भटके हुए बच्चों को परिवार से मिलाएगा रेलवे

अपने परिवार से बिछड़कर रेलवे स्टेशनों पर पहुंचने वालों मासूम बच्चों को मिलाने के लिए अब रेलवे ने भी पहल शुरू कर दी है। रेलवे स्टेशनों पर चाइल्ड हेल्प डेस्क स्थापित की जाएगी। इस डेस्क पर रेलवे अधिकारियों के अलावा जीआरपी और आरपीएफ के अधिकारी मौजूद रहेंगे। जो बच्चों के परिजन को खोजकर उनसे मिलवाने का काम करेंगे। जल्द ही हापुड़ स्टेशन पर भी यह डेस्क स्थापित की जाएगी।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 04 Sep 2018 05:48 PM (IST) Updated:Tue, 04 Sep 2018 05:48 PM (IST)
भटके हुए बच्चों को परिवार से मिलाएगा रेलवे
भटके हुए बच्चों को परिवार से मिलाएगा रेलवे

जागरण संवाददाता, हापुड़

अपने परिवार से बिछड़कर रेलवे स्टेशनों पर पहुंचने वाले मासूम बच्चों को मिलाने के लिए अब रेलवे ने भी पहल की है। इसके लिए रेलवे स्टेशनों पर चाइल्ड हेल्प डेस्क स्थापित की जाएगी। इस डेस्क पर रेलवे अधिकारियों के अलावा जीआरपी और आरपीएफ के अधिकारी मौजूद रहेंगे। ये अधिकारी बिछड़े हुए बच्चों के परिजन को खोजकर उनसे मिलवाएंगे। जल्द ही स्थानीय रेलवे स्टेशन पर भी यह डेस्क स्थापित की जाएगी।

मंडल रेल प्रबंधक एके ¨सघल ने बताया कि रेल प्रबंधन ने रेलगाड़ी के संचालन के साथ खोए हुए बच्चों, अपहृत बच्चों को परिवार से मिलाने का भी काम शुरू किया है। ऐसे बच्चे किसी न किसी तरह से रेलवे स्टेशन पर पहुंच जाते हैं। अपने परिजन से बिछुड़े ऐसे बच्चों को चिह्नित कर रेलवे उनके परिवार वालों तक पहुंचाएगा। इसलिए सभी स्टेशनों पर चाइल्ड हेल्प डेस्क स्थापित की जाएगी।

उन्होंने बताया कि पिछले दिनों रेलवे और रेलवे चाइल्ड ऑफ इंडिया के अधिकारियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक हुई थी। इसी बैठक में यह निर्णय लिया गया है। रेलवे अधिकारियों, जीआरपी और आरपीएफ के अधिकारियों को हिदायत दी गई है कि कहीं भी कोई लावारिस बच्चा मिले तो उसे तत्काल चाइल्ड हेल्प डेस्क तक पहुंचाया जाए। बच्चों को खाना खिलाया जाए और उनकी हिम्मत बंधाई जाए। रेलवे के इस प्रयास से हजारों बच्चों को परिवार से मिलाया जा चुका है।

उन्होंने बताया कि मुरादाबाद मंडल का हापुड़ स्टेशन भी प्रमुख स्टेशनों में से एक है। इसलिए यहां भी चाइल्ड हेल्प डेस्क स्थापित की जाएगी। इस डेस्क पर रेलवे अधिकारियों के अलावा जीआरपी और आरपीएफ के अधिकारियों की ड्यूटी लगाई जाएगी। यह प्रक्रिया बहुत जल्द लागू कर दी जाएगी।

chat bot
आपका साथी