मेल ट्रेनों के ठहराव के सवाल पर टला टकराव

By Edited By: Publish:Fri, 17 Jan 2014 08:08 PM (IST) Updated:Fri, 17 Jan 2014 08:10 PM (IST)
मेल ट्रेनों के ठहराव के सवाल पर टला टकराव

ओबरा (सोनभद्र) : बिल्ली जंक्शन पर मेल ट्रेनों के ठहराव के सवाल पर शुक्रवार को सैकड़ों की संख्या में जन कल्याण समिति के बैनर तले पहुंचे आंदोलनकारियों ने सभा की और रास्ता जाम करने की बात कही। जाम से पूर्व ही चोपन पूर्व मध्य रेलवे के डीटीएम विंश्वरंजन ने बिल्ली जंक्शन पर ट्रेनों के रोके जाने से संबंधित जरूरी कार्रवाई का भरोसा दिया। डीटीएम के आश्वासन के बाद आंदोलन स्थगित कर दिया गया।

समिति के अध्यक्ष सीपी माली ने कहा कि डीआरएम ने आश्वासन के बावजूद बिल्ली जंक्शन पर ट्रेनों के ठहराव नहीं होने से यात्रियों को जहमत उठानी पड़ती है। बाध्य होकर ओबरा एवं आस-पास के करीब तीन लाखों को ट्रेन पकड़ने के लिए चोपन जाना पड़ता है। मांग में बिल्ली जंक्शन पर सभी मेल ट्रेनों को रोकने, लिंक एक्सप्रेस गाड़ियों में दस कोच लगाने, सिंगरौली-वाराणसी इंटरसीटी के वाराणसी पहुंचने का समय दस बजे और वापसी वाराणसी से पांच बजे करने, शक्तिपुंज को मुंबई तक चलाने, चोपन-रांची इंटरसीटी को रोज चलाने, कटनी से गोरखपुर वाया चोपन एक्सप्रेस चलाने, चोपन से डिहरी जंक्शन तक गाड़ी चलाने, क्षतिग्रस्त बिल्ली जंक्शन सड़क की मरम्मत कराने, बिल्ली जंक्शन का प्लेटफार्म बनवाने, लाइट व पेयजल की व्यवस्था करने, बिल्ली जंक्शन पर आरक्षण खिड़की खोलने आदि के मुद्दे प्रमुखता से उठाए गए। मेल ट्रेन के ठहराव के आंदोलन का नेतृत्व नगर पंचायत के पूर्व अध्यक्ष उमाशंकर सिंह, कैलाश लाल, राधा मोहन प्रजापति, सुशील मिश्र संग्राम, कलीम खान, बृजेश पांडेय, चंदन तोमर, दीपक शाह, राजू अन्ना, अरविंद सोनी कर रहे थे। संचालन राम नगीना यादव ने किया।

जंक्शन पर नहीं रुकती मेल ट्रेन

बिल्ली जंक्शन से गुजरने वाली मेल ट्रेनों में शक्ति नगर से बरेली जाने वाली त्रिवेणी, सिंगरौली से पटना जाने वाली पलामू लिंक, हाबड़ा से जबलपुर जाने वाली शक्तिपुंज एक्सप्रेस, हाबड़ा से अजमेर जाने वाली संतरा गाझी, हाबड़ा-भोपाल, हाबड़ा-अहमदाबाद, दिल्ली से रांची जाने वाली मूरी एक्सप्रेस, रांची से दिल्ली जाने वाली स्वर्ण जयंती, सिगरौली से वाराणसी जाने वाली इंटरसीटी, चोपन से रांची जाने वाली इंटरसीटी आदि मेल ट्रेन नहीं रोकी जाती है। ओबरा एवं आस-पास के लोगों को बाध्य होकर चोपन जाकर मेल ट्रेन पकड़नी पड़ती है।

पांच राज्यों से बिल्ली जंक्शन का लिंक

उत्तर प्रदेश के अलावा बिल्ली जंक्शन का जुड़ाव छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, झारखंड, बिहार से प्रत्यक्ष रूप से है। बिल्ली में ट्रेन रुकने लगे तो यूपी और उसके सीमावर्ती प्रदेश के ट्रेन यात्रियों को सुविधा मिलने लगेगी।

पूर्व डीआरएम से थी उम्मीद

पूर्व डीआरएम सुधीर कुमार से जन कल्याण समिति के कार्यकर्ताओं को भरोसा था कि सिंगरौली-वाराणसी इंटरसीटी और त्रिवेणी एक्सप्रेस को रोकने की सहमति बन गई थी। इसी बीच डीआरएम का स्थानांतरण हो गया, जिसके चलते मांगें पूरी नहीं हो सकीं।

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