फिल्म 'महाराज' को लेकर धर्माचार्यों में आक्रोश, रोक लगाने की मांग; आमिर खान के बेटे ने किया डेब्यू

Maharaj Film ओटीटी प्लेटफार्म नेटफ्लिक्स पर प्रसारित हो रही फिल्म महाराज से काशी के धर्माचार्यों में आक्रोश फैल गया है। सबने इसे सनातन धर्म की गुरु-शिष्य परंपरा को कुठाराघात पहुंचाने का षड्यंत्र बताया है। फिल्म से आमिर खान के बेटे जुनैद खान डेब्यू कर रहे हैं। धर्माचार्यों ने इस फिल्म के प्रसारण पर अविलंब रोक लगाने की मांग की है।

By Shailesh Asthana Edited By: Abhishek Pandey Publish:Mon, 24 Jun 2024 08:14 AM (IST) Updated:Mon, 24 Jun 2024 08:14 AM (IST)
फिल्म 'महाराज' को लेकर धर्माचार्यों में आक्रोश, रोक लगाने की मांग; आमिर खान के बेटे ने किया डेब्यू
षष्ठपीठाधीश्वर गोस्वामी 108 श्री श्याम मनोहर महाराज व अन्य l

जागरण संवाददाता, वाराणसी। ओटीटी प्लेटफार्म नेटफ्लिक्स पर प्रसारित हो रही फिल्म महाराज से काशी के धर्माचार्यों में आक्रोश फैल गया है। सबने इसे सनातन धर्म की गुरु-शिष्य परंपरा को कुठाराघात पहुंचाने का षड्यंत्र बताया है। फिल्म से आमिर खान के बेटे जुनैद खान डेब्यू कर रहे हैं।

धर्माचार्यों ने इस फिल्म के प्रसारण पर अविलंब रोक लगाने की मांग की है। रविवार को गोपाल मंदिर के प्रांगण में षष्ठपीठाधीश्वर श्रीश्याम मनोहरजी महाराज व षष्ठपीठ युवराज प्रियंदु बाबा के समक्ष शहर के अनेक संस्थाओं के पदाधिकारियों ने अपना आक्रोश व्यक्त किया।

श्रीमुकुंद गोपाल सेवा संस्थान के उपाध्यक्ष हरि दास पारीख ने सिद्धार्थ पी मेहरोत्रा द्वारा निर्देशित व यशराज फिल्म एंटरटेनमेंट के तहत आदित्य चोपड़ा द्वारा निर्मित जुनैद खान एवं सह कलाकारों द्वारा अभिनीत ‘महाराज’ फिल्म में सनातन धर्म एवं उसके समावेशी वैष्णववाद के आचार्य श्री, गुरु, संत महंत का किया गया चित्रण अत्यंत निंदनीय है।

धर्म गुरुओं को खलनायक के रूप में दिखाने का आरोप

श्रीमाहेश्वरी समाज के पदाधिकारी राजकुमार कोठरी ने कहा कि यह फिल्म सनातन धर्म के धर्म गुरुओं को खलनायक के रूप में चित्रित करने के उद्देश्य से बनाई गई है। श्रीधर्म न्यास के वरिष्ठ पदाधिकारी विजय चौधरी ने कहा कि फिल्म सनातन धर्म गुरुओं को कलंकित करने का गंदा प्रयास है।

श्रीउत्तर क्षेत्र बाज खेड़ावाल गुजराती समाज के अध्यक्ष ऋषिकांत भट्ट ने कहा कि यह फिल्म 150 वर्ष पहले एक कोर्ट केस पर आधारित है जब अंग्रेजों का शासन था और अंग्रेज हिंदू समाज को तोड़ना चाहते थे। आज 150 वर्ष बाद उस केस पर फिल्म बनाकर सनातन धर्म को अपमानित करने की कोशिश की जा रही है।

26 जून को विरोध प्रदर्शन का निर्णय षष्ठपीठ श्री गोपाल मंदिर के सभागार में प्रथम बार इस तरह की बैठक का आयोजन हुआ, जिसमें सभी संस्थाओं के पदाधिकारियों व सदस्यों के विचारों को सुनने के बाद षष्ठपीठाधीश्वर गोस्वामी श्याम मनोहर महाराज ने कहा कि ‘महाराज’ फिल्म में जो दर्शाया गया है वह कहीं से भी व्यावहारिक नहीं है। सभी सनातन धर्मावलंबी आगामी 26 जून बुधवार को सुबह 10 बजे गोलघर पर काली पट्टी बांध कर उपस्थित होंगे। एक विरोध पत्रक प्रधानमंत्री कार्यालय में देंगे। सभा का संचालन किशोर ने किया।

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