेकिन दक्षिण तरफ खाली भूमि सेना की है। स्टेशन को एम्स वाली सड़क से जोड़ने के लिए रेलवे प्रशासन ने सेना से आठ हजार वर्ग मीटर भूमि की मांग की है। इसके लिए रेलवे प्रशासन ने वर्ष 2015-16 और 2020-21 में बोर्ड को प्रस्ताव भी भेजा है। लेकिन अभी तक भूमि नहीं मिली। स्टेशन से दक्षिण तरफ सड़क बन जाने से बिना क्रासिंग पार किए यात्रियों की राह आसान हो जाएगी।
रेलवे प्रशासन सड़क उपयोगकर्ता की सुविधाओं को लेकर भी संवेदनशील है। रोड ओवर ब्रिज और रोड अंडर ब्रिज बना कर समपार फाटकों को समाप्त किया जा रहा है। इसी क्रम में गोरखपुर कैंट स्थित समपार के स्थान पर रोड अंडर ब्रिज बनाने के लिए फीजिबिलिटी जांच की जा रही है। - पंकज कुमार सिंह, मुख्य जनसंपर्क अधिकारी- पूर्वोत्तर रेलवे।