Leopard Attack: जहां मिली सात साल के मासूम शिवा की लाश, रात में वहां दो बार आया गुलदार

Leopard Attack सात वर्षीय मासूम शिवा की मौत के बाद वन विभाग ने गुलदार के मूवमेंट पर नजर रखने के लिए घटनास्थल से लेकर घने जंगल तक ट्रैप कैमरे लगाए थे। वन विभाग का कहना है कि वनकर्मी 24 घंटे नजर बनाए हुए हैं। बुधवार रात सात वर्षीय शिवा को गुलदार ने अपना शिकारी बनाया था। गुरुवार सुबह जंगल में उसका शव मिला था।

By ganesh joshi Edited By: Nirmala Bohra Publish:Sat, 29 Jun 2024 02:09 PM (IST) Updated:Sat, 29 Jun 2024 02:09 PM (IST)
Leopard Attack: जहां मिली सात साल के मासूम शिवा की लाश, रात में वहां दो बार आया गुलदार
Leopard killed a Boy: गुलदार का मूवमेंट चेक करने के लिए लगाए गए थे ट्रैप कैमरे

HighLights

  • आबादी आधा किमी दूर है जगह, वन विभाग की गश्त जारी

जागरण संवाददाता, हल्द्वानी । Leopard killed a Boy: सात वर्षीय मासूम शिवा की मौत के बाद वन विभाग ने गुलदार के मूवमेंट पर नजर रखने के लिए घटनास्थल से लेकर घने जंगल तक ट्रैप कैमरे लगाए थे। इसमें एक जगह रात में दो बार उसकी मौजूदगी देखने को मिली है। इसी जगह पर मासूम के शरीर का आधा हिस्सा मिला था।

ये क्षेत्र आबादी से आधा किमी दूर है। वन विभाग का कहना है कि वनकर्मी 24 घंटे नजर बनाए हुए हैं। शिफ्ट के हिसाब से गश्त की जा रही है। मूल रूप से उत्तर प्रदेश के हरदोई निवासी मजदूर प्रीतम अपने परिवार संग लंबे समय से हल्द्वानी में रह रहा है।

मासूम पर हमला कर उसे जंगल में खींच ले गया

नैनीताल रोड पर निर्मला स्कूल के सामने सड़क पार रेलवे पटरियों से नीचे की ओर बनी झोपड़ी इनका ठिकाना है। बुधवार रात प्रीतम अपने सात वर्षीय बेटे शिवा को लघुशंका के लिए झोपड़ी से बाहर लेकर गया था। इस बीच पहले से घात लगातार बैठे गुलदार ने पलक झपकते ही मासूम पर हमला कर उसे जंगल में खींच ले गया था।

इधर, सूचना पर वन विभाग और पुलिस टीम के अलावा स्थानीय लोग भी मासूम की तलाश में जुट गए थे। सुबह छह बजे घटनास्थल से आधा किमी दूर जंगल क्षेत्र से शिवा के शरीर का आधा हिस्सा मिला। काफी हिस्से को गुलदार खा चुका था। इसके बाद गुलदार का मूवमेंट चेक करने के लिए वन विभाग ने कई जगहों पर ट्रैप कैमरे लगा दिए, जिससे पता चला कि गुरुवार सुबह जिस जगह पर शव मिला था, इसी रोज रात में दो बार गुलदार वहां घूमते दिखा है।

जंगल क्षेत्र में गुलदार की मौजूदगी मिली है। यह उसका वासस्थल है। वन विभाग की टीमें घटनास्थल से लेकर जंगल क्षेत्र में लगातार गश्त कर रही है। - प्रदीप पंत, रेंजर छकाता

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