पूर्वोत्तर रेलवे को जुलाई में मिल जाएगी वंदे भारत की पहली रेक, ट्रेन की समय सारिणी व रूट का प्रस्ताव तैयार
पूर्वोत्तर रेलवे की झोली में वंदे भारत ट्रेन की सौगात जल्द ही मिलने की उम्मीद है। वहीं अयोध्या के रास्ते गोरखपुर से प्रयागराज के बीच भी इस ट्रेन को चलाए जाने की तैयारी हो रही है। ऐसे में रेलवे प्रशासन ने ट्रेन की समय सारिणी रूट और ठहराव का प्रस्ताव तैयार कर लिया है जिसमें कुछ संशोधन हो सकता है।
![पूर्वोत्तर रेलवे को जुलाई में मिल जाएगी वंदे भारत की पहली रेक, ट्रेन की समय सारिणी व रूट का प्रस्ताव तैयार](https://www.jagranimages.com/images/newimg/29062023/29_06_2023-vande_bharat_23455644_m.webp)
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। पूर्वोत्तर रेलवे की झोली में जुलाई में वंदे भारत ट्रेन की पहली रेक मिल सकती है। संभावना जताई जा रही कि पहले सप्ताह में ही रेक लखनऊ होते हुए गोरखपुर पहुंच जाएगी। इसके साथ ही अयोध्या और लखनऊ के रास्ते गोरखपुर से प्रयागराज के बीच वंदे भारत का संचालन जल्द शुरू होने की आस जग गई है। यह ट्रेन गोरखपुर से प्रयागराज के बीच सात घंटे में अपना सफर पूरा करेगी।
वंदे भारत को संचालित करने के लिए रेलवे प्रशासन भी उत्साहित है और अपनी तैयारी तेज कर दी है। रेलवे प्रशासन ने ट्रेन की समय सारिणी, रूट और ठहराव का प्रस्ताव तैयार कर लिया है, जिसमें कुछ संशोधन हो सकता है। जानकारों के अनुसार तैयार प्रस्ताव के अनुसार ट्रेन सुबह सात बजे गोरखपुर से रवाना होगी। अयोध्या, लखनऊ होते हुए दोपहर दो बजे तक प्रयागराज पहुंचेगी।
प्रयागराज से दोपहर बाद तीन बजे से रवाना होकर यह ट्रेन रात 10 बजे तक गोरखपुर पहुंच जाएगी। हालांकि, ट्रेन के उद्घाटन स्थल और तिथि को लेकर अभी संशय बरकरार है। ट्रेन की रेक इंटिगरल कोच फैक्ट्री चेन्नई में बनकर तैयार हो गई है। ट्रेन की रेक लखनऊ में ही रुक गई तो लखनऊ से, गोरखपुर पहुंच गई तो गोरखपुर से ट्रेन को हरी झंडी दिखाई जा सकती है।
चार रूटों के लिए तैयार है वंदे भारत का प्रस्ताव
रेलवे ने गोरखपुर से चार रूटों पर वंदे भारत ट्रेन संचालित करने का प्रस्ताव तैयार किया है। अयोध्या के रास्ते गोरखपुर से प्रयागराज के अलावा गोरखपुर-लखनऊ-कानपुर, गोरखपुर-लखनऊ-कानपुर-नई दिल्ली तथा लखनऊ-गोरखपुर-पाटलिपुत्र के बीच भी वंदे भारत ट्रेन का प्रस्ताव तैयार है। वंदे भारत ट्रेन को चलाने के लिए गोरखपुर से लखनऊ के बीच करीब 270 किमी रेल लाइन को 160 किमी प्रति घंटे के लायक तैयार किया जा रहा है। इसके लिए पटरी व सिग्नल सिस्टम को मजबूत करने के साथ संरक्षा और ओवरहेड इक्यूपमेंट (ओएचई) को सुदृढ़ किया जा रहा है। गोरखपुर से लखनऊ के बीच आटोमेटिक ब्लाक सिग्नल सिस्टम लगाने का कार्य तेज कर दिया है।
न्यू वाशिंग पिट का विद्युतीकरण पूरा, शेड लगाने की तैयारी
वंदे भारत ट्रेन की धुलाई-सफाई व मरम्मत के लिए गोरखपुर स्थित न्यू वाशिंग पिट को अपग्रेड किया जा रहा है। पिट का विद्युतीकरण पूरा हो चुका है। शेड (छज्जा) लगाने की तैयारी चल रही है। ट्रेन की प्राथमिक मरम्मत और रखरखाव न्यू वाशिंग पिट में ही होगी। पिट में उपकरण ठीक करने के साथ मानव संसाधन बढ़ाने की भी कवायद शुरू हो गई है। मरम्मत और रखरखाव के लिए रेलकर्मी प्रशिक्षित किए जा रहे हैं।