मदर टेरेसा जैसे लोग भारत में कराते हैं ईसाईकरण : आदित्य नाथ
सांसद योगी आदित्यनाथ ने भारत रत्न मदर टेरेसा पर ईसाईकरण का काम करने का करने का काम करने का करने का आरोप लगाया।
लखनऊ (जेएनएन)। भारतीय जनता पार्टी के फायर ब्रांड नेता योगी आदित्य नाथ ने एक बार फिर आग उगली है। बस्ती में कल उन्होंने भारत रत्न मदर टेरेसा की चर्चा के मदर टेरेसा पर ईसाईकरण का काम करने का करने का आरोप लगाया।
गोरक्षपीठाधीश्वर एवं भाजपा सांसद योगी आदित्यनाथ ने कल बस्ती के सक्सेरिया इंटर कालेज परिसर में दिव्य सेवा मिशन के रामकथा के दौरान कहा कि भारत रत्न से सम्मानित मदर टेरेसा जैसे लोग कभी भारत का ईसाईकरण करने का काम करते हैं तो कभी फादर बन कर हिन्दुओं को दफनाने की साजिश रचते हैं।
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उन्होंने कहा भारत के पूर्वोत्तर राज्यों में इन ईसाईयों ने किस तरह से खतरनाक स्थिति पैदा कर रखी हैं, इसे कोई भी देख सकता है। देश के झारखंड, अरुणाचंल प्रदेश, त्रिपुरा, नगालैंड, मेघालय में ईसाईयों ने अलगाववाद की ऐसी स्थिति पैदा कर रखी है, जिसे देखने के बाद पैरों तले जमीन खिसक जायेगी।
राम मंदिर मुद्दे पर उत्तेजक बयान
योगी आदित्यनाथ ने एक बार फिर राममंदिर के मुद्दे पर उत्तेजक बयान देकर विवाद खड़ा कर दिया है। उन्होंने कहा है अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के लिए हिंदुओं को भी इजराइल के नागरिकों जैसा भाव लेकर आगे बढऩा होगा। जब जनता को ढांचा (अयोध्या का विवादित ढांचा) ढहाने से कोई नहीं रोक पाया, तो मंदिर बनाने से कौन रोक पाएगा।
योगी ने अपने बीस मिनट के संबोधन में उन्होंने अनेक संवेदनशील मुद्दों पर बेबाकी से राय जाहिर की। उनके संबोधन का वीडियो वायरल होने के बाद विवाद खड़ा हो गया।
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6 दिसंबर 92 की घटना का जिक्र करते हुए योगी ने कहा कि कार सेवक ढांचा ढहाने के बाद ईंट का एक-एक टुकड़ा अपने साथ लेकर चले गये और सबने अपने हिसाब से उसका प्रयोग किया। इसी कारण इसमें कोई दो राय नहीं कि अयोध्या में मंदिर निर्माण होकर रहेगा।
कैराना को दुखद प्रकरण बताया
योगी ने कैराना के मामले पर दुख प्रकट करते हुए कहा कि आखिर हिन्दू कब तक पलायन करेगा और वह कहां जायेगा। पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से हिन्दुओं को भगाया गया, तब किसी ने असहिष्णुता की बात नहीं की। न ही किसी ने इसके लिए अपना पुरस्कार वापस लौटाया। भाजपा सांसद ने कहा कि सत्याग्रह सज्जनों को समझाने का प्रतीकात्मक विरोध का रास्ता है, मगर कैराना जैसी घटनाओं में श्रीराम की तर्ज पर जवाब देने का वक्त आ गया है।
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भगवान राम जैसा सत्याग्रही इस धरती पर न तो आया है और न आएगा। जब जरूरत पड़ी तो उन्होंने संहार कर रावण जैसे महाबली का अंत कर दिया। योगी ने कहा कि श्रीराम ने शबरी के जूठे बेर खाए, निषाद राज को गले लगाया, मगर जब रावण जैसे आतताई से निपटने की बारी आई तो संहार का रास्ता अख्तियार कर लिया। उन्होंने कहा कि भगवान राम जैसा सज्जन कौन हो सकता है, लेकिन समय आने पर उन्होने रावण को उसी की भाषा में सब कुछ समझा दिया।