श्रावणी मेला अवधि में हावड़ा डिवीजन ने की रिकार्ड आय

-तेरह लाख से अधिक श्रद्धालुओं को तारकेश्वर तक पहुंचाया -खोले गए थे 11 अतिरिक्त बुकिंग का

By JagranEdited By: Publish:Sat, 01 Sep 2018 03:00 AM (IST) Updated:Sat, 01 Sep 2018 03:00 AM (IST)
श्रावणी मेला अवधि में हावड़ा डिवीजन ने की रिकार्ड आय
श्रावणी मेला अवधि में हावड़ा डिवीजन ने की रिकार्ड आय

-तेरह लाख से अधिक श्रद्धालुओं को तारकेश्वर तक पहुंचाया

-खोले गए थे 11 अतिरिक्त बुकिंग काउंटर, चलाई गई थीं 6 जोड़ी स्पेशल ट्रेन

जागरण संवाददाता, हावड़ा : हावड़ा डिवीजन के तारकेश्वर में श्रावणी मेला अवधि में पहुंचने वाले श्रद्धालुओं से रेल प्रशासन ने आय में रिकार्ड बढ़ोतरी की है। इस दौरान श्रद्धालुओं के लिए 11 अतिरिक्त बुकिंग काउंटर भी खोले गए थे। तारकेश्वर के लिए स्पेशल ट्रेन की भी सेवा दी गई थी। जानकारी के अनुसार श्रावण माह में तारकेश्वर में लगने वाले मेले के लिए हावड़ा रेल प्रशासन की ओर से व्यापक बंदोबस्त किए गए थे। मेला अवधि में 8 जोड़ी अतिरिक्त ट्रेनों के साथ ही तारकेश्वर के लिए रविवार और सोमवार को 6 जोड़ी स्पेशल लोकल ट्रेनें चलाई गई थीं। श्रद्धालुओं को लंबी कतारों से निजात दिलाने के लिए मेला अवधि में आम दिनों के अलावा 11 अतिरिक्त बुकिंग काउंट खोले जाने के साथ ही 4 एटीवीएम व 2 जेटीबीएस भी सेवा भी प्रदान की गई थी। मेला अवधि में 1363394 लाख श्रद्धालुओं को ट्रेनों से पहुंचाया गया जिससे रेल प्रशासन को टिकट बिक्री से 183.17 लाख की आय हुई, जो गत वर्ष की तुलना में 3.63 फीसद ज्यादा है। जबकि गत वर्ष मेला अवधि में कुल 1328857 लाख श्रद्धालुओं को मंजिल तक पहुंचाया गया था जिससे कुल 176.75 लाख रुपये आय हुई थी। जबकि मात्र रविवार-सोमवार में 561070 लाख श्रद्घालुओं को यात्रा कराई गई थी। इनसे हुई टिकट बिक्री से 97.54 लाख रुपये की आय की गई थी। जबकि गत वर्ष मेला अवधि में रविवार और सोमवार को कुल 544995 लाख श्रद्धालुओं को यात्रा कराकर कुल 94.37 लाख की आय हुई थी। खासबात है कि गत 6 अगस्त (सोमवार) को एक ही दिन में रेल प्रशासन ने टिकट बिक्री से 19.33 लाख रुपये आय दर्ज की है, जो अपने आप में रिकार्ड है। सूत्रों के अनुसार आम दिनों में तारकेश्वर से प्रतिदिन औसतन 29 हजार यात्री सफर करते हैं जिससे 3,10,000 लाख की आय होती है लेकिन मेला अवधि में प्रतिदिन 47000 हजार यात्रियों ने यात्रा की थी जिससे 8,15,000 लाख आय हुई थी। इसके अलावा मेला अवधि में सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता करने के साथ ही श्रद्धालुओं के लिए सहायता बूथ और प्राथमिक उपचार का बंदोबस्त किया गया था।

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