सैलरी मांगने पर कंपनी मालिक कहता- घर से उठवा लूंगा, दो कर्मियों ने की आत्महत्या; करोड़ों रुपये हड़पने वाली कंपनी पर अब हुई FIR

Noida Crime News कर्मचारियों ने वेतन-बोनस के करोड़ों रुपये हड़पने का आरोप है। कंपनी मालिक पर मुकदमा दर्ज किया गया है। कोर्ट के आदेश पर यह कार्रवाई हुई है। कंपनी के खिलाफ चार पूर्व कर्मचारियों ने कराई है। आरोप है कि जब भी वेतन मांगा जाता था तो मालिक धमकी देता थे नौकरी छोड़कर गए तो अपने लोग भेजकर उठवा लेंगे।

By Gaurav Sharma Edited By: Geetarjun Publish:Mon, 01 Jul 2024 11:07 PM (IST) Updated:Mon, 01 Jul 2024 11:07 PM (IST)
सैलरी मांगने पर कंपनी मालिक कहता- घर से उठवा लूंगा, दो कर्मियों ने की आत्महत्या; करोड़ों रुपये हड़पने वाली कंपनी पर अब हुई FIR
कंपनी के खिलाफ चार पूर्व कर्मचारियों ने कराई FIR।

HighLights

  • बंद हुई कंपनी के चार पूर्व कर्मचारियों ने कोर्ट के आदेश पर दर्ज कराए मुकदमे।
  • वेतन और बोनस न मिलने के चलते दो कर्मचारियों ने कर ली थी आत्महत्या।
  • चार पूर्व कर्मचारी जून के शुरुआत में कोर्ट के आदेश पर दर्ज करा चुके हैं केस।

जागरण संवाददाता, नोएडा। कोतवाली फेज-वन में चार लोगों ने बंद हो चुकी एक ही कंपनी के मालिक के खिलाफ कोर्ट के आदेश पर चार एफआईआर दर्ज कराई हैं। पीड़ितों का कहना है कि कंपनी मालिक ने धोखाधड़ी करके कर्मचारियों का करोड़ों रुपया का वेतन, भत्ता, बोनस आदि हड़प लिया। इस उत्पीड़न के चलते दो कर्मचारियों ने आत्महत्या कर ली थी। इस कंपनी मालिक के खिलाफ जून के शुरुआत में भी चार एफआईआर दर्ज हो चुकी हैं।

सेक्टर-8 जेजे कालोनी के रामध्यान, सेक्टर-5 के भिखर शाह, सेक्टर-41 बरौला के संदीप कुमार, आंबेडकर नगर के अजय कुमार ने न्यायालय में दिए प्रार्थना पत्र में बताया कि वह कोतवाली फेज-वन क्षेत्र स्थित एक कंपनी में काम करते थे। उस दौरान करीब 42 कर्मचारी नौकरी पर रखे गए थे।

धोखाधड़ी कर कंपनी की बंद

पीड़ितों के अनुसार, कंपनी के मालिक पवन कुमार अग्रवाल ने धोखाधड़ी करके कंपनी बंद कर दी। कंपनी के कर्मचारियों के वेतन, भत्ता, बोनस, फंड आदि हड़प लिया। यह रकम करीब 3 करोड़ 50 लाख रुपये है। उन्होंने बताया कि पवन कुमार के उत्पीड़न से दो कर्मचारी नरेश पांचाल और महेंद्र पाल सिंह ने आत्महत्या कर ली थी।

सैलरी मांगने पर देते थे धमकी

कंपनी की ओर से केवल खर्चे के लिए थोड़ी रकम आग्रह करने पर दी जाती थी। आरोप है कि जब भी वेतन मांगा जाता था तो पवन कुमार अग्रवाल धमकी देते थे कि यदि कंपनी के बाहर किसी और को बताया या नौकरी छोड़कर गए तो अपने लोग भेजकर उठवा लेंगे। जान जाने के डर से चुपचाप काम करते रहे। वर्ष 2014 में कंपनी का नाम बदल दिया।

अचानक कंपनी कर दी बंद

वर्ष 2018 में पवन कुमार अग्रवाल ने अचानक बिना कोई सूचना दिए कंपनी बंद कर दी और सभी कर्मचारियों से सभी दस्तावेज हिसाब करने के बहाने जमा करा लिए, लेकिन हिसाब नहीं किया।

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कोर्ट के आदेश पर मुकदमा दर्ज

बता दें कि जून के शुरुआत में गाजियाबाद की खोड़ा कॉलोनी के हरी लाल, सेक्टर-9 स्थित जेजे कालोनी के वमिया बिरूआ पुन्न, गाजियाबाद इंदिरापुरम के ज्ञानचंद पुन्न और बादलपुर के कासिम ने भी कोर्ट के आदेश पर चार मुकदमे दर्ज कराए थे। एडीसीपी मनीष कुमार मिश्र का कहना है कि कोर्ट के आदेश पर पवन कुमार अग्रवाल के खिलाफ मुकदमे दर्ज किए गए हैं। जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी।

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