अब ट्रेन चालक और गार्ड के हाथ में होगा टैबलेट

रेलगाड़ियों का सफल संचालन करने के लिए रेलवे नए-नए प्रयोग कर रहा है। इसलिए अब रेलवे अधिकारियों ने ट्रेनों को चलाने वाले चालक और गार्ड को टैबलेट देने की योजना तैयार की है। चालक और गार्ड को मिलने वाले टैबलेट आधुनिक कंपनी के होंगे और सीधे कंट्रोल रूम से जुड़ेंगे। खास बात यह है कि यह टैबलेट एक्सप्रेस और पैसेंजर ट्रेनों के चालक और गार्ड को नहीं बल्कि मालगाड़ियों के चालक व गार्ड को भी मिलेगी। इस संबंध में रेलवे बोर्ड के अधिकारी ने पत्र जारी कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 16 Sep 2018 06:50 PM (IST) Updated:Sun, 16 Sep 2018 06:50 PM (IST)
अब ट्रेन चालक और गार्ड के हाथ में होगा टैबलेट
अब ट्रेन चालक और गार्ड के हाथ में होगा टैबलेट

गौरव शर्मा, हापुड़ : रेलगाड़ियों का सफल संचालन करने के लिए रेलवे नए-नए प्रयोग कर रहा है। इसलिए अब रेलवे अधिकारियों ने ट्रेनों को चलाने वाले चालक और गार्ड को टैबलेट देने की योजना तैयार की है। चालक और गार्ड को मिलने वाले टैबलेट आधुनिक कंपनी के होंगे और सीधे कंट्रोल रूम से जुड़ेंगे। खास बात यह है कि यह टैबलेट एक्सप्रेस और पैसेंजर ट्रेनों के चालक और गार्ड को ही नहीं बल्कि मालगाड़ियों के चालक व गार्ड को भी मिलेगी। इस संबंध में रेलवे बोर्ड के अधिकारी ने पत्र जारी कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए हैं।

रेलवे द्वारा अभी चालक और गार्ड को आपस में बातचीत करने के लिए वॉकी-टॉकी दिए जाते हैं। अब रेलवे वॉकी-टॉकी के स्थान पर टैबलेट देने जा रहा है। टैबलेट के माध्यम से ट्रैक चटकने से होने वाली दुर्घटनाओं का तत्काल पता लग सकेगा और इस संबंध में टैबलेट में लगे सेंसर से उसका पता चालक और गार्ड को पहले ही लग जाएगा। इसके बाद दोनों मिलकर हादसा होने से बचा सकेंगे।

रेलवे अधिकारियों ने बताया कि टैबलेट देने के बारे में रेलवे बोर्ड के डायरेक्टर सुनील कुमार ने एक पत्र जारी किया है। इस पत्र में आधुनिक उपकरण के रूप में टैबलेट देने की घोषणा की है। इस टैबलेट से यह भी फायदा होगा कि गार्ड और चालक आपसी सहमति से ट्रेन की रफ्तार भी बढ़ा सकेंगे। इसके अलावा चालक व गार्ड सिग्नल समेत अन्य प्रकार की सूचनाओं का आसानी से आदान-प्रदान कर सकेंगे। टैबलेट की मदद से कोहरे में भी ट्रेनों को स्पीड से चलाया जा सकता है।

----

- क्या कहते है मंडल रेल प्रबंधक-

अप्रैल माह में पत्र प्राप्त हुआ है। इस पर मंथन किया जा रहा है। इस नई व्यवस्था को बहुत जल्द लागू करने का प्रयास किया जा रहा है। ताकि ट्रेनों का संचालन निर्बाध चल सके। ----एके ¨सघल, मंडल रेल प्रबंधक।

chat bot
आपका साथी