North Eastern Railway: कबाड़ घोषित होंगी रेलवे स्टेशनों पर लगीं वाटर वेंडिंग मशीनें, ढाई साल से फांक रहीं धूल

पूर्वोत्तर रेलवे के गोरखपुर सहित लखनऊ मंडल के स्टेशनों पर लगी मशीनों को हटाने के लिए महाप्रबंधक ने निर्देश दिया है। इसी क्रम में लखनऊ मंडल प्रशासन ने मशीनों को हटाने व नीलाम करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 25 Sep 2022 02:28 PM (IST) Updated:Sun, 25 Sep 2022 02:28 PM (IST)
North Eastern Railway: कबाड़ घोषित होंगी रेलवे स्टेशनों पर लगीं वाटर वेंडिंग मशीनें, ढाई साल से फांक रहीं धूल
रेलवे स्टेशन पर स्थित वाटर वेंडिंग मशीन। -जागरण

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। गोरखपुर सहित लखनऊ मंडल के स्टेशनों पर ढाई साल से धूल फांक रहीं लगभग 50 आटोमेटिक वाटर वेंडिंग मशीनें (एडब्लूवीएम) कबाड़ घोषित की जाएंगी। पूर्वोत्तर रेलवे के महाप्रबंधक के दिशा-निर्देश पर लखनऊ मंडल प्रशासन ने मशीनों को हटाने और नीलाम करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। मशीनों के कबाड़ में बिकने के साथ ही रेलवे बोर्ड की स्टेशनों पर यात्रियों को सस्ते दाम पर पीने का शुद्ध पानी उपलब्ध कराने की योजना परवान चढ़ने से पहले ही धराशायी हो जाएगी। वर्ष 2016 में लगने के बाद यह मशीनें मुश्किल से तीन से चार साल ही चल पाई हैं।

रेलवे प्रशासन को सौंपी गई थी मशीनों की जिम्मेदारी

मशीनों के संचालन को लेकर कार्यदायी संस्था और इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कारपोरेशन (आइआरसीटीसी) के बीच खींचतान के चलते बोर्ड ने इस व्यवस्था की जिम्मेदारी रेलवे प्रशासन को सौंप दी थी। बोर्ड के निर्देश के बाद पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन ने मशीनों को संचालित करने का प्रयास किया, लेकिन निराशा ही हाथ लगी। प्लेटफार्मों पर खड़ी यह मशीनें हाथी दांत बनी हुई हैं।

नदारत हैं गोरखपुर जंक्शन के प्लेटफार्मों पर लगी 12 मशीनें

गोरखपुर जंक्शन के प्लेटफार्मों पर लगी करीब 12 मशीनें यात्री सुविधाओं की पोल खोल रही हैं। इस दौरान लखनऊ मंडल प्रशासन ने गोरखपुर सहित दस स्टेशनों पर 48 नई वाटर वेंडिंग मशीनों को लगाने की प्रक्रिया शुरू कर दी थी। गोरखपुर जंक्शन पर 12, लखनऊ जंक्शन पर 08, गोंडा जंक्शन पर 06, बस्ती स्टेशन पर 05, खलीलाबाद में 04, सीतापुर में 03, ऐशबाग में 03, मनिकापुर में 03, लखीमपुर में 02 और बादशाहनगर में 02 वाटर वेंडिंग मशीन लगाने के लिए टेंडर भी निकाला गया था। लेकिन अभी तक कोई संस्था आगे नहीं आई है। ऐसे में अब एक-एक स्टेशनों पर मशीन लगाने के लिए टेंडर निकालने की तैयारी चल रही है। फिलहाल, महाप्रबंधक अशोक कुमार मिश्र ने प्लेटफार्मों पर शोपीस बनीं मशीनों को हटाने के लिए निर्देशित कर दिया है।

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