Varanasi Weather: महादेव के शहर में दिन भर उमस व गर्मी की तपन से बेहाल, रात में वर्षा से निहाल

Varanasi Weather Update Today उत्‍तर प्रदेश में लोग गर्मी से बेहाल हैं वहीं महादेव के शहर में बादलों की आवाजाही के बीच मंगलवार को रात करीब सवा 10 बजे कुछ देर के लिए मेघ बरस पड़े इसके कारण गर्मी से थोड़ी राहत मिली। मौसम सुहाना हो गया कई जगह सड़कों पर पानी भी जमा हो गया। तेज हवा भी चली।

By Shailesh Asthana Edited By: Vivek Shukla Publish:Wed, 19 Jun 2024 09:43 AM (IST) Updated:Wed, 19 Jun 2024 09:43 AM (IST)
Varanasi Weather: महादेव के शहर में दिन भर उमस व गर्मी की तपन से बेहाल, रात में वर्षा से निहाल
मंगलवार शाम बरसात के समय छावनी क्षेत्र में होटल इंडिया के पास जलजमाव हो गया। जागरण

HighLights

  • गर्म पछुआ से हल्की पुरवा की टकराहट से बने बादल
  • बढ़ी आर्द्रता से आरंभ हो सकती प्री-मानसूनी सक्रियता

जागरण संवाददाता, वाराणसी। हल्की सी पुरवाई का झोंका, गर्म पछुआ से टकराया तो बने बादल दिन भर की लुका-छिपी के बाद देर रात को बरस ही पड़े। लगातार 18-20 दिनों से 45 के पार चल रहा पारा मंगलवार को सरक कर 43.1 पर आया तो जरूर लेकिन पूरे दिन बादलों की महीन ओट से छन कर आती तपन ने उमस भरी गर्मी से लोगों को बेहाल कर रखा था।

रात में जब वर्षा की बूंदों ने कहीं झमाझम तो कहीं बूंदाबांदी कर शीतल बयार का झोंका बहाया तो पूरे दिन पसीना पोंछते काशीवासी निहाल हो उठे और ‘हर-हर महादेव’ का उद्घोष कर इस पहली वर्षा का स्वागत किया।

वातावरण में बढ़ी आर्द्रता के कारण अगले 24 घंटों में यानी बुधवार को भी वर्षा होने की संभावना बनी हुई है। हालांकि तेज हवा के साथ यह बूंदाबांदी स्थानीय सक्रियता का परिणाम है फिर भी इससे प्री-मानसूनी गतिविधियाें को बढ़ने का अवसर मिलेगा और मानसून की गति भी बढ़ सकती है।

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सोमवार की रात में हवा के रुख में थोड़ परिवर्तन दिखा और तीव्र पछुआ के बीच कभी-कभी पुरवा का झोंका भी चलने लगता था। इन दो विपरीत धाराओं और प्रकृति की हवा के मिलन से बादल बनने लगे, बुधवार की सुबह से ही आसमान में हल्के बादलों की उपस्थिति बनी हुई थी।

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इनके चलते आर्द्रता बढ़ने से चिलचिलाती और चमड़ी झुलसाती लू व धूप उमस भरी तपन में बदल गई थी और चिपचिपी गर्मी का वातावरण बन गया था। लोग पसीना पोंछते-पोंछते बेहाल थे। रात में 10 बजे के बाद तापमान गिरते ही इन बादलों को थोड़ी ठंड मिली और ये बूंदों में बदलकर बरस पड़े। भोजूबीर, सोनारपुरा, शिवपुर आदि अनेक स्थानों पर निचले क्षेत्राें में जलजमाव हो गया।

स्थानीय सक्रियता से आज भी हो सकती वर्षा

बीएचयू के मौसम विज्ञानी प्रो. मनोज कुमार श्रीवास्तव बताते हैं कि गर्म पछुआ और आर्द्र पुरवा के मिलने से स्थानीय कारकों से बादल बने और रात में मौसम ठंडा होते ही वे बरस पड़े। वातावरण में भरपूूर आर्द्रता हो चुकी है। यदि बुधवार को सुबह से तेज धूप हुई तो सायंकाल तक फिर वर्षा होने की संभावना बनी रहेगी।

प्रो. श्रीवास्तव ने बताया कि यह बढ़ी आर्दता पूर्व मानसून की गतिविधियों को जन्म देगी और आने वाले दिनों में मानसून की गति बढ़ाने में सहायक होगी।

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