प्रकृति प्रेमियों को भा रही देवलसारी की जैव विविधता

संवाद सहयोगी, नई टिहरी: टिहरी जिले का प्रसिद्ध पर्यटक देवलसारी जहां अपनी जैव विविधता के लिए प्रसि

By JagranEdited By:
Updated: Sat, 26 Feb 2022 06:06 PM (IST)
प्रकृति प्रेमियों को भा रही देवलसारी की जैव विविधता
प्रकृति प्रेमियों को भा रही देवलसारी की जैव विविधता

संवाद सहयोगी, नई टिहरी:

टिहरी जिले का प्रसिद्ध पर्यटक देवलसारी जहां अपनी जैव विविधता के लिए प्रसिद्ध है। वहीं अपने प्राकृतिक खूबसूरती से प्रकृति प्रेमी व पर्यटकों की पसंदीदा जगह भी बना है। अब मैती संगठन ग्रामीणों को यहां के जैव विविधता को लेकर जागरूक करेगा। मार्च माह में मैती संगठन की ओर से यहां पर कार्यक्रम होगा, जिसमें पद्म श्री कल्याण सिंह भी मौजूद रहेंगे। मैती संगठन जंगल के संरक्षण को लेकर काम करता है। अब देवलसारी क्षेत्र में भी इसकी शुरुआत करेगा। देवलसारी को तितलियों का संसार भी कहा जाता है।

चंबा-मसूरी मोटर मार्ग पर पड़ने वाले देवलसारी पर्यटक स्थल जैव विविधता से परिपूर्ण हैं। जिला मुख्यालय से इसकी दूरी करीब 85 किमी है। यहां की जैव विविधता को जानने के लिए स्कूली छात्रों का टूर व प्रकृति प्रेमी समय-समय पर यहां आते हैं। यहां पर करीब 100 से ज्यादा पक्षी व 200 के करीब तितलियों की प्रजाति पाई जाती है। प्रकृति प्रेमी, विशेषज्ञ, शोध छात्र यहां पर आते रहते हैं। सड़क से करीब दो किमी पैदल चलकर यहां तक पहुंचा जाता है। यहां की रंग बिरंगी तितिलियां और पक्षियों की ध्वनि सभी को आकर्षित करती है। देश के विभिन्न हिस्सों से प्रकृति प्रेमी, प्रसिद्ध फोटोग्राफर यहां के नेचर को जानने के लिए पहुंचते हैं। यहां पर विभिन्न प्रकार की वनस्पतियां भी पाई जाती है।

- वर्ष 2018 से शुरू हुआ तितली महोत्सव

देवलसारी में करीब 200 तितलियों की प्रजातियां है। देवलसारी पर्यटक एवं पर्यावरण संरक्षण समिति ने यहां पर वर्ष 2018 में तितली महोत्सव शुरू किया था। वर्ष 2019 में भी महोत्सव हुआ। महोत्सव में देश के विभिन्न हिस्सों से प्रकृति प्रेमी, फोटोग्राफर, विशेषज्ञ यहां पहुंचते हैं। तितलियों पर भी विशेषज्ञों की ओर से अध्ययन किया जाता है। 2021 में कोरोना के चलते महोत्सव का आयोजन नहीं हो पाया था। - यहां के जैव विविधता को जानने के लिए तितली महोत्सव शुरू किया गया। मार्च माह के मध्य में मैती संगठन की ओर से भी यहां पर कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। जिसमें स्थानीय निवासियों व छात्रों को देवलसारी पर्यावरण संरक्षण के लिए जागरूक किया जाएगा।

-अरुण गौड़, अध्यक्ष देवलसारी पर्यटन एवं पर्यावरण संरक्षण देवलसारी। फोटो- पर्यटक स्थल देवलसारी