अब मुगलसराय से गाजियाबाद तक भरोसे की ट्रेन

जमीर सिद्दीकी, कानपुर अपने शहर में 'एक नंबर भरोसे का' के जरिए तत्कालीन आईजी आशुतोष पांडेय पीड़ितों

By Edited By: Publish:Mon, 25 Jan 2016 09:59 PM (IST) Updated:Mon, 25 Jan 2016 09:59 PM (IST)
अब मुगलसराय से गाजियाबाद तक भरोसे की ट्रेन

जमीर सिद्दीकी, कानपुर

अपने शहर में 'एक नंबर भरोसे का' के जरिए तत्कालीन आईजी आशुतोष पांडेय पीड़ितों से सीधे जुड़े थे। अब सोमवार को उत्तर मध्य जोन इलाहाबाद में आईजी रेलवे का पदभार ग्रहण करते ही उन्होंने यात्रियों की सुरक्षित यात्रा के लिए रणनीति तैयार करना शुरू कर दिया है। प्रथम चरण में मुगलसराय से गाजियाबाद तक भरोसे की ट्रेन फार्मूला शुरू करने का फैसला लिया।

सोमवार को पदभार ग्रहण करते ही आईजी रेलवे ने दैनिक जागरण से बातचीत में कहा कि रेलवे में सबसे ज्यादा अपराध के मामलों में यदि कोई ट्रैक अति संवेदनशील है तो वह मुगलसराय से गाजियाबाद तक है। इस रेलमार्ग पर छेड़छाड़, जहरखुरानी, डकैती, चेन स्नेचिंग व तस्करी की वारदात कुछ अधिक ही होती हैं। ऐसे में सबसे पहले इन वारदात पर अंकुश लगाने के लिए यात्रियों से जीआरपी थानों को सीधे जोड़ा जायेगा। आईजी जल्द ही एक वाट्सएप नंबर जारी करेंगे जिसपर कोई भी यात्री अपनी समस्या बता सकेगा और उस पर पास के जीआरपी थाना से त्वरित कार्रवाई कराई जाएगी। आईजी ने उत्तर मध्य जोन के इलाहाबाद मंडल के सभी जीआरपी प्रभारियों की जानकारी ले रहे हैं। आईजी ने सभी थाना, जीआरपी चौकी प्रभारियों के मोबाइल नंबर लिए हैं।

---------------

इंसेट..

सर्वाधिक चुनौती वाला ट्रैक

दिल्ली-हावड़ा मुख्य रेलमार्ग पर गाजियाबाद से टूंडला तक सर्वाधिक चुनौती वाला ट्रैक है। इस क्षेत्र में पुरी, सप्तक्रांति एक्सप्रेस, ऊंचाहार एक्सप्रेस, जनसाधारण एक्सप्रेस, संगम एक्सप्रेस समेत दर्जनों ट्रेनें डकैती का शिकार हो चुकी हैं। सेंट्रल स्टेशन से नई दिल्ली जा रही श्रमशक्ति एक्सप्रेस में कानपुर के नवाबगंज के एक डाक्टर की हत्या कर उन्हें ट्रैक पर फेंकने की घटना भी हो चुकी है।

---------------

इंसेट..

ट्रेन यात्रियों की वीडियोग्राफी

आईजी रेलवे ने बड़े रेलवे स्टेशनों पर ट्रेन यात्रियों की वीडियो ग्राफी कराने का फैसला लिया है।

जीआरपी के तेजतर्रार दरोगा व सिपाहियों के अलावा महिला दरोगा व कांस्टेबिल को भी चयनित कर उन्हें सादे कपड़ों में लगाया जायेगा।

ट्रेनों की वीडियोग्राफी किये जाने से कभी भी कोई घटना होगी तो अपराधियों की कलई ये वीडियोग्राफी खोल देगी।

----------------

जीआरपी का यात्रियों से सीधे जुड़ाव रहेगा, जीआरपी थानों में कोई यात्री अपनी पीड़ा दर्ज करा सकेगा। जल्द ही व्हाट्सएप नंबर जारी करेंगे।

आशुतोष पांडेय, आईजी रेलवे

------------------

chat bot
आपका साथी