UP News: अब गर्मी में गश खाकर नहीं गिरेंगे ट्रैफिक संभालने वाले जवान, मिला खास हेलमेट

यूपी के अधिकतर शहरों में काफी तेज धूप निकलने गर्मी बढ़ गई है। ऐसे में सड़क पर ट्रैफिक व्‍यवस्‍था को संभालने वाले ट्रैफिक पुलिसकर्मियों को काफी चुनौती के साथ काम करना पड़ रहा है। इस परेशानी का हल उत्‍तर प्रदेश ट्रैफिक पुलिस ने खोज निकाला है। सीएम योगी ने पायलेट प्रोजेक्‍ट के रूप में कानुपर की ट्रैफ‍िक पुलिस को 32 एसी वाले हेलमेट दिए हैं।

By Jagran NewsEdited By: Vivek Shukla Publish:Fri, 28 Jun 2024 11:27 AM (IST) Updated:Fri, 28 Jun 2024 12:33 PM (IST)
UP News: अब गर्मी में गश खाकर नहीं गिरेंगे ट्रैफिक संभालने वाले जवान, मिला खास हेलमेट
वातानुकूलित हेलमेट वितरण कार्यक्रम में हेलमेट पहने यातायात महिला कर्मी l जागरण

HighLights

  • मुख्यमंत्री ने पायलट प्रोजेक्ट के रूप में कानपुर की ट्रैफिक पुलिस को दिए 32 हेलमेट
  • आइआइएम और बिट्स पिलानी के पूर्व छात्रों की कंपनी ने बनाए हैं एसी हेलमेट

 जागरण टीम, लखनऊ। चिलचिलाती गर्मी में चौराहों पर तैनात ड्यूटी करते यातायात पुलिस के जवान अब अचानक गश खाकर नहीं गिरेंगे। उनके सिर पर वातानुकूलित (एसी) हेलमेट होगा जो उन्हें लगातार गर्मी से बचाता रहेगा।

गुरुवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पांच कालिदास मार्ग स्थित सरकारी आवास पर कानपुर के यातायात पुलिस के जवान को यह हेलमेट पहनाकर इसकी शुरुआत की।

पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर कानपुर यातायात पुलिस के सिपाहियों को ऐसे 32 हेलमेट वितरित किए गए हैं। यह हेलमेट सिर को ठंडक देने के साथ ही हवा भी देगा।

मुख्यमंत्री योगी ने कानपुर के यातायात सिपाही सुगौरव तिवारी को अपने हाथ से हेलमेट पहनाया। यातायात कर्मियों को प्रचंड गर्मी से राहत दिलाने के लिए कानपुर के पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार के इस प्रयास की सराहना की।

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कहा, जवान चौराहे पर खड़े होकर यातायात व्यवस्था को सुचारु रूप से संचालित करते है। कई बार ऐसा करते-करते जवान बेहोश हो जाते हैं या कोई अप्रिय घटना हो जाती है। यह एसी हेलमेट कुछ हद तक मदद करने में सहभागी बनेगा। दरअसल, पिछले दिनों प्रयोग के तौर पर कानपुर शहर के दो चौराहों टाटमिल और विजय नगर में ट्रैफिक ड्यूटी करने वाले सिपाहियों को एसी हेलमेट दिए गए थे।

योजना थी कि प्रयोग सफल होने पर अन्य चौराहों पर भी ट्रैफिक सिपाहियों को ऐसे हेलमेट दिए जाएंगे। इसी क्रम में गुरुवार को 32 सिपाहियों को हेलमेट दिए गए। यदि ये लाभदायक साबित हुए तो प्रदेश के सभी ट्रैफिक पुलिसकर्मियों को दिए जाएंगे।

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बैटरी और चिप से संचालित होता है एसी हेलमेट

यह हेलमेट वस्तुतः एयरकंडीशंड नहीं है, चूंकि तापमान को कम करता है इसलिए इसे एसी कहा गया है। इसमें हार्ड प्लास्टिक शील्डयुक्त चश्मे भी लगे हुए हैं जिससे पुलिसकर्मियों की आंखों का भी धूप से बचाव होगा।

हेलमेट का निर्माण हैदराबाद की कंपनी जर्श ने किया है। कंपनी आइआइएम और बिट्स पिलानी के पूर्व छात्रों ने मिलकर बनाई है। यह हेलमेट बैटरी और चिप से संचालित होते हैं।

बैटरी से इसमें लगा छोटा सा पंखा चलेगा। बैटरी एक बार चार्ज होने पर छह से आठ घंटे तक चलेगी। यह सामान्य हेलमेट से भारी है और कीमत 12 से 16 हजार के बीच है।

कानपुर के पुलिस उपायुक्त अखिल कुमार ने बताया कि अभी इसके परिणामों का अध्ययन किया जाएगा, जिसमें यह देखा जाएगा स्वास्थ्य पर इसका क्या प्रभाव होता है।

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