पीएम मोदी के भरोसे पर खरा उतरे डोभाल
देश की सुरक्षा में अहम योगदान दे रहे उत्तराखंड को आंतरिक और बाहरी सुरक्षा मोर्चे पर दोबारा बड़ी जिम्मेदारी निभाने का मौका दिया गया है।
राज्य ब्यूरो, देहरादून
देश की सुरक्षा में अहम योगदान दे रहे उत्तराखंड को आंतरिक और बाहरी सुरक्षा मोर्चे पर दोबारा बड़ी जिम्मेदारी निभाने का मौका दिया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने दूसरे कार्यकाल में भी उत्तराखंड के पौड़ी जिले से ताल्लुक रखने वाले अजीत डोभाल को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) बनाया है। उनके कद में इजाफा करते हुए उन्हें कैबिनेट मंत्री का दर्जा भी दिया गया है।
पूर्व आइपीएस अजीत डोभाल अहम पदों पर रहते हुए देश की सुरक्षा के मोर्चे पर अहम जिम्मेदारी निभा चुके हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पसंदीदा अफसरों में उन्हें शुमार किया जाता है। यही वजह है कि वर्ष 2014 में प्रधानमंत्री पदभार संभालने के बाद नरेंद्र मोदी ने अजीत डोभाल पर विश्वास जताते हुए उन्हें एनएसए बनाया था। डोभाल प्रधानमंत्री मोदी के पहले पांच साल के कार्यकाल में उनकी उम्मीदों पर खरे उतरे हैं। देश के भीतर आतंकियों के नेटवर्क को ध्वस्त करना हो या अंदरूनी-बाहरी सुरक्षा को लेकर देश को अलर्ट मोड पर रखना, ऐसे कार्यो में डोभाल की विशेषज्ञता का लोहा माना जाता है। उड़ी की घटना के बाद पाकपरस्त आतंकियों के खिलाफ सेना की सर्जिकल स्ट्राइक हो या पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान के बालाकोट पर एयर स्ट्राइक हो, इसमें डोभाल की रणनीति की बड़ी भूमिका मानी जाती है।
केंद्र में दूसरी बार प्रचंड बहुमत से आरूढ़ हुई मोदी सरकार ने अजीत डोभाल को एक बार फिर एनएसए बनाया है। इस बार उन्हें कैबिनेट मंत्री का दर्जा भी दिया गया है। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी कैबिनेट में हरिद्वार से दूसरी बार सांसद निर्वाचित रमेश पोखरियाल निशंक को शामिल तो किया ही, मानव संसाधन विकास मंत्रालय की अहम जिम्मेदारी से भी नवाजा है। निशंक भी डोभाल की तरह पौड़ी जिले से संबंध रखते हैं। गौरतलब है कि सैनिक बहुल उत्तराखंड राज्य के जवान देश की सरहदों को महफूज रखने, दुश्मनों के नापाक मंसूबों को नाकामयाब बनाने के साथ ही आतंकियों को मुंहतोड़ जवाब देने की बड़ी जिम्मेदारी को बखूबी निभा रहे हैं। केंद्र की मोदी सरकार देश के अहम पदों पर उत्तराखंड के अधिकारियों की योग्यता पर भरोसा जताते हुए उन्हें जिम्मेदारी सौंप चुके हैं।
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