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UCC: सीएम शिवराज ने की देश में समान नागरिक संहिता की वकालत, कहा- मप्र में गठित कर रहे कमेटी

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को कहा कि देश में समान नागरिक संहिता लागू होनी चाहिए। उन्होंने कहा मैं इसका पक्षधर हूं। सीएम शिवराज ने कहा कि मध्य प्रदेश में इसके लिए विशेषज्ञ कमेटी भी गठित की जा रही है।

By Jagran NewsEdited By: Devshanker ChovdharyUpdated: Thu, 01 Dec 2022 10:08 PM (IST)
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सीएम शिवराज ने की देश में समान नागरिक संहिता की वकालत।

जागरण ब्यूरो, बड़वानी। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को कहा कि देश में समान नागरिक संहिता लागू होनी चाहिए। उन्होंने कहा, 'मैं इसका पक्षधर हूं।' सीएम शिवराज ने कहा कि मध्य प्रदेश में इसके लिए विशेषज्ञ कमेटी भी गठित की जा रही है।

सीएम ने की समान नागरिक संहिता की वकालत

सीएम ने कहा, 'एक से ज्यादा शादी कोई क्यों करे। एक देश में दो विधान क्यों चलें, एक ही होना चाहिए। समान नागरिक संहिता में एक पत्नी रखने का अधिकार है, तो एक ही पत्नी होनी चाहिए।' वह मध्य प्रदेश के बड़वानी जिले के चाचरिया गांव में जनजातीय गौरव यात्रा के दौरान पेसा कानून जागरूकता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। पेसा कानून की जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि कुछ लोग आदिवासी की बेटी से शादी कर उसके नाम पर जमीन खरीद लेते हैं या सरपंच का चुनाव लड़वा कर फायदे उठाते हैं।

मतांतरण या छल-कपट करने वालों को संदेश

मुख्यमंत्री ने कहा कि अब मतांतरण या छल-कपट से ली गई आदिवासी की जमीन ग्रामसभा के माध्यम से वापस दिलाई जाएगी। उस व्यक्ति का ग्राम सभा बहिष्कार भी करेगी और कार्रवाई प्रस्तावित की जाएगी। अब किसी आदिवासी युवती से शादी कर कोई दूसरा व्यक्ति उसकी जमीन नहीं हड़प सकेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि पेसा एक्ट को जानने व समझने की जरूरत है। यह किसी समाज का विरोधी नहीं है। गैर आदिवासी को इससे कोई नुकसान नहीं होगा।

बता दें कि देश में काफी समय से यूसीसी की मांग चल रही है। देश में समय समय पर समान नागरिक संहिता या यूनिफार्म सिविल कोड (UCC) की मांग होती रही है। ये एक ऐसा कानून है, जिसके तहत सभी को एक तरह से देखा जाएगा।

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