रेल सफर सुरक्षित, मानव रहित क्रॉ¨सग खत्म

सीतापुर : सीतापुर से बुढ़वल रेल मार्ग पर सात नए फाटकों को चालू किया गया है। इन फाटकों

By JagranEdited By: Publish:Mon, 01 Oct 2018 10:54 PM (IST) Updated:Mon, 01 Oct 2018 10:54 PM (IST)
रेल सफर सुरक्षित, मानव रहित क्रॉ¨सग खत्म
रेल सफर सुरक्षित, मानव रहित क्रॉ¨सग खत्म

सीतापुर : सीतापुर से बुढ़वल रेल मार्ग पर सात नए फाटकों को चालू किया गया है। इन फाटकों पर गेटमैन की तैनाती भी कर दी गई है। इन क्रॉ¨सग पर फाटक लगने की वजह से हादसों पर रोक लगेगी। सुरक्षा की दृष्टि से इन फाटकों को बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है।

यहां बता दें कि सीतापुर टू बुढ़वल रेल लाइन रूट पर सुढि़यामऊ से बुढ़वल के बीच, फतेहपुर से सुढि़यामऊ के बीच, फतेहपुर से पैंतेपुर के बीच, पैंतेपुर से महमूदाबाद के बीच, महमूदाबाद से सरैंया के बीच व सरैंया से बिसवां के बीच कुल सात रेलवे क्रॉ¨सग थीं। ये सभी रेलवे क्रॉ¨सग मानव रहित थीं। जिसकी वजह से आए दिन हादसे हो रहे थे। इन्हीं हादसों को देखते हुए रेल विभाग ने इन क्रॉ¨सगों को रेल फाटक से लैस करने की योजना बनाई थी। करीब दो माह पूर्व इन सभी क्रॉ¨सगों पर फाटक लगाने का काम शुरू किया गया। हाल ही में एक सप्ताह पूर्व इन क्रॉ¨सगों को फाटक से लैस भी कर दिया गया। मानव रक्षित क्रॉ¨सग तैयार होने के बाद सहायक मंडल अभियंता संजोग श्रीवास्तव, टीआइ एसके श्रीवास्तव, पीडब्ल्यूआइ इमामुल हक इन फाटकों को देखने पहुंचे। इंजीनियरों ने फाटकों की गुणवत्ता चेक करने के बाद इनके संचालन को हरी झंडी दे दी। जिसके बाद इन सातों फाटकों का संचालन शुरू कर दिया गया है।

अभी दी जाएगी ट्रे¨नग

कई फाटक ऐसे हैं, जिन पर गेटमित्र ही तैनात हैं। टीआइ एसके श्रीवास्तव ने बताया कि गेट मित्रों को फाटक संचालन करने के लिए इन दिनों ट्रे¨नग दी जा रही है। सभी फाटकों पर एक-एक प्रशिक्षक तैनात किया गया है। ये प्रशिक्षक गेट मित्रों को फाटक की तकनीकी जानकारी देने के साथ उनके संचालन की ट्रे¨नग भी दे रहे हैं।

तीन सितंबर को हुआ था हादसा

गत तीन सितंबर की रात की बात है, कहारपुर- बाबूपुर के बीच कोड़री गांव के निकट मानव रहित क्रॉ¨सग को मानव रक्षा क्रॉ¨सग का रूप देने का काम चल रहा था। इसी बीच क्रॉ¨सग पर ट्रैक्टर ट्राली आ गई। उधर से गुजर रही मालगाड़ी ने ट्रैक्टर ट्राली में टक्कर मार दी। हालांकि इस हादसे में ट्रैक्टर चालक बाल- बाल बच गया। वह फाटक भी गेट से लैस हो चुका है।

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