कानपुर के लोगों के लिए खुशखबरी, जीटी रोड के फ्लाईओवर और मंधना-कन्नौज रेलवे ट्रैक के ऊपर से निकलेगा एलीवेटेड फ्लाईओवर

भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) के 93.2 किलोमीटर रिंग रोड प्रोजेक्ट की सबसे बड़ी बाधा दूर हो गई है। मंधना के आगे चौबेपुर के महाराजपुर में प्रस्तावित 56 फीट ऊंचे एलीवेटेड फ्लाईओवर के निर्माण को लेकर पूर्वात्तर रेलवे से अनुमति नहीं मिलने की खबर दैनिक जागरण में 30 जनवरी को प्रमुखता से प्रकाशित हुई तो प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने हस्तक्षेप किया।

By rishi dixit Edited By: Abhishek Pandey Publish:Wed, 21 Feb 2024 04:09 PM (IST) Updated:Wed, 21 Feb 2024 04:09 PM (IST)
कानपुर के लोगों के लिए खुशखबरी, जीटी रोड के फ्लाईओवर और मंधना-कन्नौज रेलवे ट्रैक के ऊपर से निकलेगा एलीवेटेड फ्लाईओवर
कानपुर के लोगों के लिए खुशखबरी, जीटी रोड के फ्लाईओवर और मंधना-कन्नौज रेलवे ट्रैक के ऊपर से निकलेगा एलीवेटेड फ्लाईओवर

जागरण संवाददाता, कानपुर। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) के 93.2 किलोमीटर रिंग रोड प्रोजेक्ट की सबसे बड़ी बाधा दूर हो गई है। मंधना के आगे चौबेपुर के महाराजपुर में प्रस्तावित 56 फीट ऊंचे एलीवेटेड फ्लाईओवर के निर्माण को लेकर पूर्वात्तर रेलवे से अनुमति नहीं मिलने की खबर दैनिक जागरण में 30 जनवरी को प्रमुखता से प्रकाशित हुई तो प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने हस्तक्षेप किया।

इसके बाद, रेलवे ने अनापत्ति प्रमाणपत्र (एनओसी) दे दी है। इसके साथ ही एनएचएआइ ने एलीवेटेड फ्लाईओवर का निर्माण कार्य शुरू करने से पहले तैयारी शुरू कर दी है। फिलहाल हाईटेंशन लाइन की शिफ्टिंग चल रही है।

एनएचएआइ की महत्वाकांक्षी परियोजना कानपुर रिंग रोड कानपुर नगर, कानपुर देहात और उन्नाव जिले से गुजर रही है। 93.2 किमी रिंग रोड पर नौ स्थानों पर रेलवे क्रासिंग पड़ रही है, जहां रेलवे उपरगामी पुल यानी आरओबी बनाकर रिंग रोड को ऊपर से गुजारेगा। इसके लिए एनएचआइ ने आठ माह पहले संबंधि रेलवे जोन को पत्र लिखकर एनओसी मांगी थी।

उसमें से पूर्वात्तर रेलवे यानी एनई रेलवे ने एनएचएआइ के पत्र का संज्ञान ही नहीं लिया था, जबकि एनएचएआइ के अधिकारी एनई रेलवे के मुख्यालय गोरखपुर भी गए थे। वहीं, डेडीकेटेड फ्रेट कारिडोर, उत्तर मध्य रेलवे और उत्तर रेलवे के स्तर से एनओसी की कार्रवाई शुरू हो गई थी। इस समस्या को दैनिक जागरण ने प्रमुखता से प्रकाशित किया, जिसके बाद पीएमओ के पोर्टल पर शिकायत की गई थी। पीएमओ ने एनएचएआइ और रेलवे के अफसरों से बात कर तत्काल समस्या का निराकरण कर दिया।

हाईटेंशन लाइन की चल रही शिफ्टिंग

एलीवेटेड फ्लाईओवर निर्माण से पहले की तैयारी शुरू हो गई है। उस क्षेत्र से गुजर रही हाईटेंशन लाइन की शिफ्टिंग का कार्य कराया जा रहा है। उसके बाद फ्लाईओवर का निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा।

एलीवेटेड फ्लाईओवर कम आरओबी के निर्माण में लगेंगे दो साल

रिंग रोड प्रोजेक्ट का सबसे आकर्षक चौथे चरण में बनने वाला एलीवेटेड फ्लाईओवर कम आरओबी है, जो 56 फीट ऊंचा होगा। जीटी रोड के हाईवे और मंधना-फर्रुखाबाद रेलवे लाइन के ऊपर से गुजरेगा। इसके निर्माण कार्य में दो साल लगेंगे।

रिंग रोड के चौथे चरण में बनने वाले सबसे अहम एलीवेटेड फ्लाईओवर कम आरओबी निर्माण की बाधा दूर हो गई है। एनई रेलवे से एनओसी मिल गई है। अब निर्माण कार्य की तैयारी शुरू है। अभी हाईटेंशन लाइन की शिफ्टिंग का कार्य चल रहा है।

प्रशांत दुबे, परियोजना निदेशक, एनएचएआइ।

रिंग रोड प्रोजेक्ट

93.2 किमी सिक्स लेन सड़क।

7700 करोड़ रुपये होंगे खर्च।

02 गांग पुल का होगा निर्माण।

09 रेलवे क्रासिंग पर बनेंगे आरओबी।

दिसंबर 2026 तक पूरा होगा प्रोजेक्ट।

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