UPSC Preparation Tips: आइएएस अफसर एनबीएस राजपूत के टिप्स, अपना पसंदीदा विषय लें और IAS परीक्षा में पाएं सफलता
UPSC Preparation Tips For IAS Exam वरिष्ठ आइएएस और संयुक्त सचिव भारत सरकार एनबीएस राजपूत ने दिए टिप्स। आइएएस नरेंद्र बहादुर सिंह राजपूत ने कहा कि उनका मानना है कि कोई भी विषय स्कोरिंग नहीं है। हमें जो विषय सबसे अच्छा लगता है जिसमें हम सर्वश्रेष्ठ कर सकते हैं वही स्कोरिंग है। छात्र और छात्राओं ने खूब सवाल पूछे और उनके जवाब उन्होंने दिए।
HighLights
- आइएएस की तैयारी कर रहे छात्राें ने पूछे सवाल
- आइएएस अधिकारी ने छात्र छात्राओं को खूब किया प्रोत्साहित
मेरठ, जागरण संवाददाता। UPSC Preparation Tips; राष्ट्रीय लोधी बौद्धिक संगठन के प्रतिभा सम्मान समारोह में मेरठ आए वरिष्ठ आइएएस अधिकारी एवं संयुक्त सचिव प्रधानमंत्री कार्यालय भारत सरकार नरेंद्र बहादुर सिंह राजपूत विद्यार्थियों के बीच आकर शिक्षक भी बन गए। उन्होंने देश की सबसे प्रतिष्ठित आइएएस (सिविल सेवा परीक्षा) को लेकर महत्वपूर्ण टिप्स भी दिए।
नरेंद्र बहादुर सिंह का कहना है कि जीवन में हमें कक्षा नौ में ही यह लक्ष्य तय कर लेना चाहिए कि हमें क्या करना है? समारोह में मेधावी छात्रा पारूल व वैष्णवी लोधी समेत अन्य विद्यार्थियों ने उनसे आइएएस की परीक्षा को लेकर सवाल पूछे। जिनका जवाब दिया और उन्हें खूब प्रोत्साहित भी किया।
ऐसे करें परीक्षा की तैयारी
आइएएस अधिकारी नरेंद्र बहादुर सिंह राजपून ने बताया कि बारहवीं की परीक्षा पास करने के बाद स्नातक में आते ही हमें एक विषय वह लेना चाहिए, जिसे हमें परीक्षा तक ले जाना है। उसे स्नातक प्रथम वर्ष में ही चिन्हित कर लें। मन लगाकर पढ़ाई करें। तैयारी के लिए एक अंग्रेजी व एक हिंदी का समाचार पत्र प्रतिदिन पढ़ें।
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एनसीइआरटी की किताबों को लेकर कई बार उनको पूरा पढ़ें। कोई एक न्यूज चैनल का चयन कर लें। घटनाओं का विश्लेषण भी करें। एडवांस बुक पढ़ें। हर विषय के अंदर अपना मत बनाए। उसे कई बार लिखकर देखें। जैसे यूक्रेन व रूस में युद्ध हो रहा है तो क्यों हो रहा है। तीन चरण में यह परीक्षा होती है।माध्यम का कोई व्यवधान व बाध्यता नहीं है।
बिना कोचिंग के भी पा सकते हैं सफलता
सिविल सेवा परीक्षा में किस विषय को लिया जाए ताकि आसानी से चयन हो जाए। उन्होंने बताया कि पहले
आइएएस परीक्षा के लिए दो विषय लेने होते थे, अब केवल एक लेना होता है। पहले की तुलना में ये अब आसान है।उन्होंने बीटेक होने के कारण मैकेनिकल इंजीनियरिंग और मैथमेटिक्स लिया था। उस समय दोनों ही विषय की कोचिंग नहीं थी।
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बिना कोचिंग के भी मिल सकती है सफलता
आइएएस अधिकारी नरेंद्र बहादुर सिंह राजपूत का कहना है कि कोचिंग बहुत जरूरी नहीं है। बिना कोचिंग के भी चयन हो जाता है। बस आपको वह विषय लेना है, जो आपको सबसे अधिक पसंद हो। उसको मन लगाकर पढ़ें आपको सफलता जरूर मिलेगी।
परीक्षा के लिए धैर्य भी बहुत जरूरी
देश की सबसे प्रतिष्ठित परीक्षा के लिए धैर्य भी बहुत जरूरी है। कम से कम दो साल की तैयारी जरूरी है। जहां तक मेरा सवाल है, मैं अपनी मां की प्रेरणा से आइएएस बना। मां ने मुझे अनेकों बार मेरा लक्ष्य स्मरण कराया। उनसे मुझे प्रेरणा मिलती रही और मैं परीक्षा में सफलता पा सका। आपको भी अपना लक्ष्य तय करके पढ़ाई में जुट जाना चाहिए।