पुलिस की मुस्तैदी से रोक नहीं सके ट्रेन

जागरण संवाददाता मीरजापुर कृषि कानून के विरोध में गुरुवार को जिले के कई इलाकों में

By JagranEdited By: Publish:Thu, 18 Feb 2021 05:24 PM (IST) Updated:Thu, 18 Feb 2021 10:35 PM (IST)
पुलिस की मुस्तैदी से रोक नहीं सके ट्रेन
पुलिस की मुस्तैदी से रोक नहीं सके ट्रेन

जागरण संवाददाता, मीरजापुर : कृषि कानून के विरोध में गुरुवार को जिले के कई इलाकों में किसानों ने विरोध-प्रदर्शन किया। इसे लेकर विभिन्न क्षेत्रों में तैनात पुलिस बल ने किसानों को आगे बढ़ने से रोक दिया। इसकी वजह से किसान ट्रेन नहीं रोक सके। इस दौरान कई स्थानों पर किसानों को पुलिस सुरक्षा में बैठाया गया था।

नरायनपुर : करहट गांव स्थित शिवमंदिर जादोपुर के प्रांगण में किसानों ने सभा कर प्रदर्शन किया। सभा के बाद भाकियू के नेतृत्व में बड़ी संख्या में किसान रेल रोकने के लिए बढ़े तो पुलिस फोर्स ने उन्हें रोक दिया। मौके पर पहुंचे एसडीएम सुरेंद्र बहादुर सिंह को राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन सौंपा गया। इस अवसर पर रेलवे संघर्ष समिति के अध्यक्ष अनिल सिंह, धर्मेंद्र सिंह, रतनलाल चौरसिया, कंचन सिंह फौजी, विश्वनाथ सिंह, महेंद्र सिंह, सावित्री देवी आदि थे। जमालपुर : ट्रेन रोकने के लिए जाते समय क्षेत्र के मनउर गांव निवासी अन्नदाता मंच के संरक्षक रमेश सिंह को पुलिस ने उनके घर से पुलिस वाहन में जबरन बैठा लिया। इसके बाद पुलिस भाकियू के जिला महासचिव वीरेंद्र सिंह के भदावल गांव स्थित उनके आवास पर पहुंच कर अपने वाहन में बैठा लिया। पुलिस अपने वाहन में बैठाकर जमालपुर, अहरौरा एवं अदलहाट थाना क्षेत्र के गांवों में घुमाती रही। तीन घंटे रोकने के बाद उन्हें वापस भेजा घर

अहरौरा : कृषि कानून के विरोध में भाकियू के किसान नेता नरायनपुर में रेल जाम करने के लिए निकले, लेकिन एएसपी महेश सिंह अत्री के नेतृत्व में पुलिस ने बार्डर पर ही किसानों को रोक लिया। तीन घंटे तक स्टेट हाईवे पर किसान रेल जाम करने के लिए जाने पर अड़े रहे, लेकिन पुलिस ने उन्हें किसी भी कीमत पर आगे जाने नहीं दिया। घंटों तक चली पंचायत के बाद पुलिस ने उन्हें एक कमरे में नजर बंद किया। भाकियू के जिलाध्यक्ष सिद्धनाथ सिंह ने बताया कि किसान विरोधी कानून जब तक वापस नहीं होंगे तब तक किसानों का आंदोलन चलता रहेगा। मंडल अध्यक्ष प्रहलाद सिंह ने बताया कि सरकार पुलिस के दम पर किसानों को रोक रही है। पुलिस ने सभी को घर वापस लौटने की शर्त पर छोड़ा।

वर्जन

किसान नेता रेल जाम करने की तैयारी में जुटे हुए थे। उन्हें वहां जाने नहीं दिया गया है। समझाने के बाद उन्हें वापस लौटा दिया गया।

महेश सिंह अत्री, एएसपी आपरेशन।

chat bot
आपका साथी