बिना बैग के स्कूल जाएंगे बच्चे; शिक्षकों को मिलेगी नई ट्रेनिंग, उत्तराखंड में शुरू होगी टीचिंग शेयरिंग व्यवस्था

उत्तराखंड में टीचिंग शेयरिंग व्यवस्था शुरू की जा रही है। शैक्षणिक गतिविधियों में व्यापक सुधार के लिए सीबीएसई राजकीय विद्यालयों के शिक्षकों को निश्शुल्क प्रशिक्षण दिगा जाएगा। साथ ही प्रदेश के समस्त विद्यालयों में माह में एक दिन बैग फ्री डे निर्धारित किया जाएगा। डा.धन सिंह रावत ने बताया कि टीचिंग शेयरिंग व्यवस्था को लागू करने के लिए शीघ्र ही विभिन्न शिक्षा बोर्डों के साथ अनुबंध किया जाएगा।

By Jagran NewsEdited By: Aysha Sheikh Publish:Tue, 02 Jul 2024 10:12 AM (IST) Updated:Tue, 02 Jul 2024 10:12 AM (IST)
बिना बैग के स्कूल जाएंगे बच्चे; शिक्षकों को मिलेगी नई ट्रेनिंग, उत्तराखंड में शुरू होगी टीचिंग शेयरिंग व्यवस्था
उत्तराखंड में शुरू होगी टीचिंग शेयरिंग व्यवस्था - प्रतीकात्मक फोटो

HighLights

  • एक-दूसरे संस्थान में पढ़ाएंगे शिक्षक, विभिन्न बोर्डों के बीच बनी सहमति
  • राजकीय विद्यालयों के शिक्षकों को निश्शुल्क प्रशिक्षण देगा केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड

जागरण संवाददाता, देहरादून। प्रदेश के नौनिहालों को क्वालिटी एजुकेशन उपलब्ध कराने के उद्देश्य से विद्यालयी शिक्षा विभाग में टीचिंग शेयरिंग व्यवस्था शुरू की जा रही है। इसके लिए राज्य में संचालित विभिन्न बोर्डों के बीच शीघ्र ही अनुबंध होगा। शैक्षणिक गतिविधियों में व्यापक सुधार के लिए सीबीएसई, राजकीय विद्यालयों के शिक्षकों को निश्शुल्क प्रशिक्षण दिगा जाएगा।

इसके अलावा स्कूली बच्चों के तनाव को कम करने के उद्देश्य से बस्ते का बोझ कम करने के साथ ही प्रदेश के समस्त विद्यालयों में माह में एक दिन बैग फ्री डे निर्धारित किया जाएगा। सोमवार को ननूरखेड़ा स्थित सर्व शिक्षा सभागार में विभिन्न बोर्ड के अधिकारियों की शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक हुई। जिसकी अध्यक्षता विद्यालयी शिक्षा मंत्री डा. धन सिंह रावत ने की।

टीचिंग शेयरिंग व्यवस्था

बैठक में राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के महत्वपूर्ण प्रविधानों के तहत राज्य में टीचिंग शेयरिंग व्यवस्था लागू करने का निर्णय लिया गया। साथ ही शिक्षक प्रयोगशाला व अन्य संसाधनों का उपयोग भी कर सकेंगे। जिसका फायदा छात्र-छात्राओं को मिलेगा। डा.धन सिंह रावत ने बताया कि टीचिंग शेयरिंग व्यवस्था को लागू करने के लिए शीघ्र ही विभिन्न शिक्षा बोर्डों के साथ अनुबंध किया जाएगा।

प्रथम चरण में इस व्यवस्था के तहत जिला एवं ब्लाक स्तर पर आसपास के विद्यालयों का एक समूह विकसित किया जाएगा। इसके बाद सभी विद्यालयों में इस व्यवस्था को लागू कर दिया जाएगा। स्कूली बच्चों के बस्तों का बोझ कम कर उनके सर्वांगीण विकास की सिफारिश की गई है।

राज्य में सभी बोर्ड के अंतर्गत संचालित विद्यालयों में माह में एक दिन बैग फ्री डे अनिवार्य रूप से लागू किया जाएगा। इस दिन विद्यालय में वाद-विवाद प्रतियोगिता, खेलकूद, सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित होंगे। बैठक में विद्यालयी शिक्षा महानिदेशक बंशीधर तिवारी, एससीईआरटी की निदेशक बंदना गर्ब्याल, माध्यमिक शिक्षा निदेशक महावीर सिंह बिष्ट, बेसिक शिक्षा निदेशक रामकृष्ण उनियाल आदि मौजूद रहे।

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