चैंपियन बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड में दर्ज हुई शमशाद की कला
सीमांत जिले पिथौरागढ़ के प्रसिद्ध चित्रकार शमशाद अहमद ने बड़ी उपलब्धि हासिल की है।
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संवाद सहयोगी,पिथौरागढ़: सीमांत जिले पिथौरागढ़ के प्रसिद्ध चित्रकार शमशाद अहमद की कला चैंपियन बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड में दर्ज हो गई है। उन्होंने सोर घाटी के लोक पर्व हिलजात्रा के सभी पात्रों को सबसे पहले अपने कैनवास पर उतारा है।
नगर के तिलढुकरी वार्ड में रहने वाले शमशाद इस समय लखनऊ में चित्रकारी करते हैं। उन्होंने सोर घाटी में मनाए जाने वाले लोकपर्व हिलजात्रा के दर्जन भर से अधिक पात्रों को कैनवास पर उतारा है। इनमें लखिया भूत, गल्या बल्द की जोड़ी, हिरन चीतल, किसान, ग्रामीण, छोटे बच्चे सहित करीब दर्जन भर पात्र शामिल हैं। उन्होंने सबसे पहले ये प्रयास किया। उनकी इस कला को सम्मान देते हुए चैंपियन बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड ने उनका नाम रिकार्ड में दर्ज कर लिया है। उन्हें दो दिन पहले लखनऊ में आयोजित कार्यक्रम में बुक के प्रतिनिधियों ने प्रमाण पत्र और स्मृति चिह प्रदान किए। सम्मान मिलने पर शमशाद ने कहा कि पिथौरागढ़ जनपद में रहते हुए उन्होंने लोक उत्सवों को नजदीक से समझा और इसे कैनवास पर उतारा। उन्होंने कहा कि सीमांत जिला लोक कला, परंपराओं के लिहाज से काफी समृद्ध है। उनका प्रयास इन परंपराओं से देश के बाकी हिस्से के लोगों को परिचित कराना है। न्यू बीयरशिवा स्कूूल के छात्र रहे शमशाद इससे पहले ओएमजी नेशनल बुक आफ रिकार्ड में भी अपना नाम दर्ज करा चुके हैं। शमशाद को चित्रकारी के क्षेत्र में इससे पहले काफी पुरस्कार मिल चुके हैं। जिले के तमाम लोगों ने उनकी सफलता पर उन्हें शुभकामनाएं दी हैं। लोगों ने कहा कि शमशाद ने जिले का नाम रोशन किया है।