जामा मस्जिद के बाहर नमाजियों ने की नारेबाजी, लगाया जाम

इस सवाल पर कुछ नमाजी भड़क गए और धार्मिक नारेबाजी करने लगे। नमाजियों ने कहा कि उन्‍हें सड़क पर नमाज नहीं पढ़ने दी जा रही है। इसका वह विरोध कर रहे हैं। डीएम और एसएसपी ने जामा मस्जिद के जिम्‍मेदार लोगों से बातचीत की।

By Dharmendra PandeyEdited By:
Updated: Thu, 23 Feb 2023 06:47 PM (IST)
जामा मस्जिद के बाहर नमाजियों ने की नारेबाजी, लगाया जाम
Saharanpur News: सहारनपुर की जामा मस्जिद के बाहर हंगामा होने लगा

सहारनपुर, जागरण संवाददाता। उत्तर प्रदेश के सहारनपुर के शहर कोतवाली क्षेत्र के फव्‍वारा चौक स्थित जामा मस्जिद में अलविदा जुमे की नमाज के बाद नमाजियों ने धार्मिक नारेबाजी की और काले झंडे भी लहराए।

हंगामा कर रहे युवकों को स्‍थानीय लोगों ने समझाने की कोशिश की, लेकिन वह नहीं माने। इसके बाद डीएम अखिलेश सिंह व एसएसपी आकाश तोमर मौके पर पहुंचे और उन्‍होंने जामा मस्जिद तक पैदल गश्‍त कर स्थिति को नियंत्रित किया। इस दौरान कुछ समय के लिए मार्ग पर जाम भी लगा।

शासन के आदेश पर पिछले कई दिनों से जिला पुलिस मुस्लिमों से अपील कर रही थी कि इस बार अलविदा जुमे या फिर ईद की नमाज सड़क पर न पढ़ी जाए। इस कारण शहर की हर मस्जिद पर जुमे की नमाज शांतिपूर्ण तरीके से संपन्‍न कराने के लिए सुबह से ही पुलिस बल लगा दिया गया था।

पुलिस नमाजियों से अपील कर रही थी सड़क पर नमाज न पढ़ी जाए। एसएसपी ने बताया कि जुमे की नमाज सकुशल संपन्‍न हो गई थी। उसी समय संवाद माध्‍यम के कुछ लोग जामा मस्जिद के बाहर पहुंचे और उन्‍होंने नमाजियों से सड़क पर नमाज नहीं पढ़ने को लेकर सवाल कर दिया।

इस सवाल पर कुछ नमाजी भड़क गए और धार्मिक नारेबाजी करने लगे। नमाजियों ने कहा कि उन्‍हें सड़क पर नमाज नहीं पढ़ने दी जा रही है। इसका वह विरोध कर रहे हैं।

हंगामा बढ़ता देख एसएसपी आकाश तोमर, आरएएफ, कुतुबशेर, जनकपुरी व देहात कोतवाली आदि थानों की फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। डीएम-एसएसपी ने लोगों को शांत किया।

डीएम और एसएसपी ने जामा मस्जिद के जिम्‍मेदार लोगों से बातचीत की। इन लोगों ने अधिकारियों को शांति बनाए रखने का आश्‍वासन दिया। जिसके बाद अधिकारी लौट गए। फिलहाल इस मामले में पुलिस ने कोई मुकदमा दर्ज नहीं किया है।

(Disclaimer: 30 अप्रैल 2022 को सहारनपुर में नमाज के बाद हुए प्रदर्शन से संबंधित दैनिक जागरण अखबार में छपी खबर में कोई तथ्यात्मक त्रुटि नहीं थी। इससे संबंधित 29 अप्रैल 2022 को ऑनलाइन में शुरुआती कॉपी छपी थी। कॉपी को जागरण अखबार में प्रकाशित खबर के तथ्यों के मुताबिक अपडेट कर दिया गया है।)