Lucknow Metro Anniversary: आज ही के दिन एयरपोर्ट से मुंशी पुलिया के बीच दौड़ी थी अपनी मेट्रो

सितंबर 2014 से मेट्रो की नींव लखनऊ में रखी गई और फिर चौधरी चरण सिंह से चारबाग मेट्रो स्टेशन का पहला नार्थ साउथ कारिडोर जो साढ़े आठ किमी था उसकी शुरुआत सितंबर 2017 में शुरू की गई थी।

By Anurag GuptaEdited By: Publish:Mon, 08 Mar 2021 01:45 PM (IST) Updated:Mon, 08 Mar 2021 01:45 PM (IST)
Lucknow Metro Anniversary: आज ही के दिन एयरपोर्ट से मुंशी पुलिया के बीच दौड़ी थी अपनी मेट्रो
यूपीएमआरसी एमडी ने सोमवार को सचिवालय गेट नंबर पांच का क‍िया उद्घाटन।

लखनऊ, जेएनएन। चौधरी चरण सिंह मेट्रो स्टेशन से मुंशी पुलिया के बीच आठ मार्च 2019 को ही मेट्रो का फुल संचालन हुआ था। नार्थ साउथ कॉरिडोर के नाम से मशहूर यह कारिडोर अब तक करोड़ों यात्रियों को अपनी मंजिल तक पहुंचा चुका है। आठ मार्च यानी महिला दिवस पर लखनऊ मेट्रो दोहरी खुशी मना रहा है । पहली महिला दिवस की और दूसरी स्थापना दिवस की। उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कारपोरेशन लिमिटेड के प्रबंध निदेशक कुमार केशव ने सोमवार सचि‍वालय के गेट नंबर पांच का उद्घाटन भी क‍िया। इसके बाद 1090 प्रतिनिधिमंडल काे मेट्राे की मुफ्त यात्रा कराई गई। साथ ही गाे स्मार्ट कार्ड धारक के लिए भी सोमवार के दिन मेट्रो में मुफ्त यात्रा रहेगी।

सितंबर 2014 से मेट्रो की नींव लखनऊ में रखी गई और फिर चौधरी चरण सिंह से चारबाग मेट्रो स्टेशन का पहला नार्थ साउथ कारिडोर जो साढ़े आठ किमी था, उसकी शुरुआत सितंबर 2017 में शुरू की गई थी। उसके पौने दो साल बाद लखनऊ मेट्रो जो अब उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कारपोरेशन बन गया है, उसने चारबाग से मुंशी पुलिया के बीच मेट्रो स्टेशन बनाकर आठ मार्च 2019 से फुल कारिडोर में मेट्रो का संचालन किया। नार्थ साउथ कारिडोर में 21 मेट्रो स्टेशन हैं और कुल 23 किमी का पूरा सफर है। इस सफर में अधिकतम 40 मिनट लगते हैं। आज मेट्रो लखनऊ की लाइफ लाइन हो गई है।

विश्व ने माना लखनऊ मेट्रो की काबिलियत को

आज के समय में अगर बात की जाए तो अंतरराष्ट्रीय प्रोद्यौगिकी की तो लखनऊ मेट्रो का नाम भी अब उस सूची में अंकित हो चुका है। इंग्लैंड की रेलवे से जुड़ी बहुचर्चित पत्रिका के कवर पृष्ठ पर लखनऊ मेट्रो का शीर्षक के साथ आना 'सीख बना लखनऊ', खुद में उत्तर प्रदेश और देश के लिए एक गर्व का विषय बन गया है। क्रिस जैक्सन, एडिटर-इन-चीफ, रेलवे गजट समूह ने अपनी सर्वेक्षण रिपोर्ट में लखनऊ मेट्रो परियोजना के बारे में व्याख्या की है जो की भारत सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार की सबसे प्रतिष्ठित और प्रमुख मेट्रो रेल परियोजनाओं में से एक है। इस परियोजना को अनुमानित लागत के भीतर, रिकॉर्ड समय सीमा में भी पूरा करने का कीर्तिमान हासिल है। लंदन की पत्रिका में प्रबंध निदेशक के प्रबंधन में कारपोरेशन द्वारा की गई चुनौतियों और उपलब्धियों का वर्णन भी किया है।

चालीस महिला ट्रेन ऑपरेटर निभा रही अहम भूमिका

लखनऊ मेट्रो में मेट्राे संचालन का काम कुल चालीस महिला ट्रेन ऑपरेटर निभा रही है। इनमें सात महिला आपरेटर वर्ष 2017 से अब तक सत्तर सत्तर हजार किमी मेट्रो का संचालन कर चुकी हैं। पहले दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन में प्रशिक्षिण फिर लखनऊ में प्रशिक्षिण कराकर महिला ट्रेन ऑपरेटर अपनी अहम भूमिका लखनऊ मेट्रो में निभा रही हैं। प्रबंध निदेशक कहते हैं कि उत्तर प्रदेश मेट्रो ने महिला कर्मचारियों को पुरुष कर्मचारियों के समकक्ष लाने की परिकल्पना साकार की हैं। उत्तर प्रदेश मेट्रो महिलाओं को अधिक अवसर देने में विश्वास करती है और उन्हें उनके उद्धार और सशक्तिकरण के लिए यथासंभव प्रेरित करती है। 

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