Sri Lanka: रानिल विक्रमसिंघे आगामी राष्ट्रपति का चुनाव लड़ेंगे या नहीं..., श्रीलंका के इस बड़े नेता ने कह दी बड़ी बात

सत्तारूढ़ श्रीलंका पीपुल्स फ्रंट के नेता और पर्यटन मंत्री हरिन फर्नांडो ने श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे को लेकर एक अहम टिप्पणी की है। उन्होंने सोमवार को कहा कि रानिल विक्रमसिंघे आगामी राष्ट्रपति का चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने आगे कहा कि श्रीलंकाई राष्ट्रपति अगले दो हफ्तों में अपनी उम्मीदवारी की घोषणा करेंगे। उन्होंने कहा कि मैं निश्चितता के साथ कह सकता हूं कि राष्ट्रपति चुनाव लड़ेंगे।

By AgencyEdited By: Sonu Gupta Publish:Mon, 27 May 2024 04:12 PM (IST) Updated:Mon, 27 May 2024 04:12 PM (IST)
Sri Lanka: रानिल विक्रमसिंघे आगामी राष्ट्रपति का चुनाव लड़ेंगे या नहीं..., श्रीलंका के इस बड़े नेता ने कह दी बड़ी बात
रानिल विक्रमसिंघे आगामी राष्ट्रपति का चुनाव लड़ेंगे- हरिन फर्नांडो

HighLights

  • रानिल विक्रमसिंघे आगामी राष्ट्रपति का चुनाव लड़ेंगे- हरिन फर्नांडो
  • श्रीलंका में राष्ट्रपति का चुनाव 17 सितंबर से 16 अक्टूबर के बीच कराए जाएंगे

पीटीआई, कोलंबो। श्रीलंका में आगामी चुनाव को लेकर सभी पार्टियों ने अपनी-अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं। इस बीच, सत्तारूढ़ श्रीलंका पीपुल्स फ्रंट के नेता और पर्यटन मंत्री हरिन फर्नांडो ने श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे को लेकर एक अहम टिप्पणी की है।

रानिल विक्रमसिंघे लड़ेंगे राष्ट्रपति का चुनाव- फर्नांडो

उन्होंने सोमवार को कहा कि रानिल विक्रमसिंघे आगामी राष्ट्रपति का चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने आगे कहा कि श्रीलंकाई राष्ट्रपति अगले दो हफ्तों में अपनी उम्मीदवारी की घोषणा करेंगे। उन्होंने कहा कि मैं निश्चितता के साथ कह सकता हूं कि राष्ट्रपति चुनाव लड़ेंगे।

श्रीलंका में कब होगा राष्ट्रपति का चुनाव?

मालूम हो कि द्वीप राष्ट्र के चुनाव आयोग ने इस महीने की शुरुआत देश में राष्ट्रपति चुनाव की तारीखों पर कहा था कि देश में राष्ट्रपति चुनाव 17 सितंबर से 16 अक्टूबर के बीच कराए जाएंगे।  सत्तारूढ़ श्रीलंका पीपुल्स फ्रंट को आमतौर पर श्रीलंका पोदुजना पेरामुना (एसएलपीपी) भी कहा जाता है। इस पार्टी के पास फिलहाल संसद में बहुमत है।

2022 से देश की सत्ता संभाल रहे विक्रमसिंघे

फर्नांडो ने कहा कि राष्ट्रपति विक्रमसिंघे अगले दो हफ्तों के अंदर अपनी उम्मीदवारी की घोषणा करेंगे। मालूम हो कि पूर्व राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे को 2022 में वित्तीय और राजनीतिक संकट के कारण सरकार विरोधी प्रदर्शनों के बाद सरकार से बेदखल कर दिया गया था। श्रीलंका ने अप्रैल से जुलाई 2022 के बीच सड़कों पर विरोध प्रदर्शन के दौरान पहली बार अंतरराष्ट्रीय डिफॉल्ट घोषित किया। वहीं, विक्रमसिंघे ने सत्ता संभालने के बाद से आईएमएफ बेलआउट हासिल करके अर्थव्यवस्था को सुरक्षित किया है। 

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