Cheetahs in MP अफ्रीका से 80 चीते तीन चरणों में भारत लाए जाएंगे। इनमें से चार चीते कुना अभयारण्य में छोड़े जाएंगे जबकि मध्य प्रदेश के गांधीसागर अभयारण्य नौरादेही अभयारण्य में अन्य चीतों का रखा जाएगा। इसे लेकर एक विशेष दल अभयारण्य का सर्वेक्षण कर चुका है।
By Babita KashyapEdited By: Updated: Tue, 20 Sep 2022 09:14 AM (IST)
मुरैना, जागरण आनलाइन डेस्क। Cheetahs in MP: नामीबिया (Namibia) से श्योपुर के कुनो नेशनल पार्क (Kuno National Park) में आठ चीतों आने के बाद अब दक्षिण अफ्रीका (South Africa) से चीतों को भारत लाने का सिलसिला आगे भी जारी रहेगा। कूनो ही नहीं बल्कि मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के गांधीसागर अभयारण्य (Gandhi sagar Sanctuary), नौरादेही अभयारण्य (Nauradehi Sanctuary) भी इन्हें बसाया जाएगा। 80 चीते तीन चरणों में भारत लाए जाएंगे।
कूनो में 12 चीते पर्याप्त
विदेश से लाए गए ये चीते सुरक्षित रहें, जल्दी प्रजनन कर सकें और देश का पर्यटन क्षेत्र फले फूले इसलिए कुनो अभयारण्य ही नहीं बल्कि अन्य अभयाण्यों में इन चीतों का छोड़ा जाएगा। अफ्रीका से चार और चीते कुनो अभयारण्य में छोड़े जाएंगे। विशेषज्ञ का मानना है कि कूनो में 12 चीते पर्याप्त हैं।
इन अभयारण्यों का हो चुका है सर्वेक्षण
मध्य प्रदेश के कूनो के बाद अब नीमच जिले में गांधी सागर अभयारण्य और सागर जिले में नौरादेही अभयारण्य को चीतों के घर के रूप में चुना गया है। नौरादेही अभयारण्य 1200 वर्ग किमी में और गांधी सागर अभयारण्य 368.62 वर्ग किमी में फैला है। कुनो का क्षेत्रफल 748.76 वर्ग किलोमीटर है। इन दोनों अभयारण्यों का सर्वेक्षण पहले ही किया जा चुका है।
तीन चरणों में आएंगे 80 चीते
वर्तमान में कुनो में अधिकतम 12 चीतों को छोड़ने की योजना है। अभी तक यहां 8 चीते छोड़े गए हैं, यहां चार चीते और छोड़े जाने की योजना है। अफ्रीका से तीन चरणों मे 80 चीते आएंगे जिन्हें नौरादेही और गांधी सागर अभयारण्य में छोड़ने की योजना है। दक्षिण अफ्रीका से आयी टीम इन अभयारण्य का दौरा कर चुकी है उनका कहना है कि चीतों के लिए ये स्थान बिलकुल उपयुक्त है।
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