BHU : एक माह में मिल सकते हैं बीएचयू को नए कुलपति, नए शिक्षा मंत्री के आते ही नियुक्ति को लेकर उम्मीद
नए शिक्षा मंत्री के आने के बाद वाराणसी के बीएचयू के स्थाई कुलपति की नियुक्ति को लेकर उठापठक शुरू हो गई है। मंत्रालय में देश के 17 विश्वविद्यालयों में कुलपति के खाली पद को भरे जाने की चर्चा होने लगी है।
![BHU : एक माह में मिल सकते हैं बीएचयू को नए कुलपति, नए शिक्षा मंत्री के आते ही नियुक्ति को लेकर उम्मीद](https://www.jagranimages.com/images/newimg/09072021/09_07_2021-bhu_21812994_m.webp)
जागरण संवाददाता, वाराणसी। नए शिक्षा मंत्री के आने के बाद बीएचयू के स्थाई कुलपति की नियुक्ति को लेकर उठापठक शुरू हो गई है। मंत्रालय में देश के 17 विश्वविद्यालयों में कुलपति के खाली पद को भरे जाने की चर्चा होने लगी है। ऐसा कयास लगाया जा रहा है कि अन्य विश्वविद्यालयों के साथ ही बीएचयू को भी एक माह के भीतर एक स्थाई कुलपति मिल सकते हैं। सूत्रों के अनुसार सर्च कमेटी के पास जो 13 नाम पहले से थे अब उनमें दो और नए नाम जुड़ गए हैं।
इससे अब बीएचयू के कुलपति पद की दौड़ में कुल 15 अभ्यर्थी शामिल हो गए हैं। सर्च कमेटी के अध्यक्ष रिटायर्ड आइएएस हसमुख अढ़िया कमेटी के दो सदस्यों (आइआइएम-नागपुर के निदेशक प्रो. भीमा आर्य मैत्री और अंग्रेजी व विदेशी भाषा विश्वविद्यालय, हैदराबाद के कुलपति प्रो. ई सुरेश कुमार) के साथ मिलकर जल्द ही साक्षात्कार (इंटरैक्शन)के तारीख की घोषणा कर सकते हैं। कमेटी द्वारा अंतिम रूप से चयनित तीन या पांच अभ्यर्थियों के नामों की संस्तुति राष्ट्रपति से की जाएगी, जिसके बाद उनमें से कोई एक कुलपति के पद पर नियुक्त होगा। यह सब प्रक्रिया पूरा होने में करीब एक माह का समय लग सकता है। मालूम हो कि इस साल की शुरूआत से ही बीएचयू के कुलपति के खोजबीन की प्रक्रिया शुरू हो गई थी और मार्च के अंत तक कुलपति नियुक्त हो जाने थे, मगर कोरोना की दूसरी लहर के बाद सारे कार्य थम गए और रेक्टर प्रो. वी के शुक्ल कार्यवाहक कुलपति बने। बीएचयू के कुलपति के लिए देश भर से छह साै अधिक आवेदन पड़े थे, जिनमें से दो सौ बायोडाटा व नाम का चयन किया गया है। इनमें से 15 नाम अब अंतिम रूप से सरकार की फाइल में बंद हैं।
बीएचयू में शुरू होगा पोस्ट एमडी कोर्स
रेडियोलाजिस्ट की कमी हर जगह देखी जा रही है। खासकर छोटे मेडिकल कालेज व जिला अस्पतालों में। ऐसे में बीएचयू के चिकित्सा विज्ञान संस्थान स्थित रेडियोडायग्नोसिस एंड इमेजिंग विभाग में पहली बार पोस्ट एमडी कोर्स शुरू होने जा रहा है। इसके तहत चार सीटों पर दाखिला होगा। इसमें दो सीटों पर तो वे अभ्यर्थी अाएंगे जो सीधे एमडी कोर्स किए हों और अन्य दो सीटाें पर नौकरी-पेशे वाले आवेदन कर सकते हैं। यह फेलोशिप काेर्स एक साल का होगा। रेडियोडायग्नोसिस एंड इमेजिंग विभाग के अध्यक्ष प्रो. आशीष वर्मा बताते हैं कि इस कोर्स को पूरा करने के बाद एक ही साल में चार रेडियोलाजिस्ट तैयार हो सकते हैं। बताया कि विभाग में पहली बार ऐसा कोर्स शुरू होने जा रहा है। इसके अलावा संस्थान ने इस बार पहली बार फेलोशिप कोर्स के लिए सेंट्रलाइज व्यवस्था की गई है।