ट्रेन से करें भगवान राम से जुड़े धार्मिक स्थलों का दर्शन

-आईआरसीटीसी अगरतला से चलाएगी विशेष ट्रेन -एनजेपी तथा कूचबिहार स्टेशन पर भी स्टॉपेज जागरण

By JagranEdited By: Publish:Tue, 15 Dec 2020 09:45 AM (IST) Updated:Tue, 15 Dec 2020 09:45 AM (IST)
ट्रेन से करें भगवान राम से जुड़े धार्मिक स्थलों का दर्शन
ट्रेन से करें भगवान राम से जुड़े धार्मिक स्थलों का दर्शन

-आईआरसीटीसी अगरतला से चलाएगी विशेष ट्रेन

-एनजेपी तथा कूचबिहार स्टेशन पर भी स्टॉपेज

जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन लिमिटेड (आइआरसीटीसी), रेल मंत्रालय के पर्यटन विंग ने उत्तर भारत के लिए विशेष भारत दर्शन पर्यटक ट्रेन चलाने का निर्णय लिया है। इस ट्रेन से भगवान श्रीराम से संबंधित पर्यटन तथा धाíमक स्थलों को दिखाया जाएगा। आइआरसीटीसी द्वारा मिली जानकारी के अनुसार भारत दर्शन नामक विशेष पर्यटन ट्रेन अगले वर्ष 23 फरवरी से अगरतला से खुलेगी। इस ट्रेन के यात्रा कार्यक्रम में वाराणसी,अयोध्या, प्रयागराज को शामिल किया जाएगा। कार्यक्रम में ऐतिहासिक और धाíमक महत्व वाले स्थानों का दौरा रखा गया है।

विशेष पर्यटक ट्रेन 23 फरवरी 2021 अगरतला से शाम चार बजे खुलेगी जो धर्मनगर - नई करीमगंज - बदरपुर- गुवाहाटी - न्यू कूचबिहार - न्यू जलपाईगुड़ी व कटिहार में तीर्थयात्रियों को ट्रेन में उठाने के लिए रुकेगी। यात्री बोìडग के लिए न्यू जलपाईगुड़ी में इस ट्रेन का ठहराव 24 फरवरी को शाम साढे़ सात बजे होगा।

भारत दर्शन टूरिस्ट ट्रेन वर्तमान में देश में सबसे कम खर्च का रेल पैकेज टूर है। किराया सभी समावेशी है जिसमें स्लीपर क्लास, ऑन-बोर्ड सुरक्षा गार्ड, सभी भोजन (शाकाहारी), पेयजल, एस्कॉ‌र्ट्स और गाइड, रात के ठहरने की व्यवस्था, ट्रेन से उतरने के बाद पर्यटन स्थल तक बस अथवा अन्य वाहन की व्यवस्था रहेगी। नौ दिन आठ रात्रि के इस टूर का किराया 8505 रुपये रखा गया है, जिसमें यात्री दुर्घटना बीमा भी शामिल है।

ट्रेनों में सवार होने से पहले सभी यात्रियों और उनके सामान को सैनिटाइज कर दिया जाएगा और कोविड -19 से संबंधित सभी मापदंडों का सख्ती से पालन किया जाएगा। बुक किए गए यात्रियों को बुनियादी सुरक्षा ग्लब्स, मास्क, सैनिटाइजर प्रदान किए जाएंगे। चूंकि भारत दर्शन ट्रेन की यात्रा ज्यादातर वरिष्ठ नागरिकों द्वारा पसंद की जाती है, इसलिए यात्रियों की सुरक्षा के लिए अत्यंत सावधानी बरती जाएगी, जिसमें स्वच्छता और हाईजीन पर कोई समझौता न हो।

बताया गया कि पर्यटकों की गतिविधिया धीरे-धीरे बहाल हो रही हैं, इसलिए यह उम्मीद की जाती है कि इस क्षेत्र के लोग श्री राम से संबंधित ऐतिहासिक स्थानों को देखने के लिए इच्छुक होंगे।

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