यूपी में अब खत्म होगा भ्रष्टाचार, एसीओ ने लांच किया आइ-फैक्टस एप, सभी जिलों में हो रहा इंटेलिजेंस यूनिट का गठन

उत्तर प्रदेश को भ्रष्टाचार मुक्त बनाने के दिशा में भ्रष्टाचार निवारण संगठन ने एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है। एसीओ (भ्रष्टाचार निवारण संगठन) ने आई-फैक्टस (इंटेलीजेंट फाइनेंशियल एनालिटिक क्राइम ट्रैकिंग एंड ट्रेनिंग सिस्टम) डेवलप किया है जिसका शुभारंभ यूपी डीजीपी प्रशांत कुमार ने किया है। इस एप की मदद से एसीओ को अभियोजन व प्रशिक्षण समेत तमाम कार्यों में मदद मिलेगी।

By Jagran NewsEdited By: Shivam Yadav Publish:Sat, 29 Jun 2024 11:20 PM (IST) Updated:Sat, 29 Jun 2024 11:20 PM (IST)
यूपी में अब खत्म होगा भ्रष्टाचार, एसीओ ने लांच किया आइ-फैक्टस एप, सभी जिलों में हो रहा इंटेलिजेंस यूनिट का गठन
आई-फैक्टस एप से भ्रष्टाचार की जांच तेज करेगा एसीओ।

HighLights

  • डीजीपी प्रशांत कुमार ने किया एप का शुभारंभ
  • इस वर्ष 107 लोकसेवकों के विरुद्ध हुई कार्रवाई

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। भ्रष्टाचार निवारण संगठन (एसीओ) ने और त्वरित व प्रभावी जांच के लिए आई-फैक्टस (इंटेलीजेंट फाइनेंशियल एनालिटिक क्राइम ट्रैकिंग एंड ट्रेनिंग सिस्टम) एप विकसित किया है। डीजीपी प्रशांत कुमार ने एप का शुभारंभ किया।

भ्रष्टाचार के विरुद्ध जीरो टॉलरेंस की नीति के तहत एसीओ को और सुदृढ़ बनाया जा रहा है। इसी कड़ी में एप काे विकसित किया गया है, जिससे एसीओ को अभिसूचना संकलन, फाइनेंशियल एनालिसिस, सीडीआर एनालिसिस, आय से अधिक संपत्ति की गणना, विवेचना, अभियोजन व प्रशिक्षण में मदद मिलेगी। 

समय की बचत के साथ ही तकनीक के सहयोग से जांच आसान व तेज होगी। डीजीपी का कहना है कि एप जांच की गुणवत्ता सुधारने में भी सहयोगी होगी। शासन ने भ्रष्टाचार के मामलों में कार्रवाई का दायरा बढ़ाने के लिए एसीओ की आठ नई इकाइयों का गठन करने के साथ ही सभी 18 मंडल स्तर पर एसीओ के थाने स्थापित किए गए हैं। 

कंट्रोल रूम को यूपी 112 से भी एकीकृत

वर्तमान में एसीओ की 19 इकाईयां क्रियाशील हैं। इसके साथ ही 18 मंडलों पर तथा एसीओ मुख्यालय पर टास्क फोर्स भी क्रियाशील हैं। एसीओ मुख्यालय के कंट्रोल रूम को यूपी 112 से भी एकीकृत कराया गया है। 

सभी जिलों में एसीओ की इंटेलिजेंस यूनिट का भी गठन कराया जा रहा है। जबकि मुख्यालय स्तर पर तकनीकी यूनिट का गठन किया गया है। एसीओ ने इस वर्ष अब तक भ्रष्टाचार के मामलों में 107 लोकसेवकों के विरुद्ध कानूनी शिकंजा कसा है। 

पिछले वर्ष इसी अवधि में 62 तथा वर्ष 2022 में 32 लोकसेवकों को भ्रष्टाचार के मामलों में पकड़ा गया था। एसीओ ने इसे वर्ष 202 जांचों व विवेचनाओं का निस्तारण किया है।

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