रेलवे इंटरकॉम की डिटेल लेने में जुटी जीआरपी
जीआरपी की जांच में तेजी आने लगी है। जीआरपी ने रेलवे इंटरकॉम की डिटेल लेनी शुरू कर दी है।
जागरण संवाददाता, कानपुर : जीआरपी की जांच में तेजी आने लगी है। जीआरपी ने रेलवे इंटरकॉम की डिटेल के लिए हाथ पांव मारने तेज कर दिए हैं। डिटेल हाथ लगते ही पर्दे के पीछे लोगों की शिनाख्त कर मामले का खुलासा किया जाएगा। इसके लिए जीआरपी ने दिल्ली आरपीएफ और आयकर विभाग से भी संपर्क किया है।
स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एक्सप्रेस में मिले 1.40 करोड़ रुपये रेलवे इंटरकॉम की मदद से सेंट्रल स्टेशन से बाहर निकालने की तैयारी थी। रेलवे इंटरकॉम की पूरी जानकारी रखने वाले व्यक्ति ने इसके लिए सोची समझी रणनीति के तहत काम किया। दैनिक जागरण पहले दिन से ही इस बात को उठा रहा है कि इंटरकॉम की डिटेल खंगाली जाए तो कई चेहरे बेनकाब हो जाएंगे। बहरहाल अब जीआरपी ने इंटरकॉम की डिटेल लेने के लिए हाथ पांव मारना शुरू कर दिया है। इसके लिए रेवले के अफसरों से सपंर्क किया गया है। बता दें सेंट्रल स्टेशन पर रेलवे इंटरकॉम से सबसे पहला फोन डिप्टी एसएस कंट्रोल रूम में आया था। इसके बाद आरपीएफ कंट्रोल रूम में फोन किया गया। जीआरपी ने इस मामले में आयकर और दिल्ली आरपीएफ से भी संपर्क साधा है। प्रभारी एसपी प्रयागराज ब्रजेश सिंह के मुताबिक जांच चल रही है। जल्द ही इस मामले में परिणाम सामने होंगे। ------------------
यह था मामला
दिल्ली से जयनगर जा रही स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एक्सप्रेस के पेंट्रीकार में 15 फरवरी की रात एक बैग मिला था। इंटरकॉम पर आयी सूचना के बाद रेलवे अधिकारियों ने बैग को उतरवा लिया था। बैग लेने आए युवक की आइडी मांगने पर मामला फंस गया। जीआरपी,आरपीएफ और रेलवे अधिकारियों की टीम ने बैग का ताला तोड़ा तो उसमें 1.40 करोड़ रुपये निकले।
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गाजियाबाद की कंपनी ने किया है दावा
ट्रेन में मिले 1.40 करोड़ रुपये गाजियाबाद की टेलीकॉम सेवा प्रदाता कंपनी बीएस 4 ने दावा किया है। कंपनी अधिकारियों के मुताबिक कर्मचारियों को वेतन देने के लिए बैग लखनऊ भेजा जा रहा था जो गलती से सेंट्रल पर उतर गया। इस मामले में आयकर विभाग जांच कर रहा है।