'संप्रुभता को खतरा हुआ तो भारत...' योग दिवस पर बोले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह; हर सैनिक को क्यों बताया योगी?

केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मथुरा स्थित स्ट्राइक वन कोर सैन्य क्षेत्र में सैनिकों के साथ योग किया। उन्होंने योग की एहमियत बताते हुए कहा कि अगर किसी भी तरह से भारत की संप्रभुता को खतरा होता है तो भारत कड़ा जवाब देने में पूरी तरह सक्षम है। उन्होंने कहा कि हर भारतीय सैनिक एक तरह से योगी है।

By Jagran NewsEdited By: Aysha Sheikh Publish:Fri, 21 Jun 2024 09:15 PM (IST) Updated:Fri, 21 Jun 2024 09:15 PM (IST)
'संप्रुभता को खतरा हुआ तो भारत...' योग दिवस पर बोले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह; हर सैनिक को क्यों बताया योगी?
सैनिकों के साथ योगाभ्यास करते केंद्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह। फोटो सौ. स्ट्राइक वन

HighLights

  • योग दिवस पर बोले रक्षा मंत्री, शारीरिक दक्षता हमारी संस्कृति का हिस्सा
  • मथुरा स्थित स्ट्राइक वन कोर में सैनिकों के साथ रक्षा मंत्री ने किया सामूहिक योग

जागरण संवाददाता, मथुरा। केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि भारत एक ऐसे देश के रूप में जाना जाता है, जो कभी किसी दूसरे देश पर हमला नहीं करता और विस्तारवादी साम्राज्यवादी नीतियों के खिलाफ है। अगर किसी भी तरह से भारत की संप्रभुता को खतरा होता है तो भारत कड़ा जवाब देने में पूरी तरह सक्षम है। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर शुक्रवार को उन्होंने मथुरा स्थित स्ट्राइक वन कोर सैन्य क्षेत्र में सैनिकों के साथ योग किया।

अपने संबोधन में उन्होंने शारीरिक दक्षता को भारतीय संस्कृति का हिस्सा बताया। शुक्रवार को सैन्य क्षेत्र के प्रशिक्षण मैदान पर आयोजित सामूहिक योग कार्यक्रम में रक्षा मंत्री ने योग प्रशिक्षक के निर्देशन में विभिन्न आसन किए। थल सेनाध्यक्ष जनरल मनोज पांडे और वन कोर के जनरल आफिसर कमांडिंग लेफ्टिनेंट जनरल संजय मित्रा के साथ वरिष्ठ अधिकारियों, अग्निवीरों और उनके परिवारों सहित करीब 600 लोग इस कार्यक्रम में शामिल हुए।

रक्षा मंत्री ने कहा कि आज भारत ही नहीं, पूरे विश्व में योग दिवस पूरे उत्साह के साथ मनाया जा रहा है। यह हमारे लिए एक राष्ट्र के तौर पर गौरव की बात है कि दुनिया हमारी संस्कृति को अपना रही है। उन्होंने योग को दुनिया तक पहुंचाने का श्रेय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को दिया।

उन्होंने शारीरिक दक्षता को भारतीय संस्कृति का हिस्सा बताया। रक्षा मंत्री ने कहा कि योग और ध्यान हमारी संस्कृति का हिस्सा हैं, जो हमेशा सर्वे भवंतु सुखिनः, सर्वे संतु निरामया की रही। उन्होंने कहा कि हर भारतीय सैनिक एक तरह से योगी है। दुनिया ने कई बार हमारे सैनिकों की शारीरिक और मानसिक तंदरुस्ती देखी है।

वीर जवानों की बहादुरी को याद किया

राजनाथ सिंह ने देश को जब भी जरूरत पड़ी, वीरता और समर्पण दिखाने के लिए वन कोर के जवानों की सराहना की। उन्होंने 1965 के आपरेशन रिडल, 1971 के ऑपरेशन कैक्टस लिली, 1987 के आपरेशन पवन और 1988 के आपरेशन कैक्टस समेत कई आपरेशनों में कोर द्वारा निभाई गई महत्वपूर्ण भूमिका को याद किया।

इंटरनेट मीडिया पैदा कर रहा मनोवैज्ञानिक दवाब

रक्षा मंत्री ने कहा कि इंटरनेट मीडिया युवाओं में मनोवैज्ञानिक दबाव और आत्म-संदेह पैदा कर रहा है, जिससे चिंता और अवसाद हो रहा है। नवीनतम सुविधाएं आवश्यक हैं क्योंकि वे आर्थिक विकास का हिस्सा हैं, लेकिन वे शारीरिक गतिविधियों को सीमित कर रहे हैं और मधुमेह, रक्तचाप और मोटापे जैसी समस्याओं को बढ़ा रहे हैं।

ठाकुर बांकेबिहारी के किए दर्शन

रक्षा मंत्री ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर 11.45 बजे पहुंचे। उन्होंने यहां प्रवेश द्वार संख्या दो से प्रवेश किया। कहा, आज ठाकुर बांकेबिहारी के दर्शन कर अभिभूत हो गया। मंदिर सेवाधिकारी घनश्याम गोस्वामी के आचार्यत्व में रक्षा मंत्री ने वैदिक मंत्रोच्चारण के मध्य आराध्य की देहरी पूजा की और दीपक जलाया। सेवाधिकारी घनश्याम गोस्वामी ने रक्षामंत्री राजनाथ सिंह को ठाकुरजी का प्रसादी अंगवस्त्र, माला व प्रसाद अर्पित किया।

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