50 मिनट की बरसात से मेरठ में भयंकर जलभराव, सड़कों पर भरा घुटनों तक पानी; निगम के दावों की खुल गई पोल

50 मिनट तक हुई तेज बरसात ने शनिवार को एक बार फिर नगर निगम के नाला सफाई के दावों की पोल खोल दी। मेरठ नौचंदी मेला परिसर में भी बरसात का पानी भर गया। जलनिकासी के यहां भी साधन नहीं हैं। यही हालात आवास विकास परिषद वाली रोड के रहे। जयदेवी नगर में गोल मंदिर वाली रोड पर भी जलभराव हुआ।

By dileep patel Edited By: Aysha Sheikh Publish:Sun, 30 Jun 2024 02:38 PM (IST) Updated:Sun, 30 Jun 2024 02:38 PM (IST)
50 मिनट की बरसात से मेरठ में भयंकर जलभराव, सड़कों पर भरा घुटनों तक पानी; निगम के दावों की खुल गई पोल
50 मिनट की बरसात में शास्त्रीनगर-जयदेवी नगर में भीषण जलभराव

HighLights

  • नगर निगम के नाला सफाई के दावों की फिर खुली पोल
  • सड़कों पर भरा घुटनों तक पानी, नौचंदी थाना भी नहीं बचा

जागरण संवाददाता, मेरठ। 50 मिनट तक हुई तेज बरसात ने शनिवार को एक बार फिर नगर निगम के नाला सफाई के दावों की पोल खोल दी। जलिनकासी जगह-जगह बाधित होने से नाले उफन गए। शास्त्रीनगर-जयदेवी नगर के हालात बिगड़ गए। यहां सड़कों पर भीषण जलभराव होने से आवागमन प्रभावित हो गया। नौचंदी थाने में भी बरसात का पानी भर गया।

महानगर में सिविल लाइंस, बुढ़ाना गेट, सूरजकुंड, जेलचुंगी, मंगलपांडे नगर, शास्त्रीनगर, जागृति विहार में तेज बरसात हुई। शास्त्रीनगर नई सड़क के नाले की पुलिया में कचरा जमा होने से नाला उफन गया। देखते ही देखते नई सड़क झील सी बन गई। घुटनों तक पानी भरने से सड़क से आवागमन कुछ देर के लिए थम गया।

यही हालात आवास विकास परिषद वाली रोड के रहे। जयदेवी नगर में गोल मंदिर वाली रोड पर भी जलभराव हुआ। यहां भी नाला चोक होने से समस्या बनी। दोनों ही स्थानों पर बरसात बंद होने के बाद नगर निगम के कर्मचारी जेसीबी मशीन लेकर पहुंचे। नाला सफाई कराई। तब जलनिकासी हो सकी।

महानगर के पाश इलाके साकेत में भी जलभराव हुआ। यहां सेंट लुक्स नाले का निर्माण कार्य पूरा न होने के कारण जलनिकासी प्रभावित हुई। गोल मार्केट में हमेशा की तरह इस बार भी जलनिकासी के इंतजाम न होने के कारण जलभराव हुआ। जलभराव से स्थानीय लोग, दुकानदार सब परेशान रहे।

नौचंदी मेला परिसर में भी भरा पानी

नौचंदी मेला परिसर में भी बरसात का पानी भर गया। जलनिकासी के यहां भी साधन नहीं हैं। न तो मेला परिसर में कहीं नालियां बनी हैं और न ही जलभराव से निपटने को पंपसेट हैं। मेला परिसर में पानी भरने से दुकानदारों और मेला घूमने आए लोगों को भारी परेशानी उठानी पड़ी। पानी भरने के साथ कीचड़ भी परेशानी का कारण बना।

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