वाराणसी से सूरत, मुंबई व नई दिल्ली रूट पर कारपोरेट ट्रेन चलाने को लेकर चल रहा मंथन

काशी-महाकाल एक्सप्रेस के बाद काशी वासियों को जल्द ही तीन नई ट्रेनों की सौगात मिल सकती है।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Wed, 12 Feb 2020 09:54 AM (IST) Updated:Wed, 12 Feb 2020 05:34 PM (IST)
वाराणसी से सूरत, मुंबई व नई दिल्ली रूट पर कारपोरेट ट्रेन चलाने को लेकर चल रहा मंथन
वाराणसी से सूरत, मुंबई व नई दिल्ली रूट पर कारपोरेट ट्रेन चलाने को लेकर चल रहा मंथन

वाराणसी, जेएनएन। काशी-महाकाल एक्सप्रेस के बाद काशी वासियों को जल्द ही तीन नई ट्रेनों की सौगात मिल सकती है। सुरत, मुंबई और नई दिल्ली रूट पर कारपोरेट ट्रेन चलाने को लेकर मंथन चल रहा है। विभागीय सूत्रों के अनुसार रेलवे बोर्ड ने पूर्वोत्तर रेलवे की क्षमता का आकलन करते हुए इस बाबत उनसे प्रस्ताव मांगा है। सब कुछ ठीक रहा तो जल्द ही नई ट्रेनों की घोषणा हो जाएगी।

भारतीय रेलवे में विकास को रफ्तार देने के लिए बजट में 150 नई ट्रेन चलाने की घोषणा हुई थी। मांग के अनुरूप बड़े रेलवे स्टेशन से टी-18 और तेजस कैटेगरी के कारपोरेट ट्रेन चलाने का एलान हुआ था। तर्क था कि लखनऊ से नई दिल्ली के बीच तेजस की सफलता के बाद यात्रियों की सुविधा के मद्देनजर देश में प्राइवेट ट्रेनों के संचालन की संभावना जगी है। अभी वाराणसी से मुंबई के लिए पांच और नई दिल्ली रूट पर सात ट्रेनें नियमित रूप से चलाई जाती है। विभागीय सूत्रों के अनुसार सूरत, मुंबई और नई दिल्ली रूट पर कारपोरेट ट्रेन चलाने के बाबत रेलवे बोर्ड से प्रस्ताव मांगा गया है।

मंडुआडीह और सिटी स्टेशन तैयार

बुनियादी सुविधाओं के विस्तार के बाद मंडुआडीह और वाराणसी सिटी स्टेशन पहले से ही नई ट्रेन चलाने के लिए सक्षम हो चुकी है। वाराणसी सिटी स्टेशन होम प्लेटफार्म, स्टेबलिंग लाइन और वाशिंग पीट बनकर तैयार है। वहीं यहां निर्माणाधीन फुट ओवर ब्रिज की सुविधा यात्रियों को मार्च के अंत तक मिलने लगेगी। जबकि मंडुआडीह स्टेशन पहले से ही आठ प्लेटफार्म मौजूद है। यहां एक स्टेबलिंग लाइन और अतिरिक्त वाशिंग पीट बनाने का प्रस्ताव है।

आज डीआरएम काशी- महाकाल एक्सप्रेस का करेंगे निरीक्षण

बाबा श्री काशी विश्वनाथ की नगरी काशी को महाकाल की नगरी उज्‍जैन से जोडऩे वाली देश की तीसरी कार्पोरेट ट्रेन ट्रैक पर उतरने को तैयार हो गई है। लखनऊ मंडल के डीआरएम संजय त्रिपाठी बुधवार को कैंट स्टेशन पर ट्रेन के रैक का निरीक्षण करेंगे। यह रैक कैंट स्टेशन के वर्कशॉप में आ चुका है। जहां एक्सपर्ट्स की टीम कोच में कुछ आवश्यक बदलाव करेगी।

नोटिफिकेशन मिले तो हो फीडिंग

कैंट रेलवे स्टेशन वाराणसी से उज्‍जैन तक संचालित होने वाली महाकाल एक्सप्रेस का रैक तो बनारस पहुंच गया, लेकिन अभी तक इसका नोटिफिकेशन नहीं पहुंचा है। जिससे इसके संचालन को लेकर उहापोह कायम है। आइआरसीटीसी के सीआरएम अश्विनी श्रीवास्तव ने बताया कि रेलवे बोर्ड की ओर से इस ट्रेन के लिए नोटिफिकेशन मिलते ही कंप्यूटर में इसकी फीडिंग हो जाएगी। जब तक ट्रेन का नंबर और शेड्यूल नहीं मिल जाता तब तक इसे कंप्यूटर में कैसे फीड किया जा सकता है। हालांकि उन्होंने तैयारियों के बाबत बताया कि ट्रेन को संचालन के लिए लगभग तैयार कर लिया गया। उसमें कई सुविधाओं को अपडेट किया जा रहा है। यात्रियों को आरओ का पानी उपलब्ध कराया जाएगा।

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