इमरजेंसी में आने वाले रोगियों को किया जा रहा रेफर

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चोपन वैश्विक महामारी के चलते बदहाल हो गया है। यहां इमरजेंसी में चिकित्सक फार्मासिस्ट वार्ड ब्वाय की ड्यूटी तो लग रही लेकिन रोगियों के उपचार में रिस्क नहीं लिया जा रहा और उन्हें जिला अस्पताल रेफर कर दिया जा रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 24 May 2021 10:01 PM (IST) Updated:Mon, 24 May 2021 10:01 PM (IST)
इमरजेंसी में आने वाले रोगियों को किया जा रहा रेफर
इमरजेंसी में आने वाले रोगियों को किया जा रहा रेफर

जागरण संवाददाता, चोपन (सोनभद्र) : सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चोपन वैश्विक महामारी के चलते बदहाल हो गया है। यहां इमरजेंसी में चिकित्सक, फार्मासिस्ट, वार्ड ब्वाय की ड्यूटी तो लग रही लेकिन रोगियों के उपचार में रिस्क नहीं लिया जा रहा और उन्हें जिला अस्पताल रेफर कर दिया जा रहा है।

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चोपन पर करीब दो लाख की आबादी आश्रित है। प्रभारी अधीक्षक डा. राघवेंद्र सिंह की ड्यूटी कोरोना एल-टू अस्पताल में लगा दी गई है। इस चिकित्सालय में 16 चिकित्सक हैं लेकिन मौजूदा समय में महज पांच डाक्टर ही आते हैं। चिकित्सकों की ड्यूटी रोटेशन के अनुसार कोविड अस्पताल में लगाई जा रही है। वार्ड ब्वाय तीन है और वे मौजूद हैं। इस अस्पताल में सफाई कर्मियों की संख्या तीन व नर्सो की संख्या 24 है। कई नर्सों की ड्यूटी भी कोरोना अस्पताल में लगाई गई है। इस अस्पताल में प्रसवोत्तर केंद्र तो संचालित हो रहा है कि लेकिन इससे जुड़ी सुविधाएं महिला रोगियों को नहीं मिल रही हैं। सीएचसी में आक्सीजन की कमी नहीं है। गंदगी से परेशान रोगी व तीमारदार

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चोपन में जगह-जगह पानी बहने से गंदगी का अंबार है। कई दिनों से परिसर की सफाई नहीं हुई है। जगह-जगह पानी लगने से आवागमन में भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

पहुंचे थे विधायक, नहीं दिखे सांसद

यहां कुछ दिन पहले विधायक संजीव गोंड़ ने पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया था, समुचित व्यवस्था और उपचार का भी निर्देश दिया था लेकिन सांसद पकौड़ी लाल कोल अभी तक नहीं पहुंचे। वर्जन--

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चोपन में जीवन रक्षक दवाओं से लेकर कोरोना वैक्सीन की पर्याप्त मात्रा उपलब्ध है। यहां वैक्सीन लगाने के साथ ही कोरोना की जांच भी हो रही है। जिसमें संविदा चिकित्सकों व कर्मियों की ड्यूटी लगाई जाती है। सीएचसी में अन्य कमियों को दूर किया जाएगा।

- डा. नेम सिंह, मुख्य चिकित्साधिकारी।

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